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यूपी में गन्ना क‍िसानों के ल‍िए एक्सीलेंस अवार्ड की हुई घोषणा, जानें क‍िसको म‍िलेगा पुरस्कार

यूपी में गन्ना क‍िसानों के ल‍िए एक्सीलेंस अवार्ड की हुई घोषणा, जानें क‍िसको म‍िलेगा पुरस्कार

यूपी में गन्ना की उन्नत खेती कर रहे प्रगतिशील किसानों, स्वयं सहायता समूहों एवं चीनी मिलों को अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार ने 'उत्कृष्ट कार्य योजना' लागू की गई है. इस योजना के तहत बरेली के जगदीश प्रसाद को श्रेष्ठ गन्ना किसान और मुजफ्फरनगर के देवेश आर्य को श्रेष्ठ युवा गन्ना किसान के पुरस्कार के लिए चुना गया है.

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यूपी में याेगी सरकार ने उत्कृष्ट गन्ना किसानों को सम्मानित करने की योजना शुरू करने की है    यूपी में याेगी सरकार ने उत्कृष्ट गन्ना किसानों को सम्मानित करने की योजना शुरू करने की है

गन्ना विभाग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास से संबंधित विकास कार्यों को गति प्रदान करने तथा उत्कृष्ट गन्ना किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए उत्कृष्ट कार्य योजना लागू की है. प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने बताया कि इस योजना के तहत 4 प्रगतिशील गन्ना किसानों, 4 सहकारी गन्ना विकास समितियों, 13 चीनी मिलों, 12 महिला स्वयं सहायता समूह एवं 4 युवा गन्ना किसानों को उत्कृष्टता सम्मान के लिए चुना गया है, ज‍िसमें बरेली के जगदीश प्रसाद यूपी के सर्वश्रेष्ठ गन्ना क‍िसान चुने गए हैं.  

उत्कृष्ट गन्ना किसान

भूसरेड्डी ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत कृषक संवर्ग में गन्ना की उत्पादकता एवं पूर्व निर्धारित अन्य मानकों के आधार पर दो वर्गों में उत्कृष्ट गन्ना किसान चुने गए. इनमें गन्ना किसान एवं युवा गन्ना किसान वर्ग में प्रगतिशील किसानों को चयनित किया गया है.

बरेली के प्रगतिशील किसान जगदीश प्रसाद पुत्र रामचन्द्र शर्मा, को उत्कृष्ट गन्ना किसान का प्रथम पुरस्कार विजेता घोषित किया गया है. इस वर्ग में दूसरे स्थान पर लखीमपुर के किसान जगतार सिंह पुत्र सूरत सिंह एवं तृतीय पुरस्कार हेतु शाहजहांपुर के किसान महेंद्र कुमार दुबे पुत्र शिवदत्त और पीलीभीत के किसान नरेन्द्र सिंह पुत्र निरंजन सिंह को चुना गया है.

श्रेष्ठ युवा गन्ना किसान

प्रदेश में युवा गन्ना किसानों को नई तकनीक एवं कौशल के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए प्रगतिशील युवा किसानों को भी इस सम्मान के लिए चुना गया. इस वर्ग में सम्मानित होने वाले किसानों के लिए तय किए गए मानकों में अच्छे उत्पादन से युवा किसानों की आय बढ़ाने हेतु उनकी साक्षरता, प्रशिक्षण, बीज एवं भूमि उपचार, पंचामृत खेती, गन्ना खेती में नवाचार आदि शामिल किए गए.

इन मानकों की कसौटी पर खरे उतरे मुजफ्फरनगर के युवा गन्ना किसान देवेश आर्य पुत्र जितेन्द्र कुमार आर्य को प्रथम पुरस्कार, हरदोई के जाफर नियाज पुत्र नियाज अहमद को द्वितीय पुरस्कार, मुजफ्फरनगर की मनप्रीत कौर पत्नी अमरजीत सिंह एवं सुल्तानपुर के धनंजय सिंह पुत्र उदयभान सिंह को संयुक्त विजेता के रूप में तृतीय पुरस्कार के लिए चुना गया है.

