तापमान में लगातार बढ़ोत्तरी ने चीनी की खपत बढ़ा दी है. इसके चलते कीमतों में भी लगातार उछाल दर्ज किया गया है. 1 माह में चीनी की खुदरा कीमत में 5 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. वहीं, आपूर्ति बाधाओं के चलते कीमतें और ऊपर जाने की आशंका है. ऐसे में बाजार में भरपूर आपूर्ति बनाए रखने और कीमतों को नियंत्रित रखने के लिए केंद्र सरकार ने चीनी मिलों को बिक्री के लिए जून माह का कोटा 8 फीसदी बढ़ा दिया है. केंद्र ने पिछले माह भी 2 लाख टन कोटा बढ़ाकर दिया था.
बीते दो सप्ताह में चीनी की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. जबकि, दिल्ली एनसीआर में 1 माह में चीनी की रिटेल कीमतों में 5 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. दिल्ली में चीनी की खुदरा कीमत 29 मई को 45 रुपये प्रति किलो पर बिक रही है. कीमतों को बढ़ोत्तरी की वजह खपत और मांग में इजाफा है. झुलसती गर्मी के दौरान शीतलता के लिए पेय पदार्थों में चीनी का खूब इस्तेमाल किया जा रहा है. कोल्ड ड्रिंक्स, आइसक्रीम, छाछ जैसे शीतल पेय बनाने वाली कंपनियों ने चीनी की मांग बीते माह से बढ़ा दी है. जबकि, घरों में भी गर्मी के चलते कई तरह से चीनी का इस्तेमाल बढ़ गया है.
खपत बढ़ने से बाजार में चीनी की आपूर्ति बनाए रखना सरकार के लिए जरूरी है. क्योंकि, कीमतें और ऊपर जाने की आशंका है. इसीलिए खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग ने जून माह के लिए चीनी मिलों का बिक्री कोटा बढ़ाकर 25.5 लाख टन कर दिया है, जो सालाना आधार पर 8.5 फीसदी अधिक है. इससे पहले जून 2023 के लिए चीनी का मासिक बिक्री कोटा 23.5 लाख टन घोषित किया गया था. केंद्र ने मई 2024 के लिए मासिक बिक्री कोटा 27 लाख टन घोषित किया था जो मई 2023 की तुलना में 3 लाख टन अधिक या 12.5 फीसदी ज्यादा था. बता दें कि अप्रैल 2024 के लिए 25 लाख टन चीनी कोटा जारी किया गया था.
केंद्र सरकार बाजार में चीनी की बिक्री के लिए चीनी मिलों को मासिक कोटा निर्धारित करती है, जिससे ज्यादा मिलें चीनी नहीं बेच सकती हैं. यह प्रक्रिया कीमतों को नियंत्रित करने और जमाखोरी रोकने के लिए की जाती है. केंद्र के अधीन खाद्य मंत्रालय हर महीने घरेलू बाजार में कितनी चीनी बेची जानी है उसके अनुसार ही प्रत्येक मिल के लिए चीनी का कोटा आवंटित करता है. व्यापारियों और मिल मालिकों को उम्मीद है कि जून में चीनी की कीमतें मजबूत रहेंगी और उत्तर भारत में गर्मी की लहरों के पूर्वानुमान के कारण मांग मजबूत रहेगी.
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