फूलों की पहचान अक्सर उनकी खुशबू से होती है. जिस फूल की खुशबू जितनी अच्छी होगी उसकी मांग उतनी ही ज्यादा होगी. लोग उन फूलों को भी पसंद करते हैं जिनकी खुशबू अच्छी हो. इतना ही नहीं, लोग सुगंधित फूल घर में रखना या दूसरों को देना भी पसंद करते हैं. ऐसे में अगर आपको कोई बदबूदार फूल दे या घरों में बदबूदार फूल लगाए तो आपको कैसा लगेगा. दरअसल सुगंधित फूलों के बगीचे में एक ऐसा भी फूल है जो सड़ी हुई लाश की तरह बदबू देता है. लेकिन फिर भी वैज्ञानिक इसे बचाने में लगे हुए हैं. आखिर क्या है इसके पीछे की वजह आइए जानते हैं.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, रैफलेसिया सड़े हुए मांस की तरह बदबू देने वाला फूल है. रैफलेसिया (जिसे शव यानी लाश फूल कहा जाता है) ने सदियों से वनस्पति वैज्ञानिक को आकर्षित किया है. अब, वैज्ञानिक चेतावनी दे रहे हैं कि इसके विलुप्त होने का खतरा है और इसे बचाने के लिए कार्रवाई की मांग भी की जा रही है. आपको जानकर हैरानी होगी कि यह फूल मक्खियों को अपनी और आकर्षित करता है और फिर उसका शिकार करता है.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दक्षिण-पूर्व एशिया में जंगली इलाकों में बन रहे घरों के कारण यह फूल तेजी से गायब हो रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, इसकी लगभग 42 प्रजातियाँ हैं और इसमें दुनिया के सबसे बड़े फूल भी शामिल हैं जो एक मीटर से अधिक चौड़े हैं.
ये भी पढ़ें: 73 की उम्र में भी इतने फिट कैसे रहते हैं PM Modi? ये मशरूम और डाइट है सेहत का राज, पढ़ें डिटेल
रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिकों ने इस फूल पर मंडरा रहे खतरों की चेतावनी दी है और कहा है कि सभी 42 प्रजातियां खतरे में हैं. रैफलेसिया मैग्निफिका को अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) की ओर से विलुप्त होने वाली प्रजातियों की सूची में रखा गया है. वहीं शोधकर्ता चाहते हैं कि रैफलेसिया की सभी प्रजातियां IUCN की संकटग्रस्त प्रजातियों की रेड लिस्ट में शामिल किया जाए ताकि इस फूल को विलुप्त होने से बचाया जा सके.
इंडोनेशिया के जंगलों में पाया जाने वाला यह फूल अपने आकार के साथ-साथ अपनी दुर्गन्ध के लिए भी जाना जाता है. चटक लाल रंग का यह फूल देखने में बेहद खूबसूरत होता है लेकिन साथ ही इससे सड़े हुए मांस के जैसी गंध आती है. यह गंध परागण के लिए मांस खाने वाली मक्खियों और कीटों को आकर्षित करने के लिए होती है. इस गंध की वजह से दूसरे जीव इसके करीब नहीं जाते. वहां के स्थानीय लोग इसे 'मुर्दा फूल' भी कहते हैं. इंडोनेशिया के अलावा यह फूल मलेशिया, थाईलैंड और फिलीपींस में पाया जाता है. देखा जाए तो अपने आप में अनोखा यह फूल एक तरह का परजीवी पौधा है. इसमें दिखाई देने वाली पत्तियां, जड़ें या तने नहीं होते.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today