उत्तर प्रदेश में दक्षिण-पश्चिमी मानसून एक्टिव होने से भारी बारिश हो रही है. वहीं भारी बारिश के कारण प्रदेश के कई जिलों आकाशीय बिजली गिरने से दो दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस घटना को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बहु मंजिला इमारतों एवं लाइफ लाइन बिल्डिंग्स पर तड़ित चालक यंत्र (Lightning Conductor) लगाकर आकाशीय बिजली की घटनाओं को रोका जाए. मुख्य सचिव ने बताया कि वर्तमान में मानसून के कारण गत दिनों से प्रदेश के कतिपय जनपदों में अत्यधिक वर्षा हो रही है.
इसके अतिरिक्त भारतीय मौसम विज्ञान केन्द्र द्वारा आगामी कुछ दिनों के लिए विभिन्न जनपदों में भारी वर्षा के संबंध में हाई अलर्ट जारी किया गया है. इस मौसम में जल जनित बीमारियों के साथ-साथ आकाशीय बिजली की घटनाओं में भी वृद्धि होती है. राज्य सरकार द्वारा आकाशीय बिजली से होने वाली घटनाओं को वर्ष 2016 में राज्य आपदा घोषित किया गया है. मामूली सा दिखने वाला यह यंत्र लगाकर न सिर्फ भारी नुकसान से बचा जा सकता है, बल्कि यह इंसानों की जिंदगी को भी खतरों से महफूज रखता है.
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आपको बता दें कि बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं प्रदेश में अक्सर आती रहती हैं. अगर घर में तड़ित चालक लगा हो तो ऐसे हादसे टाले जा सकते हैं. क्योंकि तड़ित चालक आकाशीय बिजली के प्रभाव को कम कर देता है. जिले में बारिश के दिनों में आकाशीय बिजली की वजह से हर साल जनहानि और पशु हानि होती है.
तड़ित चालक यंत्र जिसे इंग्लिश में लाइटनिंग रॉड या लाइटनिंग एरेस्टर (Lightning Arrester) भी कहा जाता है. यह कॉपर यानी तांबे का बना होता है. तड़ित चालक एक धातु की छड़ होती है, जिसका ऊपरी नुकीला हिस्सा छत के ऊपर और नीचे का हिस्सा जमीन में होता है.
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आवेशित बादलों का रूप आकाशीय बिजली को यह तड़ित चालक संग्रहित कर जमीन में पहुंचा देता है. ऐसे में बिजली गिरने से होने वाले नुकसान की संभावना कम हो जाती है. यह ऊपर से पतला और नीचे से थोड़ा मोटा होता है, जिससे अधिक से अधिक करंट सीधे जमीन में चला जाता है.
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