हिमाचल प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना है. हिमाचल प्रदेश में 21 मार्च से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है. हालांकि यह पश्चिमी विक्षोभ कम तीव्रता (Lower Intensity Western Disturbance) वाला है. ऐसे में इसका असर पूरे प्रदेश में नजर नहीं आएगा. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पॉल ने बताया कि प्रदेश में 20 मार्च के बाद एक बार फिर मौसम बदल जाएगा. 21 मार्च 23 मार्च तक एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है. इसका असर प्रदेश की ऊंचाई वाले इलाकों में नजर आएगा. इस दौरान ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होगी. प्रदेश भर में 21 मार्च 23 मार्च तक ज्यादातर इलाकों में बादल छाए रहने का पूर्वानुमान है. इससे तापमान में भी कुछ हद तक गिरावट आएगी.
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पॉल ने कहा कि आने वाले 48 घंटे में मौसम साफ रहेगा. 21 मार्च से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा और फिर इसका असर ऊंचाई वाले इलाकों में नजर आएगा. इस दौरान जिला लाहौल स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और शिमला की ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होगी. डॉ. सुरेंद्र पॉल ने बताया कि इन दिनों प्रदेश में मौसम साफ बना हुआ है. इससे प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य बना हुआ है. आने वाले दिनों में प्रदेश में गर्मी बढ़ेगी.
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भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार से दो दिनों तक आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने के साथ तूफान की आशंका जताई है. एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश (एनसीएपी) और यनम में आज अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने के साथ तूफान आएगा. विभाग ने बुधवार के मौसम की भविष्यवाणी करते हुए कहा, "एनसीएपी, यनम और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश (एससीएपी) में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने के साथ गरज के साथ बारिश होने की संभावना है."
बारिश के अलावा, आंध्र प्रदेश के दक्षिणी रायलसीमा क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर गर्म और नम मौसम की भविष्यवाणी की गई है. आईएमडी के अनुसार, दक्षिण तमिलनाडु से लेकर दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तक पश्चिम विदर्भ तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है. इसके अलावा, इसमें कहा गया है कि झारखंड से ओडिशा के एनसीएपी तक समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर एक ट्रफ रेखा कम चिह्नित हो गई है. इससे मौसम में बदलाव देखा जाएगा.
मौसम विभाग ने मंगलवार को कहा कि अगले कुछ दिनों के दौरान पश्चिम बंगाल के अधिकांश जिलों में तेज हवाओं और हल्की से मध्यम बारिश के साथ आंधी और बिजली गिरने की संभावना है. इसमें कहा गया है कि 20 मार्च से 23 मार्च तक उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश पर एक चक्रवाती सर्कुलेशन और झारखंड से दक्षिण असम तक एक ट्रफ लाइन, बंगाल की खाड़ी से अधिक नमी आने के कारण बारिश और गरज के साथ बारिश हो सकती है.
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विभाग ने एक विशेष बुलेटिन में कहा कि मौसम प्रणाली के कारण 19-23 मार्च तक उत्तरी बंगाल के जिलों में और 19-21 मार्च तक दक्षिण बंगाल में बिजली और हल्की से मध्यम बारिश के साथ तूफान आने की संभावना है. दक्षिण बंगाल में 20 मार्च को एक या दो स्थानों पर तेज़ हवा की गति 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है, और 21 मार्च को दक्षिणी भाग के सभी जिलों में एक या दो स्थानों पर यह लगभग 30-40 किमी प्रति घंटे होगी. बुलेटिन में कहा गया है कि 19-23 मार्च तक उत्तर बंगाल के अधिकांश जिलों में एक या दो स्थानों पर हवा की गति 30-40 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की उम्मीद है.