इंड‍ियन एग्री प्रोडक्ट्स को म‍िलेगा भारतीय नदि‍यों का नाम! APEDA ने बनाया प्लान 

इंड‍ियन एग्री प्रोडक्ट्स को म‍िलेगा भारतीय नदि‍यों का नाम! APEDA ने बनाया प्लान 

दुन‍ियाभर में भारतीय कृष‍ि उत्पादों ने अपनी व‍िशेष पहचान बनाई है. इस बीच APEDA ने वैश्व‍िक स्तर पर इंड‍ियन एग्री प्रोडक्ट्स की मजबूत उपस्थ‍ित‍ि के ल‍िए योजना बनाई है. ज‍िसमें भारतीय नद‍ियों के नामों का प्रयोग एग्री प्रोडक्ट्स की ब्रांड‍िंग के ल‍िए कि‍या जाएगा.

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इंड‍ियन एग्री प्रोडक्ट्स को म‍िलेगा भारतीय नदि‍यों का नाम! APEDA ने बनाया प्लान जीआई टैग वाले भारतीय कृष‍ि उत्पादों को व‍िदेशों में खूब पसंद कि‍या जा रहा है- सांकेत‍िक तस्वीर (Photo Credit APEDA Twitter)

भारत के कृष‍ि उत्पाद यानी इंड‍ियन एग्री प्रोडक्ट्स (Indian Agriculture Products) ने बीते कुछ सालों में वैश्व‍िक स्तर पर व‍िशेष पहचान बनाई है, ज‍िसमें कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) की भूम‍िका अहम रही है. वहीं APEDA ने एग्री एक्सपोर्ट में अब रणनीत‍ियों में बदलाव करने की योजना बनाई है. ज‍िसके तहत अब APEDA इंड‍ियन एग्री प्रोडक्ट्स की टैग लाइन और ब्रांडिंग के ल‍िए भारतीय नद‍ि‍यों का नाम प्रयोग करने की योजना पर काम कर रहा है. इस योजना के तहत APEDA देश भर में गंगा, ब्रह्मपुत्र, कावेरी और गोदावरी नदी घाटियों सहित अन्य से प्राप्त किए जा सकने वाले कृषि उत्पादों की पहचान कर रहा है. 

इस संबंध में APEDA के अध्यक्ष एम अंगमुथु ने अंग्रेजी अखबार ब‍िजनेस लाइन से बातचीत करते हुए कहा क‍ि हमारे पास शानदार कृषि और खाद्य उत्पाद रेंज है, ज‍िसमें कई एग्री प्रोडक्ट, क्षेत्र और राज्य व‍िशेष की पहचान हैं, तो वहीं कई एग्री प्रोडक्ट को जीआई टैग म‍ि‍ला हुआ है.

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उन्होंने कहा क‍ि APEDA इन शानदार एग्री प्रोडक्ट्स को एक बड़ा बाजार और इनकी ब्रांडिंग देने की योजना बना रहा है. उन्होंने स्पेशल प्लान की जानकारी साझा करते हुए कहा क‍ि APEDA इंड‍ियन एग्री प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने के लिए टैग लाइन और ब्रांड के रूप में भारतीय नद‍ियों के के नाम का प्रयोग करने की योजना बना रहा है. 

व‍िदेशों के भारतीय रेस्तरां पर नजर 

वहीं इंड‍ियन एग्री प्रोडक्ट्स की व‍िदेशों में स्वीकार्यता बढ़ाने के ल‍िए APEDA की नजरें व‍िदेशों में स्थ‍ित भारतीय रेस्तरां पर है. इस संबंध की जानकारी देते हुए APEDA के अध्यक्ष एम अंगमुथु ने कहा क‍ि देश के जीआई-टैग वाले एग्री प्रोडट्स को विदेशी बाजारों में अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. उन्होंने कहा क‍ि पिछले साल हमने 101 से अधिक जीआई-टैग एग्री प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट किया. 

अंगमुथु ने आगे कहा क‍ि APEDA एग्री इंपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रेस्तरां के साथ भी काम कर रहा है. उन्होंने आगे कहा क‍ि विदेशों में 1.5 लाख से अधिक समर्पित भारतीय रेस्तरां हैं. APEDA देश के एग्री प्रोडक्ट्स को भारतीय रेस्तरां के माध्यम से बढ़ावा देने का इरादा रखते हैं. 

2030 तक पांचवां एग्री इंपोर्टर बनने का लक्ष्य

APEDA के अध्यक्ष एम अंगमुथु ने कहा क‍ि वर्ष 2022 में भारत ने 200 से अधिक देशों को एग्री प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट क‍िए, जबक‍ि 10 साल पहले 150 देशों को ही एग्री एक्सपोर्ट क‍िया जाता था. उन्होंने बताया क‍ि भारत वर्तमान में एग्री एक्सपोर्ट करने के मामले में दुन‍िया में 8वें स्थान पर है. वहीं 2030 तक इसे शीर्ष पांच देशों में शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है. 

असल में चालू वित्त वर्ष में यानी अप्रैल-नवंबर के दौरान APEDA ने एग्री एक्सपोर्ट से 17.435 अरब डॉलर का कारोबार कि‍या है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 15.072 अरब डॉलर का कारोबार हुआ था. वहीं 2021-22 के दौरान APEDA ने 24.74 अरब डॉलर का कारोबार क‍िया था. 

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