पश्चिम बंगाल में आलू की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए राज्य सरकार ने आलू को राज्य से बाहर बेचने पर बन लगा दिया है. इसके चलते किसानों को इसके अच्छे दाम नहीं मिल पा रहे है. आलू की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के विरोध में जलपाईगुड़ी की धुपगुड़ी में लगभग 500 आलू किसानों ने विरोध-प्रदर्शन किया और सड़क को जाम कर दिया. इस दौरान जाम हटाने गयी पुलिस और किसानों के बीच झड़प भी हुई. हालांकि पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद जाम हटा दिया गया. किसानों को बताया गया की धुपगुड़ी उपखंड के अधिकारी उनसे बात करेंगे इसके बाद किसान पीछे हटने को तैयार हुए.
मिली जानकारी के अनुसार सभी आलू किसान शनिवार दोपहर को आलू किसान धूपगुड़ी के बाजार में जमा हुए. जहा उन्होंने आलू को बीच सड़क पर फेंक दिया और राजमार्ग को जाम कर दिया. इसके चलते यातायात भी बाधित हुआ और लोगों को परेशानी भी हुई. द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार आलू की खेती करने वाले इस्माइल हुसैन ने बताया की पुलिस हमें दूसरे राज्यों में अपनी उपज भेजने से रोक रही है. एक तरफ तो हम बंगाल से बाहर आलू नहीं भेज पा रहे हैं. दूसरी तरफ यहां के थोक व्यापारी हमसे पर्याप्त मात्रा में आलू नहीं खरीद रहे हैं. इसका नुकसान किसानों को उठाना होगा.
किसानों के विरोध और जाम को देखते हुए धूपगुड़ी के उपखंड पुलिस अधिकारी जी. लेफा के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची. फिर जब पुलिस ने विरोध कर रहे किसानों को सड़क से हटाने का प्रयास किया तब पुलिस और किसानों के बीच झड़प भी हुई. लगभग 45 मिनट के बाद किसान वहां से पीछे हट गए और सड़क जाम ख़त्म हो गया. हालांकि, किसान शांत नहीं हुए और धूपगुड़ी कस्बे के एक अन्य चौराहे, मार्केट मोड़ पर पहुंच गए और सड़क पर जाम लगा दिया. विरोध कर रहे एक अन्य किसान ने कहा की पुलिस हमें अपनी उपज बेचने से कैसे रोक सकती है. इस समस्या को लेकर कई बार हमने शिकायत की है पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. किसान से कहा की उन्हें अपने उत्पाद को दुसरे राज्यों में भेजने की अनुमति दी जानी चाहिए नहीं तो वो फिर से आन्दोलन करेंगे.
किसानों के विरोध और आरोप को लेकर जलपाईगुड़ी की जिला मजिस्ट्रेट शमा परवीन ने दावा किया कि पुलिस दूसरे राज्यों में आलू ले जाने वाले ट्रकों को नहीं रोक रही है. उन्होंने कहा की हम इस मामले की जांच कर रहे हैं. बता दें कि बंगाल में आलू की कीमतों में उछाल के बाद राज्य कृषि विपणन विभाग ने दूसरे राज्यों में आलू की आवाजाही पर रोक लगा दी थी. कृषि विपणन राज्य मंत्री बेचाराम मन्ना ने कहा था की जब तक आलू की कीमतें स्थिर नहीं हो जातीं, तब तक राज्य में उत्पादित आलू दूसरे राज्यों में नहीं भेजे जायेंगे.
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