देश के कई राज्यों में शीतलहर की शुरूआत हो चुकी है. शाम के समय चल रही हवाओं ने लोगों को घर में रहने और अलाव का सहारा लेने पर मजबूर कर दिया है. आए दिन लोग सर्दी में कर रहे लापरवाही से बीमार हो रहे हैं. कई लोग खांसी और अन्य लक्षणों से परेशान है. वहीं, अगर आपके नाक से खून निकले या कुछ खास लक्षण दिखे तो समझ जाएं कि आप ठंड की चपेट में आ चुके हैं. ऐसे में परेशान होने की जगह सरकार की बताई गई एडवाइजरी का पालन करें. बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार ने शीतलहर को देखते हुए उससे बचाव के लिए गाइडलाइन जारी किए है, जिसका पालन करके ठंड से बचा जा सकता है. आइए जानते हैं.
1. कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता का खतरा बंद कमरों में अंगीठी या फायर पॉट का उपयोग करने से होता है, जिससे जान जाने का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए बंद कमरों में अंगीठी या फायर पॉट का प्रयोग न करें.
2. फ्रॉस्टबाइट के दौरान त्वचा सफेद या फीकी पड़ सकती है. कपकपी, मांसपेशियों में अकड़न, बोलने में कठिनाई, अधिक नींद आना, सांस लेने में कठिनाई और बेहोशी जैसे लक्षण दिख सकते हैं. यह एक मेडिकल इमरजेंसी है और इसके लिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
3. हाइपोथर्मिया से प्रभावित व्यक्ति को तुरंत गर्म कपड़े पहनाएं और उसे गर्म स्थान पर रखें. कंबल, तौलिया या चादर से शरीर को ढकें. गर्म पेय पदार्थ देकर शरीर के तापमान को बढ़ाएं. वहीं ऐसे लक्षणों के बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर की सहायता लें.
4. शराब का सेवन न करें, क्योंकि यह शरीर के तापमान को घटाता है. फ्रॉस्टबाइट प्रभावित अंगों को रगड़ने से बचें, इससे और अधिक नुकसान हो सकता है. बेहोश व्यक्ति को तरल पदार्थ न पिलाएं.
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