किसान खेतों में उपज बढ़ाने के लिए तरह तरह के रसायनों और उर्वरकों का छिड़काव करते हैं. वहीं डॉ यू.एस. अवस्थी प्रबंध निदेशक एवं सीईओ, इफको के अनुसार आजकल किसान इफको नैनो यूरिया का फसलों में इस्तेमाल करके अच्छी पैदावार प्राप्त कर रहे हैं.
आपको बता दें कि इफको नैनो यूरिया भारत सरकार द्वारा अनुमोदित एकमात्र नैनो उर्वरक है. ऐसे में आइए जानते हैं इफको नैनो यूरिया क्या है और इसका कैसे उपयोग किया जाता है-
इफको नैनो यूरिया
इफको नैनो यूरिया के बारे में अधिकांश लोगों को जानकारी नहीं है. इफको नैनो यूरिया को फर्टिलाइजर कंट्रोल आर्डर में शामिल किया गया है, यह भारत सरकार द्वारा अनुमोदित है और देश का एकमात्र नैनो उर्वरक है जो कि लिक्विड में होता है, इसके 1 बोतल का प्रयोग 1 बोरी यूरिया के स्थान पर किया जाता है. यह पत्तियों के रंध्रों और छिद्दों में आसानी से पहुंच कर पौधों की कोशिकाओं द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है जिससे पौधों के वृद्धि और विकास में सहायता होती है.
इसके उपयोग से फसल की उपलब्धता में काफी वृद्धि होती है. साथ ही किसानों के लिए पॉकेट फ्रेंडली भी है, यह यूरिया की बोरी से कम दाम में बाजारों में उपलब्ध है.
फसलों की पैदावार में वृद्धि होने का दावा
डॉ यू.एस. अवस्थी प्रबंध निदेशक एवं सीईओ, इफको ने अपने ट्विटर अकाउंट में वीडियो शेयर करते हुए कहते हैं कि बाराबंकी के दौलतपुर गांव के पद्मश्री रामसरन वर्मा जो कि एक उन्नत किसान हैं. उन्होंने आलू की फसल पर इफको नैनो यूरिया का छिड़काव किया जिससे उन्हें पौधों की वृद्धि और विकास में लाभ देखने को मिला, इसके अलावा उनके भतीजे ने शिमला मिर्च की फसल में इफको नैनो यूरिया का इस्तेमाल किया जहां फलों के उत्पादन में अच्छी वृद्धि देखने को मिली.
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