पीएम किसान सम्मान निधि योजना से देश के छोटे और सीमांत किसानों को संबल मिल रहा है. योजना के तहत लाभार्थी किसानों को सालाना 6 हजार रुपये उनके बैंक खाते में दिए जाते हैं. इसे 2000 रुपये की तीन किस्तों के रूप में जारी किया जाता है. कई किसान इस योजना की प्रक्रिया में कोई गलती कर देते हैं या जानकारी देना भूल जाते हैं. ऐसे में किसानों को समस्या न हो और वे योजना के लाभ से वंचित न हों, इसके लिए सरकार पीएम किसान एआई चैटबोट (किसान ई-मित्र) से उनकी समस्या दूर कर रही है.
पीएम किसान एआई चैटबोट के माध्यम से किसानों को योजना से जुड़े हर सवाल का मिलता है. बता दें कि यह चैटबोट अभी 11 भाषाओं- हिंदी, अंग्रेजी, ओड़िया, कन्नड़, मराठी, तेलगु, बंगाली, तमिल, गुजराती, पंजाबी और मलयालम में काम करता है. कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के एक रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2024 तक 30 लाख से ज्यादा किसानों ने इस एआई चैटबोट का इस्तेमाल किया, जिससे उन्हें मोबाइल पर ही केवाईसी, दस्तावेजों और पात्रता संबंधी समेत कई तरह के प्रश्नों का जवाब मिला. यह चैटबोट किसानों के प्रश्नों का चुटकियों में जवाब दे देता है.
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पीएम किसान सम्मान निधि योजना के करोड़ों लाभार्थियों को अब 2000 रुपये की 18वीं किस्त का इंतजार है. अगले महीने से रबी की फसल की बुआई शुरू हो जाएगी. इस समय किसानाें को बीज, खाद खरीदने के लिए पैसों की जरूरत पड़ती है. ऐसे में आर्थिक रूप से बेहद ही कमजोर किसानों के लिए यह योजना एक सहारे की तरह काम करती है. बता दें कि 18 जून को पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से 17वीं किस्त जारी की थी. अब अनुमान है कि अक्टूबर में इसकी 18वीं किस्त आ सकती है. हालांकि, सरकार की ओर से इस बारे में अब तक कोई जानकारी साझा नहीं की गई है.
पीएम किसान योजना की 18वीं किस्त के लिए बैंक खाता, दस्तावेज और ई-केवाईसी से जुड़ी प्रक्रिया समय पर पूरी कर लें, नहीं तो आपकी किस्त अटक सकती है. इसके लिए आप पीएम किसान पोर्टल पर जाकर प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं. बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने देश में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को बढ़ावा देने पर जो दे रहे हैं. इसी क्रम में वर्ष 2023 में पीएम किसान पोर्टल को नई तकनीक से जोड़ा गया है. भविष्य में इस एआई चैटबोट को 22 भाषाओं में जानकारी के लिए सक्षम बनाया जाएगा.
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