Pulses Farming In India: जायद, खरीफ और रबी में से किसी भी सीजन में एक फसल के रूप में दलहन की खेती (Dalhan Ki Kheti) को जरूरी बताया गया है. काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एमपी सिंह ने किसान तक को बताया कि दलहन फसलों की खेती करने से हवा में उपस्थित नाइट्रोजन का उपयोग पौधे करने लगते हैं. इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति पर असर पड़ता है. एक हेक्टेयर भूमि पर अगर अरहर की खेती की जाती है तो इससे जमीन को 220 किलोग्राम नाइट्रोजन की प्राप्ति होती है. इसके अलावा खेत में पत्तियों के गिरने से लगभग 10 टन जैविक खाद (Jaivik Khad) भी मिलती है.
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