गुलाब को मोहब्बत का प्रतीक माना गया है. हर कोई इसकी खूबसूरती और सुगंध का कायल है. शादियों से लेकर हर छोटे-बड़े कार्यक्रम में गुलाब का इस्तेमाल बेहतरीन सजावट के लिए किया जाता है, जो आपको अपनी ओर आकर्षित करता है. गुलाब का रंग और खुशबू दोनों ही बेहद मनमोहक होता है. गुलाब की एक प्रजाति ऐसी भी है जो दिखने में काले रंग की होती है. जिसे काले गुलाब (Black Rose) के नाम से जाना जाता है. काले गुलाब दुर्लभ होते हुए भी देखने में अद्भुत होते हैं. इसे किसान खेतों में तो उगा सकते हैं. तो वहीं इसे आसानी से घरों में भी उगाया जा सकता है. हम आपको बता रहे हैं कि कैसे इसकी खेती घरों और खेतों में की जा सकती है.
आप घर पर आसानी से बरगंडी, लाल और मखमली बनावट वाले काले गुलाब के पौधे उगा सकते हैं. गुलाब के फूलों की खेती में आमतौर पर बीज, नए पौधे और कलम का उपयोग किया जाता है. लेकिन, आजकल अधिकांश किसान बीज का उपयोग करके गुलाब का फूल लगा रहे हैं. गुलाब की खेती के लिए सबसे पहले गमला या गार्डन को तैयार कर लें.
नर्सरी से गुलाब को लाने के बाद तुरंत लगा देना चाहिए. शाम के समय या दोपहर के बाद का समय पौधा लगाने का सबसे सही समय माना जाता है.
गुलाब की खेती के लिए मिट्टी की पीएच वैल्यू 6 से 7.5 के बीच होना चाहिए. यह उच्च उपज प्राप्त करने के लिए सबसे अच्छा पीएच है. गुलाब के पौधे उच्च कार्बनिक पदार्थों वाली रेतीली दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से विकसित होता है और इसमें ऑक्सीजन की मात्रा भी अधिक होती है.
दुनिया भर में गुलाब ठंडी के मौसम में उगाया जाता है. 15 डिग्री सेल्सियस से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच गुलाब की खेती तकनीकी तौर पर सही मानी जाती है. गुलाब के पौधे को शुरुआत के दिनों में 5 से 6 घंटे सूरज की रोशनी की जरूरत पड़ती है. आम तौर पर ज्यादा धूप की आवश्यकता नमी वाले मौसम की स्थिति में या बादल की स्थिति में होती है.
गुलाब के फूल मुख्य रुप से तोड़ने को तब तैयार होते हैं, जब फूल की पंखुड़ियां चमकीली होने लगती है. पहले वर्ष में गुलाब के पौधे फूलने के लिए तैयार होते हैं और दूसरे वर्ष में फूलों की अच्छी उपज प्राप्त होती है. आमतौर पर गुलाब के फूल पौधे पर 40 दिनों तक रह सकते हैं.
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