सुबह के नाश्ते में लोग अक्सर ऐसे खाद्य पदार्थ को खाना पसंद करते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद और पेट के लिए आसानी से पचने वाले हो. ऐसे में इडली को खाना ज्यादातर लोग पसंद करते हैं. अब मोटे अनाज में शामिल रागी से बनी इडली भी खाने में स्वादिष्ट और सेहत के लिए काफी ज्यादा पौष्टिक है. दक्षिण भारत राज्यों में मोटे अनाज का उत्पादन सबसे ज्यादा होता है. कर्नाटक में रागी का उत्पादन खूब होता है. वहीं अब अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित होने के बाद बाजरा और रागी से बनी हुई इडली को अब रेस्टोरेंट में भी परोसा जाने लगा है. रवा से बनने वाली इडली से कहीं ज्यादा स्वादिष्ट और पचने में कहीं ज्यादा बेहतर है रागी की इडली.
रागी की इडली (Ragi idli) बनाने के लिए दही और बेकिंग सोडा की जरूरत होती है. इससे बनने वाली इडली ज्यादा मुलायम होती है. लखनऊ में ईट राइट मिलेट्स मेले में होटल मैनेजमेंट के संस्थान के शेफ आशुतोष ने रागी की इडली को 15 मिनट में बना कर दिखाया. उन्होंने किसान तक को बताया रागी की इडली बनाने के लिए सबसे पहले सूजी को रोस्ट कर ले फिर इसे ठंडा कर ले. फिर एक कटोरी में सूजी और रागी को मिक्स कर लें. इसमें नमक और दही मिलाएं और फिर पानी डालकर घोल तैयार कर लें. 30 मिनट के लिए इसको रख दें. वहीं इडली बनाने से पहले चुटकी भर बेकिंग सोडा भी इसमें मिलाएं. इडली बनाने वाली प्लेट पर तेल लगाया और उस पर इडली का घोल डालकर 8 से 10 मिनट के लिए स्टीम होने के लिए रखते हैं. गैस की मध्यम लौ का ही इस्तेमाल करें और तैयार होने वाली इडली को नारियल की चटनी और टमाटर ,प्याज की चटनी के साथ सर्व करें.
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मोटे अनाज में बाजरा, ज्वार, रागी, मक्का, सामा, कोदो, कंगनी को शामिल किया गया है. इन अनाजों को सुपरफूड भी कहा जाता है_ क्योंकि इन में गेहूं ,चावल के मुकाबले ज्यादा पोषक तत्व मौजूद होते हैं. रागी से इडली बनाने वाले होटल मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट के शेफ आशुतोष ने बताया कि रागी जिसे नाचनी के नाम से भी जाना जाता है. हालांकि इस की तासीर गर्म होती है] जिसकी वजह से इसे सर्दियों में खाना फायदेमंद माना गया है. रागी से बनी हुई इडली खाने में सुपाच्य होती है. वहीं इसके नाश्ते में सेवन के कई फायदे भी है. रागी में डाइटरी फाइबर काफी ज्यादा मौजूद होते हैं. वहीं इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है जिससे ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल में रहता है. इसे डायबिटीज के मरीज भी खा सकते हैं.
वहींं रागी में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है, जो बच्चों से लेकर गर्भवती महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद है. वहीं इसमें आयरन भरपूर होता है, जिसके सेवन से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर अच्छा रहता है और एनीमिया खून की कमी नहीं होती है. कोलेस्ट्रोल को कम करने में रागी को सहायक माना गया है. रागी में मौजूद डाइटरी फाइबर शरीर में बढ़े हुए बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं.
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