मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती या फिर ना कजरे की धार, ना मोतियों के हार, ना कोई किया श्रृंगार फिर भी कितनी सुंदर हो, आपने मोती को लेकर ऐसे ढ़ेर सारे गाने सुने होंगे. लेकिन क्या आपको पता है कि इस मोती की आप खेती भी कर सकते हैं.. और वो भी बिना किसी झंझट के? सबसे पहले तो ये जान लीजिए कि मोती दो तरह के होते हैं. पहला तो विशुद्ध मोती ही होता है. यानी सीप में अपने आप बना मोती. जिसे सीप तोड़कर बाहर निकालते हैं.. और दूसरा होता है कल्चर्ड पर्ल. यानी वो मोती जिसे प्रयोगशाला या पॉन्ड में तैयार किया जाता है.
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