मध्यप्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग उपज की सरकारी खरीद की तारीख को बढ़ा दिया गया है. किसान की फसल को उचित कीमत पर खरीदने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने यह फैसला लिया है. किसानों से अपील की गई है कि वह अपनी मूंग की फसल को नजदीकी सरकारी खरीद केंद्रों पर बिक्री के लिए 5 अगस्त तक ले जा सकते हैं.
मध्य प्रदेश में किसानों से मूंग दाल की खरीद प्रक्रिया 24 जून 2024 से चल रही है. सरकार मूंग दाल को न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी दरों पर खरीद कर रही है. सप्ताह में 5 दिन सोमवार से शुक्रवार को सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक किसानों से फसल खरीदी जा रही है. सरकारी खरीद 31 जुलाई 2024 को बंद होनी थी. लेकिन, अब सरकार ने इस तिथि को बढ़ाकर 5 अगस्त 2024 कर दिया है.
ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती के लिये रबी फसलों के कटने के तुरंत बाद खेत की जुताई और पलेवा के बाद बुवाई की जाती है. ग्रीष्मकालीन मूंग की बुुवाई फरवरी-मार्च में होती है और इसकी कटाई मई में होती है. देशभर में मूंग फसल की सरकारी खरीद मई के बाद शुरू हो जाती है, जो आमतौर पर जुलाई तक चलती है. सरकार ने मूंग फसल की खरीद के लिए सरकारी मूल्य यानी एमएसपी 8,558 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है. इसी मूल्य पर खरीद केंद्रों पर किसानों से खरीद की जा रही है.
मध्य प्रदेश राज्य सरकार ने किसानों के हित में बड़ा फैसला लेते हुए गर्मियों की मूंग फसल की खरीद को 5 अगस्त करने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घोषणा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग की सरकारी खरीद तिथि 5 अगस्त तक बढ़ा दी गई है. हमारे अन्नदाताओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो, यही हमारा ध्येय है.
राज्य में 12 जुलाई से मूंग की सरकारी खरीद प्रक्रिया शुरू हुई थी और आखिरी तारीख 31 जुलाई तक महज 500 क्विंटल मूंग की फसल ही खरीदी जा सकी है. ऐसे में जिन किसानों की मूंग फसल नहीं बिक सकी थी उन्होंने शिकायतें दर्ज कराई थीं. किसानों को बिचौलिए को कम दाम पर मूंग बेचनी पड़ी है. उन किसानों की परेशानियों को देखते हुए सरकार ने मूंग खरीद की तारीख को 5 अगस्त तक बढ़ा दिया है.
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