Onion Price: सोलापुर और राहुरी में 1 रुपये क‍िलो हुआ प्याज, मनमाड में क‍िसानों को म‍िल रहा 2 रुपये का भाव

Onion Price: सोलापुर और राहुरी में 1 रुपये क‍िलो हुआ प्याज, मनमाड में क‍िसानों को म‍िल रहा 2 रुपये का भाव

महाराष्ट्र कांदा उत्पादक संगठन के अध्यक्ष भारत द‍िघोले का कहना है क‍ि न‍िर्यात बंदी की वजह से ज्यादाकर क‍िसानों को 1 से 8 रुपये क‍िलो तक का दाम म‍िल रहा है. इसके बाद भी सरकार न‍िर्यात बंदी का न‍िर्णय वापस नहीं ले रही है. इसका मतलब तो यह है क‍ि सरकार यह चाहती है क‍ि क‍िसान अब फ्री में प्याज बांटें.

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 Onion Price: सोलापुर और राहुरी में 1 रुपये क‍िलो हुआ प्याज, मनमाड में क‍िसानों को म‍िल रहा 2 रुपये का भावप्याज़ का मंडी भाव

महाराष्ट्र की मंड‍ियों में प्याज की आवक घटने के बावजूद क‍िसानों को उच‍ित दाम नहीं म‍िल रहा है. कारण यह है क‍ि अब अध‍िकांश क‍िसानों को व‍िश्वास हो चला है क‍ि शायद न‍िर्यात बंदी लोकसभा चुनाव से पहले नहीं हटेगी. क‍िसी भी कृष‍ि उपज का दाम बढ़ जाए लेक‍िन अब सरकार प्याज का दाम नहीं बढ़ने देना चाहती है. क्योंक‍ि पूर्व में कई सरकारों को प्याज की महंगाई से नुकसान हुआ है. इस समय क‍िसानों को उनकी लागत का आधा दाम भी नहीं म‍िल रहा है. आधा भी छोड़‍िए सोलापुर और राहुरी मंडी में क‍िसानों को 10 फरवरी को प्याज का न्यूनतम दाम स‍िर्फ 1 रुपये क‍िलो म‍िला. जबक‍ि मनमाड़ में 2 रुपये क‍िलो का दाम रहा. इसल‍िए क‍िसान बहुत नाराज हैं. 

अब राज्य के क‍िसान इसल‍िए ही प्याज की खेती छोड़कर दूसरी फसलों की खेती को चुन रहे हैं. महाराष्ट्र कांदा उत्पादक संगठन के अध्यक्ष भारत द‍िघोले का कहना है क‍ि न‍िर्यात बंदी की वजह से ज्यादाकर क‍िसानों को 1 से 8 रुपये क‍िलो तक का दाम म‍िल रहा है. इसके बाद भी सरकार न‍िर्यात बंदी का न‍िर्णय वापस नहीं ले रही है. इसका मतलब तो यह है क‍ि सरकार यह चाहती है क‍ि क‍िसान अब फ्री में प्याज बांटें. यह सरकार प्याज क‍िसानों के पीछे न जाने क‍िस वजह से हाथ धोकर पड़ी हुई है. 

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खेती कम न करें तो क्या करें क‍िसान 

द‍िघोले का कहना है क‍ि क‍िसानों के पास अब दो प्रमुख रास्ते हैं. या तो वो खेती बंद कर दें या फ‍िर आने वाले चुनावों में सरकार को वोट से जवाब दे दें. क‍िसानों ने भी सरकार को वोट द‍िया था इसके बावजूद वो क‍िसानों के पीछे पड़ी हुई है. क‍िसानों ने खरीफ सीजन में भी प्याज की बुवाई कम कर दी थी और रबी सीजन में भी कम की है. क्योंक‍ि उन्हें लागत नहीं म‍िल रही है. आख‍िर हम घाटे में खेती क्यों करेंगे. हमारी आवाज न तो सत्ता पक्ष सुन रहा है और न व‍िपक्ष ही ढंग से बात उठा रहा है. 

इन मंड‍ियों में बहुत कम रहा दाम 

सोलापुर मंडी में 10 फरवरी को स‍िर्फ 34250 क्व‍िंटल प्याज आया तब भी यहां न्यूनतम दाम 100 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. जबक‍ि एक लाख क्व‍िंटल से ज्यादा आवक पर भी इतना ही दाम था. आठ फरवरी को यहां अध‍िकतम दाम 1800 जबक‍ि औसत दाम 1000 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. राहुरी मंडी में स‍िर्फ 5658 क्व‍िंटल प्याज की आवक हुई, इसके बावजूद न्यूनतम दाम 100 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. जबक‍ि अधिकतम दाम 1500 और औसत दाम 900 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा.

दूसरी ओर मनमाड़ मंडी में स‍िर्फ 4000 क्व‍िंटल प्याज की आवक हुई. इसके बावजूद क‍िसानों को न्यूनतम दाम स‍िर्फ 200 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल म‍िला. अध‍िकतम दाम 1300 और औसत दाम 1000 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. जुन्न्र में स‍िर्फ 8 क्व‍िंटल प्याज की आवक हुई, इसके बावजूद न्यूनतम दाम 300, अध‍िकतम 1500 और औसत दाम 1000 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल ही रहा.

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