कृषि क्षेत्र की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए आर्य एजी (Arya.ag) को 250 करोड़ रुपये मिले हैं. यह रकम किसानों, एफपीओ और छोटे कृषि उद्यमों को उपलब्ध कराई जाएगी. इससे फसल कटाई के बाद उपज प्रबंधन बेहतर हो सकेगी और उपज का नुकसान घटेगा. 7 लाख किसानों को वित्तीय मदद दे रही आर्य एजी का टारगेट 20 लाख किसानों तक पहुंचना है और यह फंडिंग रास्ता बनाने मे मदद करेगी.
आर्य एजी के बयान के अनुसार प्राइवेट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ग्रुप (PIDG) का हिस्सा गारंटको ने HSBC इंडिया को 2.5 बिलियन रुपये (लगभग 30 मिलियन अमेरिकी डॉलर) यानी 250 करोड़ रुपये लोन सुविधा के लिए दो आंशिक गारंटी दी है. यह रकम HSBC इंडिया की ओर से देश के दिग्गज अनाज कमर्शियल प्लेटफॉर्म आर्य एजी को दी गई है. कंपनी ने कहा है कि इस लेनदेन का इस्तेमाल किसानों, किसान उत्पादक संगठनों (FPO) और छोटे कृषि उद्यमों को फसल के बाद नकदी उपलब्ध कराने के लिए किया जाएगा. इससे किसानों को अपनी फसलों के लिए अधिक वैल्यू हासिल करने में मदद मिलेगी.
आर्य एजी फार्मगेट स्तरीय भंडारण, कमोडिटी के बदले तुंरत वित्तीय मदद और बाजार लिंकेज की पेशकश करके किसानों के वित्तीय समावेशन की सुविधा देता है. यह किसानों, एफपीओ और कृषि उद्यमों को फसल के तुरंत बाद कम कीमत पर उपज बिक्री से बचने में मदद करता है. आर्य एजी किसानों को अपनी उपज को स्टोरेज करने की सुविधा देता जब तक कि ऑफ सीजन में कीमतें ऊपर नहीं आ जाती हैं. इससे किसानों को अकसर उपज का 20-30 फीसदी अधिक रिटर्न हासिल होता है.
भारत में कृषि क्षेत्र के लिए गारंटको कंपनी का यह पहला लेनदेन है. कंपनी जलवायु अनुकूल टिकाऊ विकास लक्ष्यों के साथ काम कर रहा है. इसके साथ ही छोटे खाद्य उत्पादकों, किसानों की उपज और आय को दोगुना करना है. गारंटको एचएसबीसी इंडिया से आर्य एजी के इंटीग्रेटेड कमर्शियल प्लेटफॉर्म आर्यटेक और इसकी फिनटेक शाखा आर्यधन को दो अलग-अलग ऋण सुविधाओं के लिए आंशिक ऋण गारंटी देगा.
गारंटको में एशिया निवेश के प्रबंध निदेशक और PIDG में एशिया कवरेज के प्रमुख निशांत कुमार ने कहा कि हम भारत के कृषि क्षेत्र के लिए बाजार के बुनियादी ढांचे को विकसित करने में आर्या एजी का समर्थन करने के लिए पहली बार एचएसबीसी इंडिया के साथ हाथ मिलाकर खुश हैं. आर्य एजी स्टोरेज, फाइनेंस और बाजारों का विस्तार करके वंचित किसानों की क्षमता को बढ़ा रही है ताकि उनकी कमाई को बढ़ाया जा सके.
आर्या एजी के को-फाउंडर और सीओओ आनंद चंद्रा ने कहा कि गारंटको और एचएसबीसी इंडिया के साथ साझेदारी करने से किसानों, एफपीओ और कृषि उद्यमों को महत्वपूर्ण संसाधनों से जोड़ने की हमारी क्षमता का विस्तार होता है. जबकि, टेक्नोलॉजी के जरिए ट्रस्ट और ट्रांसपेरेंसी को बढ़ावा मिलता है. गारंटको का समर्थन हमारे इंटीग्रेटेड मॉडल की बदलावकारी शक्ति को रेखांकित करता है.
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