Sugarcane Farming: अच्छी मॉनसूनी बारिश गन्ना किसानों के लिए फायदेमंद, चीनी उत्पादन में बढ़ोत्तरी का अनुमान

Sugarcane Farming: अच्छी मॉनसूनी बारिश गन्ना किसानों के लिए फायदेमंद, चीनी उत्पादन में बढ़ोत्तरी का अनुमान

मॉनसून के दूसरे हिस्से में खूब बारिश का अनुमान जताया गया है. अच्छी बारिश से गन्ना किसानों को फायदा पहुंचने वाला है. अच्छी बारिश के पूर्वानुमान से महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु के गन्ना उत्पादकों के चेहरे खिले हुए हैं.

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Sugarcane Farming: अच्छी मॉनसूनी बारिश गन्ना किसानों के लिए फायदेमंद, चीनी उत्पादन में बढ़ोत्तरी का अनुमानबारिश के अच्छे संकेतों को देखते हुए अगले सीजन में उत्पादन बढ़ने का अनुमान.

देश के लगभग हर हिस्से में मॉनसून पहुंच चुका है. मॉनसून के दूसरे हिस्से में खूब बारिश का अनुमान जताया गया है. अच्छी बारिश से गन्ना किसानों को फायदा पहुंचने वाला है. क्योंकि गन्ना की फसल को सबसे ज्यादा सिंचाई की जरूरत पड़ती है. मौसम विभाग की अच्छी बारिश के पूर्वानुमान से महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु के गन्ना उत्पादकों के चेहरे खिले हुए हैं. वहीं, केंद्र सरकार ने बारिश के अच्छे संकेतों को देखते हुए अगले अक्टूबर-सितंबर सीजन में चीनी उत्पादन बढ़ने की संभावना जताई है. 

केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बीते दिनों एक कार्यक्रम में कहा कि अनुमान है कि पिछले साल की तुलना में गन्ने का उत्पादन बेहतर होगा. हालांकि, यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि बारिश कैसी होगी. उन्होंने कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सामान्य से बेहतर मानसून की भविष्यवाणी की है. ऐसे में गन्ना की फसल करने वाले राज्यों में किसान उत्सुक हैं. 

भारतीय मौसम विभाग ने मौसम पूर्वानुमान में कहा है कि मॉनसून के दूसरे हिस्से में अच्छी बारिश होगी. गन्ना की फसल को उगाने के लिए अन्य फसलों की तुलना में ज्यादा पानी देना होता है. इसीलिए उपयुक्त सिंचाई वाले और भरपूर बारिश वाले इलाकों में ही किसान गन्ना की फसल उगाने पर जोर देते हैं. महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु सर्वाधिक चीनी उत्पादन वाले राज्य हैं. यहां भारी मात्रा में गन्ना की फसल उगाई जाती है.  

320 लाख टन चीन उत्पादन का अनुमान 

भारतीय चीनी संघ इस्मा (ISMA) के अनुसार  30 सितंबर को समाप्त होने वाले चालू सीजन में चीनी का उत्पादन लगभग 320 लाख टन हो सकता है. प्रमुख चीनी उत्पादक 5 राज्यों में यूपी और महाराष्ट्र ने 15 अप्रैल 2024 तक उत्पादन आंकड़ा बीते साल की समान अवधि तक से पार कर लिया है. जबकि, बाकी 3 राज्यों ने बीते साल से कम उत्पादन दर्ज किया है. उत्तर प्रदेश ने 15 अप्रैल 2024 तक 101.45 लाख टन चीनी उत्पादन किया है, जो 15 अप्रैल 2023 तक 96.70 लाख टन चीनी उत्पादन से करीब 4 लाख टन अधिक है. इसी तरह महाराष्ट्र 109.20 लाख टन उत्पादन दर्ज किया है, जो बीते साल की समान अवधि के उत्पादन आंकड़े 105.90 लाख टन से करीब 4 लाख टन अधिक है. 

इन राज्यों में कम रहा उत्पादन 

मौजूदा सीजन में कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु का चीनी उत्पादन कम दर्ज किया गया है. कर्नाटक ने 15 अप्रैल 2024 तक 50.60 लाख टन चीनी उत्पादन किया है, जो बीते साल की समान अवधि के आंकड़े 54.95 लाख टन से करीब 4 लाख टन कम है. इसी तरह गुजरात ने 9.19 लाख टन उत्पादन किया है, जो बीते साल की समान अवधि में दर्ज 9.98 लाख टन के उत्पादन से कम है. वहीं, तमिलनाडु ने 8.60 लाख टन चीनी उत्पादन किया है, जो बीते साल की समान अवधि के आंकड़े 10.10 लाख टन से कम है. इसके अलावा अन्य राज्यों ने 15 अप्रैल 2024 तक 31.89 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जो बीते साल की समान अवधि के उत्पादन आंकड़े 34.75 लाख टन से कम है. 

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