गर्मियों का मौसम यानी आम का मौसम. फलों का राजा कहे जाने वाले आम का लोगों को साल भर बेसब्री से इंतजार रहता है. इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इसकी हर साल बढ़ती डिमांड से लगाया जा सकता है. अब जब आम का मौसम आ चुका है तो इसका टेस्ट लेने से क्यों दूर रहें. आम अपने मीठे स्वाद और सुगंध के लिए काफी पसंद किए जाने वाला फल है. वहीं देशभर में आम की कई किस्में पाई जाती है. मंडियों में मई के महीने में आम आना शुरू हो जाता है, जो अगस्त-सितंबर तक मिलता रहता है. वहीं देश में सबसे ज्यादा आम की पैदावार महाराष्ट्र में होती है, यहां का अल्फांसो आम काफी लोकप्रिय है.
वहीं दक्षिण भारत के राज्य में कर्नाटक में भी आम की काफी पैदावार होती है. काफी दिनों से कर्नाटक का चुनाव भी चर्चा में हैं अब जब वहां नतीजे आ चुके हैं तो बात कर लेते हैं आम की. यहां के आम, ‘आम’ नहीं बल्कि खास हैं. आइए जानते हैं कर्नाटक में पैदा होने वाली आम की किस्मों के बारे में-
तोतापरी आम साउथ इंडिया में काफी पॉपुलर आम है. आम की विभिन्न किस्मों में से सबसे बेहतरीन किस्म तोतापरी आम की होती है. जो दिखने में हल्का केसरी रंग का होता है इसका ऊपरी हिस्सा केसरी रंग और नीचे का हल्का हरा दिखाई देता है. तोतापरी आम बेहद ही खूबसूरत होता है. वहीं तोतापरी आम स्वाद में बेहद ही मीठा होता है. इसकी कीमत आमतौर पर 85-100 रुपये किलो होती है.
नीलम आम एक दक्षिण भारतीय मीठा आम है. नीलम आम कर्नाटक में अपने रसीले और मीठे स्वाद के लिए काफी पॉपुलर है. अगर आप शेक पीने के शौकीन हैं तो ये आम आपके लिए परफेक्ट है. ये आम अप्रैल से जून महीने तक बाजारों में आता है. वहीं इसकी कीमत 30 से 40 रुपये किलो है.
बादामी आम को कर्नाटक का अल्फांसो भी कहा जाता है. बादामी कर्नाटक की प्रमुख आम की किस्म है और अप्रैल से जुलाई तक इस फल का आनंद उठाया जाता है. इसकी उत्पत्ति भारत के कर्नाटक में हुई है. बादामी आम पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इस किस्म की त्वचा बहुत पतली होती है. इनकी कीमत 250 से 300 रुपये किलो तक है.
आमतौर पर रसपुरी आम को आमों की रानी कहा जाता है. इसके रसीले स्वाद की वजह से ये आम कर्नाटक के मैसूर में काफी मशहूर है. रसपुरी आम का जैम और स्मूदी बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है.
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ये आम दशहरी आम की तरह ही दिखने में होता है. ये आम कर्नाटक में अपने रसीले और मीठे स्वाद के लिए काफी पॉपुलर है. इसकी कीमत बाजार में दशहरी आम के मुकाबले तीन गुना ज्यादा है. वहीं यह आम आजकल अपने स्वाद के लिए सभी आम की किस्मों को पीछे छोड़ रहा है.
दक्षिण भारत का सिंदूरी आम काफी मशहूर है. सिंदूरी एक खट्टा मीठा आम है. सिंदूरा आम को भी शेक या पल्प बनाने के लिए उपयोग किया जाता है. सिंदूरा आम बाहर से लाल रंग का होता है, जबकि अंदर से सुर्ख पीले रंग का होता है. वहीं इसकी कीमत 300 रुपये किलो होती है.
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