सब्जी और फलों की खेती करने वाले किसानों को रस चूसने वाले कीटों से सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता है, क्योंकि ये कीट फल या सब्जी की क्वालिटी को खराब कर देते हैं. जबकि, कलर, स्वाद भी बदल जाता है और इससे उपज पर भी बुरा असर पड़ता है. किसानों को इस समस्या से निपटने और कीटों से फसल को बचाने के लिए केमिकल सॉल्यूशन बनाने वाली कंपनी नई दवा लेकर आई है.
केमिकल सॉल्यूशन कंपनी बीएएसएफ (BASF) ने फसल का रस चूसने वाले कीटों से निपटने में मदद करने के लिए नया कीटनाशक एफिकॉन लॉन्च किया है. कीटनाशक प्रतिरोध कार्रवाई समिति (IRAC) ग्रुप 36 के तहत कैटेगरी वाला यह कीटनाशक एक नए वर्ग ग्रुप 36- पाइरिडाज़िन को लीड करता है, जो इसे एक बेहतर कीटनाशक रेजिसटेंस मैनेजमेंट टूल बनाता है.
बीएएसएफ इंडिया के एग्री सॉल्यूशन बिजनेस डायरेक्टर गिरिधर राणुवा ने कहा कि फल और सब्जियों को छेदने और चूसने वाले कीट भारत में फसलों के लिए बड़ा खतरा हैं और हर सीजन में बड़े पैमाने पर किसानों को नुकसान पहुंचाते हैं. जबकि, उत्पादन में 35 से 40 प्रतिशत तक की गिरावट आ जाती है. देश में किसान अब एफिकॉन के इस्तेमाल से ऐसे कीटों से अपनी फसलों को बचा सकेंगे.
उन्होंने कहा कि एफिकॉन को लॉन्च कर दिया गया है. कंपनी ने दावा किया कि यह कीटनाशक के इस्तेमाल के केवल दो घंटों में यह अपना काम करना शुरू कर देता है. ऑस्ट्रेलिया के बाद भारत उन शुरुआती देशों में से है, जहां इस प्रोडक्ट को 2023 में लॉन्च किया गया था. उन्होंने कहा कि यह कीटनाशक एफिड, जैसिड और सफेद मक्खी जैसे कीटों पर प्रभावी है. दवा के इस्तेमाल से यह पौधे, फल और सब्जी को खाने और चोट पहुंचाने वाले कीड़ों को रोक देता है.
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