गन्ना किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए हरियाणा सरकार ने अपनी सभी सहकारी चीनी मिलों में इथेनॉल प्लांट लगाएगी. इसकी शुरुआत की जा चुकी है. सोनीपत की गोहाना चीनी मिल में भी इथेनॉल प्लांट लगाया जाएगा. जहां छोटी मिल्स हैं, वहां दो-दो मिलों काे मिलाकर कलस्टर स्तर पर इथेनॉल प्लांट लगेंगे. इस बात की जानकारी सूबे के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने दी है. वो गोहाना के आहुलाना में स्थित चीनी मिल के गन्ना पेराई सत्र-2022-23 की शुरुआत कर रहे थे. मशीन में क्रशिंग के लिए गन्ना डालकर सत्र की शुरुआत हुई.
सहकारिता मंत्री डॉ. लाल ने परिसर में चीनी भंडारण गोदाम की आधारशिला रखी, जिसके निर्माण पर 3 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत आएगी. साथ ही मिल में किसानों के लिए 80 लाख रुपये की लागत से बनाए गए किसान विश्राम गृह का लोकार्पण भी किया. उन्होंने कहा कि गन्ना उत्पादक किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार ने मजबूत कदम बढ़ाए हैं. इसके लिए नए प्रयोग और प्रयास किए जा रहे हैं.
हरियाणा की चीनी मिलों में गुड़ बनाने की भी शुरुआत की गई है. मिलों में प्रेसमड स्थापित कर बायोगैस बनाने की दिशा में भी कदम बढ़ाए गए हैं. रिफाइंड शुगर बनाने की भी शुरुआत की जा रही है. गोहाना मिल में भी रिफाइंड शुगर का उत्पादन किया जाएगा. इन कोशिशों से किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी. उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए राज्य सरकार 16 फसलों की खरीद एमएसपी पर कर रही है. जबकि कई राज्यों में सिर्फ दो फसलें ही एमएसपी पर खरीदी जाती हैं. प्रदेश के फल एवं सब्जी उत्पादकों के लिए भावांतर भरपाई योजना लागू की गई है.
सहकारिता मंत्री डॉ. लाल ने पिछले गन्ना पेराई सत्र में सबसे अधिक व साफ गन्ना लाने वालों के साथ इस सीजन में सबसे पहले गन्ना लाने वाले किसानों को पुरस्कृत किया. पिछले सीजन में सर्वाधिक गन्ना लाने वालों में मुंडलाना गांव के विनोद, घिलोडकलां के नरेंद्र, रिठाल के सतबीर, जागसी के राजेंद्र व आहुलाना के भूपेंद्र शामिल रहे. इस सीजन में ट्रैक्टर-ट्रॉली से सबसे पहले गन्ना लेकर आए खंदराई के राजेंद्र तथा बुग्गी से सबसे पहले गन्ना लाने वाले मदीना के सतबीर को भी सम्मानित किया गया.
शुगरफेड के प्रबंध निदेशक कैप्टन मनोज कुमार ने किसानों का आह्वान किया कि वे समय के साथ खुद को बदलें. अन्यथा प्रगति रूक जाएगी. नई तकनीकों की सहायता से अपनी आय में वृद्धि करें. जल संरक्षण का काम करें. शुगर मिल गोहाना के प्रबंध निदेशक आशीष कुमार ने किसानों से अपील की कि वे साफ-सुथरा गन्ना लेकर आयें, जिससे मिल को भी फायदा होगा. इसका सीधा लाभ किसानों को मिलेगा.
हरियाणा में किसानों को गन्ने का दाम 362 रुपये प्रति क्विंटल दिया जा रहा है. पंजाब में इससे अधिक दाम हो गया है. कृषि मंत्री जेपी दलाल के मुताबकि पिछले साल यानी सितंबर में गन्ने में चीनी रिकवरी 10.24 फीसदी रही है. यहां कुल 11 चीनी मिलें कार्यरत हैं.
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