गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. चिलचिलाती धूप और लू से बचने के लिए लोग नींबू का सेवन कर रहे हैं. ऐसे में खपत बढ़ने से नींबू महंगा हो गया है. पंजाब के लुधियाना में थोक बाजार में नींबू का रेट अचानक 150 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है. जबकि खुदरा बाजार में यह 170 से 180 रुपये प्रति किलो के बीच है. व्यापारियों का कहना है कि नींबू की कीमत में ये बढ़ोतरी अधिक मांग और कम आपूर्ति के कारण आई है.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, कारबारा चौक के पास थोक सब्जी मंडी, लकी वेजिटेबल्स के लकी ने कहा कि कुछ दिनों पहले नींबू की कीमत लगभग 30 से 40 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जो थोक बाजार में 125 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है. वहीं, अदरक और लहसुन की कीमतों में भी बढ़ोतरी जारी है. इनकी कीमत 150 रुपये किलो है. डीलर ने कहा कि मई तक नींबू की कीमत में गिरावट की कोई उम्मीद नहीं है. जब तक गर्मी कम नहीं होगी, तब तक नींबू के रेट में गिरावट नहीं आएगी.
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वहीं, अन्य सब्जियों के दाम अपेक्षाकृत उचित हैं. थोक बाजार में प्याज 22 रुपये प्रति किलो, आलू 22 रुपये प्रति किलो, टमाटर 30 रुपये प्रति किलो, शिमला मिर्च 20 रुपये प्रति किलो, फूलगोभी 35 रुपये प्रति किलो, गाजर 15 रुपये प्रति किलो, मूली 30 रुपये प्रति किलो और भिंडी 50 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं. लेकिन खुदरा बाजार या सब्जी ठेकों पर आते-आते इन सब्जियों के दाम 20-30 रुपये प्रति किलो तक बढ़ जाते हैं.
एक गृहिणी अंजलि मल्होत्रा ने कहा कि थोक और खुदरा बाजारों की कीमतों में भारी अंतर है. पहले थोक कीमतें खुदरा बाजार में उपलब्ध कीमतों से काफी कम थीं. उन्होंने कहा कि प्रति किलोग्राम 5-10 रुपये की बढ़ोतरी से कोई परेशानी नहीं हुई, लेकिन कई बार वे दोगुने मार्जिन पर बेचते हैं, जो उचित नहीं है.
कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि पश्चिम बंगाल में भीषण गर्मी और लू के चलते बागवानी फसलों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है. इससे हरी सब्जियों के उत्पादन में गिरावट आ गई है. इसके चलते सब्जियों की कीमत में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. खास कर गर्मी और लू का असर दक्षिण बंगाल के जिलों में कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है. इन जिलों के किसानों को बढ़ती गर्मी की वजह से कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें फसलों को लू से बचाए रखने के लिए बार-बार सिंचाई करनी पड़ रही है. इससे खेती में लागत बढ़ गई है.
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