स्वार की सहकारी समिति चुनी गई सर्वश्रेष्ठ

भूसरेड्डी ने बताया कि इस योजना के तहत श्रेष्ठ सहकारी गन्ना विकास समिति वर्ग के लिए मानक के रूप में आवंटित लक्ष्य की समय से प्राप्ति, ऋण वितरण, टीडीएस रिफंड आदि तय किए गए. इस वर्ग में रामपुर जिले के स्वार की सहकारी गन्ना विकास समिति लि. को प्रथम पुरस्कार, शाहजहांपुर के पुवाया की सहकारी गन्ना विकास समिति लि. को द्वितीय पुरस्कार एवं गोंडा में गौरा चौकी की सहकारी गन्ना विकास समिति लि तथा बलरामपुर में तुलसीपुर की सहकारी गन्ना विकास समिति लि. को संयुक्त विजेता के रूप में तृतीय पुरस्कार के लिए चुना गया है.

4 चीनी मिलें पहले स्थान पर रहीं

प्रदेश में संचालित चीनी मिलों को उत्कृष्ट प्रदर्शन एवं अन्य मानकों के आधार पर चुना गया. इस वर्ग में 4 चीनी मिलों को संयुक्त रूप से प्रथम पुरस्कार दिया जाएगा. इनमें दौराला शुगर वर्क्स, दौराला, इण्डियन पोटाश लि सकौती टाण्डा, नंगलामल शुगर काम्प्लेक्स, नंगलामल, मेरठ एवं धामपुर शुगर मिल्स लि. असमोली, सम्भल शामिल हैं. 

इसके अलावा चीनी मिल इंडियन पोटाश लि. रोहाना कलां, मुजफ्फरनगर और एल एच शुगर मिल्स लि. पीलीभीत को संयुक्त रूप से द्वितीय पुरस्कार एवं धामपुर शुगर मिल्स लि. रजपुरा, सम्भल, अवध शुगर एण्ड एनर्जी लि. रौजा, शाहजहांपुर चीनी मिल अजबापुर, लखीमपुर चीनी मिल रूपापुर हरदोई, चीनी मिल अकबरपुर, अम्बेडकरनगर, चीनी मिल मोतीनगर, अयोध्या एवं चीनी मिल मनकापुर, गोण्डा को संयुक्त रूप से तृतीय पुरस्कार के लिए चुना गया है. विजेता चीनी मिलों को स्मृति चिह्न तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जायेगा.

गंगा स्वयं सहायता समूह को प्रथम पुरस्कार

प्रदेश में गन्ने की खेती से जुड़े महिला स्वयं सहायता समूहों को भी इस योजना के तहत पुरस्कृत किया जाएगा. इस वर्ग के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों की सदस्य संख्या, सीडलिंग उत्पादन, अभिलेखों के रखरखाव एवं अन्य मानक तय किए गए थे.

इस वर्ग में मुजफ्फरनगर के गंगा स्वयं सहायता समूह, पीलीभीत के लालपुर स्वयं सहायता समूह, बरेली के अन्नपूर्णा महिला स्वयं सहायता समूह एवं सरस्वती महिला स्वयं सहायता समूह को संयुक्त विजेता के रूप में प्रथम पुरस्कार के लिए चुना गया है. इसके अलावा बिजनौर के यदु महिला स्वयं सहायता समूह, गुरु नानक देव महिला स्वयं सहायता समूह, रानी लक्ष्मीबाई महिला स्वयं सहायता समूह, शाहजहांपुर के जैनब बेगम महिला स्वयं सहायता समूह, लखीमपुर-खीरी के दशमेश महिला स्वयं सहायता समूह और गोंडा के प्रेरणा महिला स्वयं सहायता समूह को संयुक्त विजेता के रूप में द्वितीय पुरस्कार दिया जाएगा.

शाहजहांपुर के गंगा नगर महिला स्वयं सहायता समूह एवं हरदोई के शाइनिंग स्टार महिला स्वयं सहायता समूह को संयुक्त रूप से तृतीय पुरस्कार के लिए चुना गया है. उत्कृष्ट योजनान्तर्गत सभी वर्ग के विजेताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार के रूप में 51 हजार रुपए, 31 हजार रुपये और 21 हजार रुपये की धनराशि, स्मृति चिह्न तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा.

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