नाक से खून निकले या दिखें ये लक्षण तो समझ जाइए ठंड की चपेट में हैं आप, बचाव के ये तरीके अपनाएं

नाक से खून निकले या दिखें ये लक्षण तो समझ जाइए ठंड की चपेट में हैं आप, बचाव के ये तरीके अपनाएं

देशभर में कई राज्‍य शीतलहर की चपेट में हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, अगले 2-3 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में अलग-अलग जगहों पर शीत लहर की स्थिति जारी रहेगी. ऐसे में कई लोग सर्दी की चपेट में आने लगे हैं. वैसे लोगों के लिए हम बचाव का तरीका बताएंगे.

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नाक से खून निकले या दिखें ये लक्षण तो समझ जाइए ठंड की चपेट में हैं आप, बचाव के ये तरीके अपनाएंसर्दी से बचाव के उपाय

देश के कई राज्यों में शीतलहर की शुरूआत हो चुकी है. शाम के समय चल रही हवाओं ने लोगों को घर में रहने और अलाव का सहारा लेने पर मजबूर कर दिया है. आए दिन लोग सर्दी में कर रहे लापरवाही से बीमार हो रहे हैं. कई लोग खांसी और अन्य लक्षणों से परेशान है. वहीं, अगर आपके नाक से खून निकले या कुछ खास लक्षण दिखे तो समझ जाएं कि आप ठंड की चपेट में आ चुके हैं. ऐसे में परेशान होने की जगह सरकार की बताई गई एडवाइजरी का पालन करें. बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार ने शीतलहर को देखते हुए उससे बचाव के लिए गाइडलाइन जारी किए है, जिसका पालन करके ठंड से बचा जा सकता है. आइए जानते हैं.

ठंड से बचने के लिए करें ये उपाय

  1. मौसम के पूर्वानुमानों का पालन करें.
  2. शीतलहर के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें और घर के अंदर ही रहें.
  3. ठंड में लंबे समय तक बाहर न रहें.
  4. ऊनी कपड़ों की कई परतें पहनकर सिर, गर्दन, हाथ और पैरों को ढक कर रखें.
  5. विटामिन सी युक्त फल और सब्जियां खाएं और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए गर्म तरल पदार्थों का सेवन करें.
  6. आस-पड़ोस में रहने वाले वृद्धजनों और बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें.
  7. नाक बहना, नाक बंद होना, फ्लू और नाक से खून आने जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टरों की सलाह लें.
  8. ठंडी हवाएं नाक और मुंह के जरिए भी हमें बीमार कर सकती हैं, इसलिए बाहर जाते समय अपने मुंह को भी ढंक कर रखें.

ठंड में इन चीजों का उपयोग न करें

1. कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता का खतरा बंद कमरों में अंगीठी या फायर पॉट का उपयोग करने से होता है, जिससे जान जाने का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए बंद कमरों में अंगीठी या फायर पॉट का प्रयोग न करें.

2. फ्रॉस्टबाइट के दौरान त्वचा सफेद या फीकी पड़ सकती है. कपकपी, मांसपेशियों में अकड़न, बोलने में कठिनाई, अधिक नींद आना, सांस लेने में कठिनाई और बेहोशी जैसे लक्षण दिख सकते हैं. यह एक मेडिकल इमरजेंसी है और इसके लिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

3. हाइपोथर्मिया से प्रभावित व्यक्ति को तुरंत गर्म कपड़े पहनाएं और उसे गर्म स्थान पर रखें. कंबल, तौलिया या चादर से शरीर को ढकें. गर्म पेय पदार्थ देकर शरीर के तापमान को बढ़ाएं. वहीं ऐसे लक्षणों के बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर की सहायता लें.

4. शराब का सेवन न करें, क्योंकि यह शरीर के तापमान को घटाता है. फ्रॉस्टबाइट प्रभावित अंगों को रगड़ने से बचें, इससे और अधिक नुकसान हो सकता है. बेहोश व्यक्ति को तरल पदार्थ न पिलाएं. 

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