हमारे देश में फसलें मानसून आधारित अधिक हैं. इसीलिए बरसात नहीं होने और अधिक बारिश के कारण फसलें बहुत अधिक खराब होती हैं. इससे किसानों का आर्थिक नुकसान होता है. इस नुकसान से बचाने के लिए देश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लाई गई. राजस्थान में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीते चार साल में 1.50 करोड़ किसानों को 17 हजार करोड़ रुपए के क्लेम दिए गए हैं.
इसके अलावा राज्य में खरीफ 2021, रबी 2021-22 एवं खरीफ 2022 में 4 करोड़ 50 लाख फसल बीमा पॉलिसियां बांटी गई हैं.
प्रदेश में सूखे और अतिवृष्टि के कारण फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार ने बीते 4 साल में लगभग एक करोड़ 50 लाख फसल बीमा पॉलिसी धारक किसानों को 17 हजार करोड़ रुपए की फसल बीमा क्लेम वितरित किए गए हैं. यह जानकारी बीते दिनों कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने जयपुर जिले के कवर का बास गांव में वहां मौजूद किसानों को दी. मंत्री फसल बीमा योजना के प्रचार-प्रसार के रथों को हरी झंडी दिखा कर रवाना कर रहे थे.
इन चार सालों में राज्य के लगभग 46 हजार गांवों के भू-रिकॉर्ड का एकीकरण करवाया गया है. साथ ही प्रदेश में फसल उत्पादन अनुमान के लिए 5 लाख से अधिक फसल कटाई के प्रयोग भी ऑनलाइन कराए गए हैं.
राजस्थान के सभी किसान रबी 2022- 23 की फसल का बीमा 31 दिसंबर 2022 तक करवा सकते हैं. यदि बोई गई फसल में कोई परिवर्तन किया है तो किसान संबंधित बैंक से संपर्क कर 29 दिसंबर तक इसमें बदलाव करा सकते हैं.
बता दें कि पीएम फसल बीमा के लिए किसानों द्वारा खरीफ फसलों के लिए केवल 2 प्रतिशत एवं सभी रबी फसलों के लिए 1.5 प्रतिशत का एक समान प्रीमियम का भुगतान किया जाता है. साथ ही वाणिज्य एवं बागवानी फसलों के लिए यह प्रीमियम 5 प्रतिशत है.
इस साल राज्य में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 7 बीमा कंपनियों द्वारा फसल बीमा का कार्य किया जा रहा है. योजना का रबी के लिए आगामी 25 दिसंबर तक प्रदेश भर में लगभग 200 से ज्यादा वैनों के द्वारा लीफलेट वितरण, पोस्टर, बैनर, होर्डिंग, किसान गोष्ठी एवं नुक्कड़ नाटक आदि के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जुड़ सकें.
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