CNG Price: सीएनजी के दाम और बढ़ाने की तैयारी में तेल कंपनियां, खाना पकाना और वाहन चलाना महंगा हो जाएगा 

CNG Price: सीएनजी के दाम और बढ़ाने की तैयारी में तेल कंपनियां, खाना पकाना और वाहन चलाना महंगा हो जाएगा 

सरकार ने शहरी गैस वितरकों को सस्ती घरेलू प्राकृतिक गैस के आवंटन में भारी कटौती की है, जिससे इन कंपनियों के लिए ओवरऑल गैस खरीद लागत बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. ऐसे में तेल कंपनियों पर संपीड़ित प्राकृतिक गैस यानी सीएनजी की कीमतें बढ़ाने का दबाव है.

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CNG Price: सीएनजी के दाम और बढ़ाने की तैयारी में तेल कंपनियां, खाना पकाना और वाहन चलाना महंगा हो जाएगा सीएनजी का इस्तेमाल खाना पकाने, वाहनों में फ्यूल के रूप में इस्तेमाल किया जाता है.

सरकार ने शहरी गैस वितरकों को सस्ती घरेलू प्राकृतिक गैस के आवंटन में भारी कटौती की है, जिससे इन कंपनियों के लिए ओवरऑल गैस खरीद लागत बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. ऐसे में तेल कंपनियों पर संपीड़ित प्राकृतिक गैस यानी सीएनजी की कीमतें बढ़ाने का दबाव है. अनुमान है कि अगले कुछ सप्ताह में सीएनजी के दाम में बढ़ोत्तरी दिख सकती है. सीएनजी का इस्तेमाल खाना पकाने, वाहनों में फ्यूल के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. जबकि, बिजली बनाने में भी सीएनजी का उपयोग किया जाता है. 

कीमत बढ़ने की आशंका, पर आपूर्ति कम नहीं होगी

सरकार शहर के गैस वितरकों को मूल्य नियंत्रित घरेलू गैस यानी एपीएम गैस आवंटित करती है. यह सस्ता गैस कोटा होता है जो गैस वितरक कंपनियों को सरकार की ओर से मिलता है. गैस वितरक सीएनजी की बिक्री खाना पकाने के लिए घरों, वाहनों के लिए फ्यूल के रूप में करते हैं. तेल कंपनियों से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि सस्ते गैस कोटा में कटौती से इसकी कीमतें प्रभावित हो सकती हैं. हालांकि, अधिकारियों ने कहा है कि खाना पकाने के लिए सीएनजी की आपूर्ति पर सरकार के फैसले का असर नहीं होगा.

एपीएम गैस हिस्सेदारी 75% तक घटने का अनुमान 

सिटी गैस वितरक के वरिष्ठ अधिकारी ने इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि सिटी गैस कंपनियों की सीएनजी बिक्री में एपीएम गैस की हिस्सेदारी अक्टूबर में लगभग 88% से गिरकर वर्तमान में लगभग 80% हो गई है. उन्होंने कहा कि दिसंबर के मध्य से यह और गिरकर 75-76% हो जाएगी. तुलनात्मक रूप से देखें तो पिछले साल के अंत में शहर की गैस कंपनियों की सीएनजी बिक्री में एपीएम गैस की हिस्सेदारी 90% से अधिक थी.

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ONGC के प्रोडक्शन में कमी गैस कोटा घटने की वजह  

अधिकारी ने कहा कि ओएनजीसी के कम उत्पादन करने के चलते एपीएम आवंटन में कटौती की गई है, लेकिन यह अस्थायी है. उन्होंने कहा कि राज्य संचालित एक्सप्लोरर आपूर्ति बढ़ाने के लिए कदम उठा रहे हैं.

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सस्ता गैस कोटा कम करने का मतलब समझिए 

शहरी गैस वितरकों को पिछली तिमाही में उनकी खपत के आधार पर घरेलू गैस आवंटित की जाती है. कम एपीएम आवंटन का मतलब है कि कंपनियों को उपलब्ध हाई कॉस्ट वाली घरेलू गैस सोर्सिंग से कमी को पूरा करनी होगी. ऐसे में ऊंची इनपुट लागत कंपनियों को सीएनजी की कीमतें बढ़ाने का दबाव डालेगी. पिछले हफ्ते राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सीएनजी आपूर्ति करने वाली कंपनी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड ने सीएनजी की कीमतें एक रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ा दी थीं. अब एपीएम गैस की कटौती किए जाने से देश भर में कीमतों में और बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है. 
 

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