मौसम की मार से देशभर के कई राज्यों में ग‍िरा धान का उत्पादन, इधर जम्मू में हुई र‍िकॉर्ड खरीदी

मौसम की मार से देशभर के कई राज्यों में ग‍िरा धान का उत्पादन, इधर जम्मू में हुई र‍िकॉर्ड खरीदी

इस साल मौसम की मार की वजह से अधिकांश राज्यों में धान की फसल बर्बाद हो गई थी. मानसून में देर से हुई बारिश की वजह से कई जगहों पर फसल की बुआई में देरी हुई थी. इस वजह से रकबे कम हुआ था. वहींं कटाई के समय बैमौसम बार‍िश ने तैयार फसल को नुकसान पहुंचाया था.

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मौसम की मार से देशभर के कई राज्यों में ग‍िरा धान का उत्पादन, इधर जम्मू में हुई र‍िकॉर्ड खरीदीपूरे देश में धान के उत्पादन में कमी के बीच जम्मू संभाग में हुई धान की रिकार्ड खरीदी, फोटो साभार: Freepik

खरीफ का सीजन खत्म होते ही उसकी पैदावार का हिसाब लगाने का काम शुरू हो गया है, इस सीजन की मुख्य फसलों में से एक धान की पैदावार की बात की जाए तो धान की पैदावार पर असर पड़ा है. इस साल मौसम की मार की वजह से धान के उत्पादन में ग‍िरावट दर्ज की गई है. असल में मानसून सीजन में देर से हुई बारिश की वजह से कई जगहों पर फसल की बुआई में देरी हुई थी. तो वहीं कटाई के समय बैमाैमस बार‍िश ने तैयार फसल को नुकसान पहुंचाया था. नतीजतन, देश के कई राज्यों में धान के उत्पादन में ग‍िरावट दर्ज की गई है. लेक‍िन, इस बीच जम्मू से धान को लेकर सुखद खबर सामने आई है. मौसम की मार की वजह से देशभर में ग‍िरे उत्पादन के बीच जम्मू में र‍िकॉर्ड धान की खरीदी सरकार ने की है. आइए जानते हैं कहां कितनी खरीदी हुई.

3 लाख क्विंटल के पार हुई खरीदी

जम्मू संभाग में इस बार पिछले सालों की तुलना में रिकॉर्ड 3 लाख क्विंटल से अधिक की खरीदी हुई है. कठुआ में यह जम्मू संभाग की उम्मीद से ज्यादा की खरीदी मानी जा रहा है. जम्मू संभाग के तीन जिलों की बात करें तो कठुआ में 163052.13 किग्रा, जम्मू 135509.53 किग्रा और सांबा जिले में 6731.63 किग्रा मिलाकर कुल 305292.38 किग्रा (3.5 लाख क्विंटल) से अधिक की खरीदी की गई है जिसमें 6127 किसानों को लाभ हुआ है. यह खरीदी पिछले वर्षों की तुलना में अधिक हुई है, भारतीय कृषि एवं किसान मंत्रालय ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है.  

 चावल के दामों में 9 फीसदी की बढ़ोतरी

देश भर में इस साल की बारिश ने फसलों को प्रभावित किया है. मानसूनी बार‍िश में हुई देरी की वजह से पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, ब‍िहार, झारखंड में धान की बुवाई कम हुई है. तो वहीं पंजाब और हर‍ियाणा में स‍ितंबर के महीने हुई बार‍िश ने तैयार फसल को नुकसान पहुंचाया है.नतीजतन, धान का उत्पादन कम हुआ है. ज‍िसका असर बाजार पर द‍िखने लगा है. मसलन, मौजूदा समय में चावल के दामों में 9 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. कयास लगाए जा रहे हैं क‍ि आने वाले द‍िनों में चावलों के दामों में और बढ़ोतरी हो सकती है. 
 

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