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Wheat Purchase: हरियाणा में 14 अप्रैल के बाद गेहूं की बिक्री पकड़ेगी रफ्तार, कटाई में देरी से आवक में सुस्ती

Wheat Purchase: हरियाणा में 14 अप्रैल के बाद गेहूं की बिक्री पकड़ेगी रफ्तार, कटाई में देरी से आवक में सुस्ती

करनाल जिले की अनाज मंडियों में गेहूं की आवक शुरू हो गई है. पिछले दो दिनों में हैफेड द्वारा 273 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है. खरीद सीजन के लिए कमर कस चुकी खरीद एजेंसियां एक-दो दिनों में अलग-अलग अनाज मंडियों में अच्छी आवक की उम्मीद कर रही हैं. जिले की अनाज मंडियों में गेहूं की आवक शुरू हो गई है.

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गेहूं का बंपर उत्पादन गेहूं का बंपर उत्पादन

गेहूं की फसल पकने के साथ ही किसान अपनी उपज लेकर अंबाला और कुरुक्षेत्र की अनाज मंडियों में पहुंचने लगे हैं. हालांकि, अगले कुछ दिनों तक आवक सुस्त रहने की उम्मीद है. कृषि विभाग और कृषि मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों का मानना है कि 14 अप्रैल के बाद ही सीजन पूरे शबाब पर होगा. अंबाला छावनी अनाज मंडी पहुंचे लंगर छन्नी गांव के किसान भूपिंदर सिंह ने 'दि ट्रिब्यून' से कहा, “मौसम की वजह से कटाई में देरी हुई है. पैदावार अच्छी दिख रही है और मैंने अपनी दो एकड़ की उपज एक सरकारी एजेंसी को बेच दी है.''

सरकारी एजेंसियों के अलावा निजी व्यापारी भी अनाज मंडियों में स्टॉक खरीद रहे हैं. शाहाबाद अनाज बाजार समिति के सचिव कृष्ण कुमार मलिक ने कहा, “अनाज बाजार में अब तक 300 टन से अधिक गेहूं का स्टॉक आ चुका है, जिसमें से 157 टन की खरीद की जा चुकी है. हम इस साल अधिक आवक की उम्मीद कर रहे हैं.''

क्या कहते हैं आंकड़े?

आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार शाम तक अंबाला जिले की अलग-अलग अनाज मंडियों में सरकारी एजेंसियों द्वारा 2,076 टन से अधिक गेहूं की आवक हो चुकी है, जिसमें से 850 टन की खरीद हो चुकी है, जबकि कुरुक्षेत्र जिले में आवक 1,266 टन से अधिक थी, जिसमें से 316 टन की खरीद हो चुकी है. अंबाला के कृषि उपनिदेशक डॉ. जसविंदर सैनी ने कहा, “वर्तमान में, हाथ से फसल की कटाई शुरू हो गई है और कंबाइन मशीनें अभी तक खेतों में नहीं आई हैं. इस साल लंबी सर्दी और कम तापमान के कारण कटाई में देरी हुई है. किसानों से मिल रही रिपोर्ट के अनुसार, फसल अच्छी दिख रही है और 14 अप्रैल के बाद कटाई में तेजी आने की उम्मीद है.'

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अंबाला और कुरुक्षेत्र के जिला मार्केटिंग प्रवर्तन अधिकारी राजीव चौधरी ने कहा, ''किसानों ने सोमवार से अनाज मंडियों में पहुंचना शुरू कर दिया है, लेकिन अब तक आवक सुस्त है और 14 अप्रैल के बाद इसमें तेजी आएगी. सरकारी खरीद एजेंसियों ने खरीद शुरू कर दी है. आने वाले स्टॉक की क्वालिटी अच्छी है लेकिन नमी की मात्रा अधिक है. किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी उपज सुखाकर और साफ करके लाएं ताकि उन्हें अपनी उपज बेचने के लिए इंतजार न करना पड़े. खरीद का मौसम सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं.''

करनाल मंडी में आवक

करनाल जिले की अनाज मंडियों में गेहूं की आवक शुरू हो गई है. पिछले दो दिनों में हैफेड द्वारा 273 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है. खरीद सीजन के लिए कमर कस चुकी खरीद एजेंसियां एक-दो दिनों में अलग-अलग अनाज मंडियों में अच्छी आवक की उम्मीद कर रही हैं. जिले की अनाज मंडियों में गेहूं की आवक शुरू हो गई है. हम इस सप्ताह अच्छी आवक की उम्मीद कर रहे हैं, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक अनिल कालरा ने कहा. उन्होंने कहा कि उन्होंने खरीद के लिए सभी तैयारियां कर ली हैं.

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आंकड़ों के मुताबिक जिले को अब तक 285 एमटी गेहूं मिला है, जिसमें से 273 एमटी की खरीद हो चुकी है. हालांकि, पिछले साल की तुलना में आवक बहुत कम है. 9 अप्रैल तक जिले की अलग-अलग अनाज मंडियों में 62,543 मीट्रिक टन की आवक हो चुकी है. विशेषज्ञों ने कहा कि फसल पकने के दौरान कम तापमान रहने के कारण गेहूं की कटाई में देरी हुई और बैसाखी के बाद कटाई सुचारू हो जाएगी और 20 अप्रैल तक इसमें तेजी आ जाएगी.