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खेती-किसानी करने वाला यह शख्स 100वीं बार लड़ेगा UP की इस सीट से चुनाव, जानिए पीछे की असल वजह!

खेती-किसानी करने वाला यह शख्स 100वीं बार लड़ेगा UP की इस सीट से चुनाव, जानिए पीछे की असल वजह!

खेती- किसानी का काम करने वाले चौथी कक्षा पास हस्नूराम आंबेडकरी का हौसला बरकरार है. इसी हौसले के साथ वह एक बार फिर चुनाव मैदान में उतर रहे हैं. फटे हुए जूते, दुबला-पतला बदन, खद्दर का कुर्ता और मन में जीत की आस लिए 77 साल के हस्नूराम आंबेडकरी ने फिर से पर्चा खरीदा है.

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हसनुराम अंबेडकरी बोले- जीत की उम्मीद अभी बाकी है...(Photo-Kisan Tak) हसनुराम अंबेडकरी बोले- जीत की उम्मीद अभी बाकी है...(Photo-Kisan Tak)

Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का एलान होने के बाद राजनीतिक दल अपनी सियासी बिसात बिछाने में जुट गए हैं. इसी क्रम में आगरा जिले में एक उम्मीदवार ग्राम प्रधान, वार्ड मेंबर से लेकर राष्ट्रपति तक का चुनाव लड़ चुका है. अब तक अपनी उम्र से ज्यादा चुनाव लड़ने का रिकॉर्ड बना लिया है. इसी के साथ इस बार 100 बार चुनाव लड़ने का आंकड़ा भी पूरा होने जा रहा है. आगरा खेरागढ़ तहसील के ग्राम पंचायत नगला दूल्हे खां निवासी अंबेडकरी हसनुराम अंबेडकरी, जो फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट के लिए नामांकन करने जा रहे हैं.

हस्नूराम आंबेडकरी का हौसला बरकरार

खेती- किसानी का काम करने वाले चौथी कक्षा पास हस्नूराम आंबेडकरी का हौसला बरकरार है. इसी हौसले के साथ वह एक बार फिर चुनाव मैदान में उतर रहे हैं. फटे हुए जूते, दुबला-पतला बदन, खद्दर का कुर्ता और मन में जीत की आस लिए 77 साल के हस्नूराम आंबेडकरी ने फिर से पर्चा खरीदा है. आपको बता दें कि हस्नूराम आंबेडकरी ने सन् 1984 में पहली बार आगरा के खेरागढ़ से निर्दलीय चुनाव लड़ा और हार का सामना करना पड़ा. इसमें उन्हें 16,800 मत प्राप्त हुए थे. तब से हसनू का हार का सिलसिला शुरू हुआ, जो अब तक जारी है. इस बार उन्होंने आगरा की दो लोकसभा आगरा और फतेहपुर सीकरी से नामांकन दाखिल करने के लिए जिला मुख्यालय से पर्चा खरीदा है. इसी के साथ उनका चुनाव लड़ने का आंकड़ा भी पूरा होने जा रहा है.

हसनुराम ने पुराने किस्से को याद करते हुए बताया कि एक शख्स ने उससे कहा था कि  ‘तुझे तो तेरी खुद की बीवी तक वोट नहीं देगी…’ ये है वो बात चुभ गई थी. इस वजह से उन्होंने ग्राम प्रधान से लेकर राष्ट्रपति तक का चुनाव लड़ा. दरअसल, सन् 1974 से वामसेफ के जिला संयोजक थे. लेकिन, जब उन्होंने सन् 1985 में आगरा के बीएसपी कन्वीनर से विधानसभा के चुनाव लड़ने के लिए टिकट मांगी.

तुझे तो तेरी खुद की बीवी तक वोट नहीं देगी…

तब तत्कालीन कन्वीनर अर्जुन सिंह ने उन्हें टिकट देने से मना कर दिया. उन्होंने कहा ‘तुम्हे तो तुम्हारी खुद की बीवी वोट नहीं देगी’, तो कोई और तुझे क्या वोट देगा .’ बस अर्जुन सिंह की यह बात हसनुराम के दिल मे चुभ गई. तभी से उन्होंने ठान लिया कि कुछ भी हो जाए देश का कोई भी ऐसा चुनाव नहीं होगा, जिसे वह लड़ेंगे नहीं. चाहे हार हो या जीत. हसनुराम अंबेडकरी ने राष्ट्रपति पद के लिए भी पर्चा दाखिल किया था. लेकिन, वो कागजी कमी के चलते खारिज हो गया था.

फतेहपुर सीकरी सीट पर 7 मई को होगा मतदान

फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर तीसरे चरण में मतदान किया जाएगा. फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट के लिए सभी पार्टियों के प्रत्याशियों के नामांकन की आखिरी तारीख 19 अप्रैल रहेगी जबकि नाम वापसी 22 अप्रैल तक किए जा सकते हैं. लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान में फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर मतदान के लिए 7 मई की तारीख तय की गई है और 7 मई को फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट के वोटर अपने मत का प्रयोग कर अपने संसद सदस्य का चुनाव करेंगे. इसके साथ ही मतगणना 4 जून को होगी.