200 रुपये की इस मशीन से फसल रहेगी सुरक्षित, खेत के आसपास भी नहीं भटकेगी नीलगाय

200 रुपये की इस मशीन से फसल रहेगी सुरक्षित, खेत के आसपास भी नहीं भटकेगी नीलगाय

यह मशीन एक पंखे की तरह काम करती है और हवा की मदद से चलती. जितनी तेज से हवा चलेगी, मशीन का पंखा उतने तेजी से घूमेगा. वहीं, पंखे के घूंमने से अलग तरह की तेज आवाज निकलती. इस आवाज से मवेशी खेत में नहीं आते हैं.

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200 रुपये की इस मशीन से फसल रहेगी सुरक्षित, खेत के आसपास भी नहीं भटकेगी नीलगायनीलगाय से फसल को कैसे बचाएं. (सांकेतिक फोटो)

उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश और राजस्थान ऐसे राज्य हैं, जहां पर किसान बड़े स्तर पर धान, गेहूं, दलहन और तिलहन की खेती करते हैं. लेकिन इन राज्यों में किसान नीलगाय और जंगली मवेशियों से काफी परेशान हो गए हैं. मवेशी झुंड में आते हैं और कुछ ही घंटों के अदर फसल को चट कर जाते हैं. इससे किसानों को बहुत अधिक आर्थिक नुकसान हो रहा है. कई किसान तो फसल की रखवाली करने के लिए रात में खेत पर पहरा भी देते हैं. इसके बावजूद भी नीलगाय फसलों को बर्बाद कर रही हैं. लेकिन अब किसानों की चिंता करने की जरूरत नहीं है. आज में एक ऐसी देसी मशीन के बारे में बात करने जा रहा हूं, जिससे नीलगाय और जंगली मवेशी खेत के पास भटकेंगे भी नहीं.

खास बात यह है कि यह देसी मशीन बहुत ही सस्ती है. आप 150 से 200 रुपये खर्च कर घर पर ही अपने हाथों से बना सकते हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि इसे चलाने के लिए बिजली और गैस की भी आवश्यकता नहीं है. साथ ही इस मशीन को चालू और बंद करने के लिए खेत पर भी आपको नहीं जाना पड़ेगा. क्योंकि इस देशी मशीन को केवल लकड़ी के एक खंभे से बांधने की जरूरत होती है, ताकि सुरक्षित रहे और तेज हवा बहने पर जमीन पर गिर कर खराब न हो जाए. 

कैसे चलता है पंखा

दरअसल, यह मशीन एक पंखे की तरह काम करती है और हवा की मदद से चलती. जितनी तेज से हवा चलेगी, मशीन का पंखा उतने तेजी से घूमेगा. वहीं, पंखे के घूंमने से अलग तरह की तेज आवाज निकलती. इस आवाज से मवेशी खेत में नहीं आते हैं. इस मशीन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि हवा की दिशा में बदलने पर पंखे की गति प्रभावित नहीं होगी. क्योंकि इसे ऐसे डिजाइन किया गया है कि हवा के साथ- साथ इसकी भी दिशा बदल जाती है. वहीं, जैसे ही हवा किसी और दिशा में चलनी शुरू होगी, मशीन में लगे पंखे उसी तरफ से चलने लगेंगे. 

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तेज ध्वनि उत्पन्न होती है

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस मशीन को कार्डबोर्ड से जोड़ा गया है और जब हवा दूसरी दिशा से इसे दबाती है तो यह दिशा बदल लेती है. वहीं, बेल बेयरिंग चे चलते मशीन हवा के साथ खुद को उसी दिशा में घुमा लेती है. इसके चलते से पंखे हवाओं की दिशा में हो जाते हैं और चलने लगते हैं. इससे तेज ध्वनि उत्पन्न होती है. ऐसे में नीलगाय और मवेशी खेत के आसपास भी नहीं आते हैं.

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