मध्य प्रदेश के श्योपुर में एक किसान बीती शाम जहर खाकर थाने पहुंच गया. उसने पुलिसकर्मियों से उसकी जमीन को दबंगों से मुक्त कराने की फरियाद लगाई तो पुलिसकर्मियों के रोंगटे खड़े हो गए और आनन फानन में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी गम्भीर हालत को देखते हुए कोटा रेफर कर दिया गया. जिसकी रास्ते में ही मौत हो गई. मामले में देहात थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. दरअसल, देहात थाना इलाके के मातासूला गांव निवासी किसान रामबिलास मीणा ने एक जमीन का एग्रीमेंट भैरूलाल और दीनू गुप्ता से किया था. जिसकी जमीन को उक्त दोनों लोगों ने पैसे लेकर भी नहीं छोड़ा और परेशान करते रहे.
इस सम्बंध में उसने कई बार पुलिस और प्रशासन को भी गुहार लगाई लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई. इसी मामले को लेकर वह परेशान चल रहा था, जिसके बाद परेशान होकर बुधवार को सब्जी मंडी में पहुंचा, जहां उसने सल्फास (जहर) गटक लिया और देहात थाने पहुंच गया. वहां बरामदे में बैठकर पुलिसकर्मियों से बोला कि मेरी जमीन को मुक्त कराओ मैं जहर खाकर आया हूं और उल्टियां करने लगा. इस वाकये को देखकर थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों की सांसें फूल गईं.
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तत्काल मामले की जानकारी वरिष्ठ अफसरो को देते हुए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी गम्भीर हालत को देखते हुए कोटा के लिए रेफर कर दिया गया. लेकिन कोटा हाॅस्पिटल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई. इसके बाद किसान का शव श्योपुर जिला अस्पताल में लाया गया जहां उसका पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया. वहीं मामले में देहात थाना पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
श्योपुर के एसडीओपी राजीव कुमार गुप्ता कहना है कि ग्राम मातासूला में किसान रामबिलास का जमीन के एग्रीमेंट के बाद दो लोगों से विवाद था. जो जहर खाकर देहात थाने पहुंचा और उसे पुलिसकर्मियों ने तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उसकी गम्भीर हालत के बाद कोटा रेफर किया जहां उसकी मौत हो गई. मामले में केस दर्ज कर लिया है और विवेचना के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. (रिपोर्ट/खेमराज दुबे)
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