पंजाब के फिरोजपुर जिले में डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के सामने पराली में आग लगाने वाले किसानों के खिलाफ केस दर्ज करने और रेड एंट्री रद्द करने की मांग को लेकर विभिन्न किसान समूहों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया.वहीं पंजाब पुलिस की तरफ से अब तक 2023 में पराली को आग लगाने के मामले में 81 मामले दर्ज किए गए हैं , जिसकी जानकारी एसपीडी रणधीर कुमार ने दी.
पंजाब भर में आज किसानों की तरफ से डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के बाहर धरने लगाए गए है. वहीं पंजाब के जिला फिरोजपुर में अलग-अलग किसान जत्थेबंदियों की तरफ से हाथों में किसानी झण्डे पड़कर पराली को आग लगाने वाले दर्ज मामले रद्द और रेड एंट्री रद्द करवाने को लेकर डिप्टी कमिश्नर दफ्तर जिला प्रबंधकीय कांपलेक्स के बाहर धरना लगाया गया. दूसरी ओर अभी भी कई किसान पराली को आग लगा रहे हैं. जिसके चलते पंजाब पुलिस की तरफ से मामले भी दर्ज किया जा रहे हैं.
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किसान जत्थेबंदियों के संयुक्त आह्वान पर सोमवार पंजाब भर में किसानों ने डीसी और एसडीएम दफ्तरों के बाहर गुस्से में प्रदर्शन किया. मोगा में जब किसान पराली से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर डीसी कॉम्प्लेक्स के बाहर पहुंचे तो पुलिस ने बैरिकेड्स लगा दिए. इसके बाद किसानों ने अंदर आने की कोशिश की. कुछ किसान समूह डीसी परिसर के अंदर पहुंच गए जबकि कुछ ने बाहर धरना दिया. किसानों का कहना है कि विरोध प्रदर्शन 12 बजे से 4 बजे तक किया जाएगा. अगर प्रशासन ने किसानों पर केस दर्ज करना बंद नहीं किया तो डीसी दफ्तर के सामने पराली जलाई जाएगी.
वहीं किसानों ने कहा कि सरकार और प्रशासन को किसानों पर केस दर्ज कर उन्हें रेड एंट्री में डालने की बजाय पराली का समाधान करना चाहिए. वहीं किसान नेताओं ने कहा कि किसान अपनी जमीन में पराली नहीं जलाना चाहते लेकिन इसके अलावा कोई उपाय भी नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन किसानों पर दर्ज मामले रद्द करें, नहीं तो ये संघर्ष और तेज होगा. आज हमने शाम तक उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना दिया है. अगर प्रशासन और सरकार उन पर दर्ज मामले रद्द नहीं करती. आने वाले समय में संघर्ष और तेज किया जाएगा. (अक्षय गल्होत्रा की रिपोर्ट)
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