ONDC: सस्ते सामान की एक नई दुकान, ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो जान लें इसके बारे में सब कुछ

ONDC: सस्ते सामान की एक नई दुकान, ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो जान लें इसके बारे में सब कुछ

ओएनडीसी का पूरा संचालन सरकारी सिस्टम के अंतर्गत होता है. ओएनडीसी का नाम फूड डिलिवरी में सबसे प्रमुखता से लिया जा रहा है जहां जोमैटो और स्विगी जैसी कंपनियां पहले से मशहूर हैं. कहा जा रहा है कि स्विगी और जोमैटो को ओएनडीसी से बड़ी चुनौती मिलेगी और आने वाले समय में इसकी बड़ी पहचान होगी.

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ONDC: सस्ते सामान की एक नई दुकान, ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो जान लें इसके बारे में सब कुछऑनलाइन फूड डिलिवरी के क्षेत्र में ओएनडीसी का बड़ा नाम है (सांकेतिक फोटो साभार freepik)

अगर आप जोमैटो, स्विगी, जेप्टो का नाम जानते हैं, तो एक नाम और आपको पता होना चाहिए. ये नाम है ओएनडीसी (ONDC) का. इसका फुल फॉर्म है ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स. बाकी ऑनलाइन शॉपिंग की तरह ये भी एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है. बस फर्क ये है कि बाकी कंपनियां प्राइवेट हैं, तो ओएनडीसी सरकारी है. जिस तरह अमेजॉन और फ्लिपकार्ट लोगों को ऑनलाइन शॉपिंग की दुनिया में अपनी सेवाएं दे रही हैं, उसी तरह ओएनडीसी भी है जो पूरी तरह से सरकारी है. 

ओएनडीसी का पूरा संचालन सरकारी सिस्टम के अंतर्गत होता है. ओएनडीसी का नाम फूड डिलिवरी में सबसे प्रमुखता से लिया जा रहा है जहां जोमैटो और स्विगी जैसी कंपनियां पहले से मशहूर हैं. कहा जा रहा है कि स्विगी और जोमैटो को ओएनडीसी से बड़ी चुनौती मिलेगी और आने वाले समय में इसकी बड़ी पहचान होगी. खेती-किसानी से जुड़े प्रोडक्ट भी ओएडीसी की शान बढ़ा रहे हैं क्योंकि ऑनलाइन बिक्री में इन प्रोडक्ट की खासी मांग देखी जा रही है.

आजकल ऑनलाइन कॉमर्स में ग्राहकों को सीधा खेत से उनके घर तक सामान पहुंचाया जाता है. इस तरह के प्रोडक्ट की बहुत मांग है. लगभग सभी ऑनलाइन कॉमर्स कंपनियां सब्जी, फल, दूध आदि की डिलिवरी करती हैं. इसमें ओएनडीसी भी बड़ा रोल निभा रहा है जहां किसानों के प्रोडक्ट ऑनलाइन माध्यम से ग्राहकों तक पहुंचाए जा रहे हैं. इससे किसानों की आमदनी बढ़ रही है और उनके प्रोडक्ट की पहुंच दूर-दूर तक फैल रही है. 

क्या करती है ONDC

ऑनलाइन कंपनी ओएनडीसी फिलहाल 180 शहरों में सेवाएं दे रही है. जिस तरह से अमेजॉन और फ्लिपकार्ट पर छोटी से लेकर बड़ी कंपनियां अपना सामान बेचती हैं, उसी तरह ओएनडीसी पर भी कई कंपनियां हैं जो ग्राहकों को ऑनलाइन शॉपिंग कराती हैं. लेकिन अगर आप फूड डिलिवरी लेना चाहते हैं, तो आपको थोड़ी मायूसी हो सकती है. ओएनडीसी के साथ एक बड़ी समस्या ये है कि बाकी ऑनलाइन कॉमर्स कंपनियों की तरह फूड डिलिवरी के लिए अलग से कोई ऐप नहीं है. इसलिए ग्राहकों को ओएनडीसी के पार्टनर ऐप से अपना खाना बुक करना होता है. इन पार्टनर ऐप में पेटीएम, मेजिकपिन आदि के नाम हैं. ओएनडीसी फूड डिलिवरी के अलावा किराना, घर के सजावटी सामान और साफ-सफाई के प्रोडक्ट भी बेचती है.

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10,000 ऑर्डर का रिकॉर्ड

ONDC का दावा है कि वह ग्राहकों को सस्ते में ऑनलाइन कॉमर्स का लाभ देना चाहती है. कंपनी की कोशिश ये भी है कि देश की स्टार्टअप कंपनियों को जोड़कर उनका बिजनेस बढ़ाया जाए ताकि देसी कंपनियों के आगे बढ़ने का रास्ता खुल सके. महज एक साल पहले बीटा वर्जन में आई इस कंपनी ने ट्रांजैक्शन के क्षेत्र में अपना रिकॉर्ड भी बना लिया है. अभी हाल में एक दिन में इस कंपनी के जरिये 10,000 ऑर्डर बुक किए गए. 

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निलेकणि भी कर चुके तारीफ

आप टेक्नोलॉजी की दुनिया से थोड़ा भी वाकिफ हों तो आपको नंदर निलेकणि का नाम जरूर पता होगा. निलेकणि इंफोसिस कंपनी के को-फाउंडर रहे हैं. वे ओएनडीसी के एडवाइजरी काउंसेल भी हैं. वे कहते हैं कि ओएनडीसी केवल फूड डिलिवरी के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि हर तरह के ई-कॉमर्स में बड़ा नाम बना सकती है. फूड डिलिवरी की बात करें तो ओएनडीसी ग्राहकों के अलावा रेस्टोरेंट से सीधा संपर्क रखती है. लेकिन खास बात ये है कि प्राइवेट ऑनलाइन कंपनियों की तरह इसका कमीशन बहुत अधिक नहीं है बल्कि बेहद किफायती है. यही वजह है कि स्विगी और जोमौटो की तरह ओएनडीसी का नाम भी तेजी से आगे बढ़ रहा है.

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