देश के कई राज्यों में पिछले कुछ सालों नवरात्रि से ही तेज ठंड की शुरूआत का पैटर्न देखा जा रहा था, लेकिन इस बार मामला एक दम उलट देखने को मिल रहा है. इस बार अक्टूबर के अंत तक भी सर्दी का खास असर नहीं दिख रहा है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक 31 अक्टूबर के बाद ही तापमान में गिरावट दर्ज होगी. अगले एक हफ्ते से लेकर दस दिनों तक उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में किसी भी वेदर सिस्टम का असर नहीं दिखाई दे रहा है. दिल्ली में भी मौसम सामान्य बना हुआ है. आईएमडी के मुताबिक, तापमान में गिरावट जैसे स्थिति अभी दिखाई नहीं पड़ रही है. हालांकि, नवंबर की पहली तारीख से तापमान थोड़ा कम हो सकता है, लेकिन ठंड का उतना असर नहीं रहेगा.
इस बीच दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, राजस्थान समेत कई राज्यों में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है. पंजाब, हरियाणा में पराली जलाने से हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में जा रही है. सोमवार को दिल्ली में एक्यूआई 350 के पार दर्ज किया गया. आज और कल भी हवा खराब ही रहने वाली है. वहीं, पंजाब में भी एक्यूआई 300 पार पहुंच गया. यहां कई जगहों पर खराब एक्यूआई देखा गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, ITO और इसके आसपास के इलाकों में AQI 261 रिकॉर्ड किया गया है. वहीं, इंडिया गेट के आसपास भी प्रदूषण के चलते धुंध छाई हुई है.
साइक्लोन 'दाना' के कमजोर पड़ने के बाद दीपावली तक इसका प्रभाव रहेगा. ऐसे में पुरवा हवा चलेगी और हल्की बारिश हो सकती है. दीपावली के बाद यहां न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री कम हो सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक, आज पटना, दक्षिणी और उत्तरी हिस्सों के 20 जिलों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है.
दक्षिण ओडिशा तट पर साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के पहुंचने से मध्य प्रदेश के ईस्ट डिवीजन के इलाकों में इसक असर दिखाई देगा, जिसके चलते जबलपुर, शहडोल और होशंगाबाद समेत कुछ इलाकों में हल्की बारिश और बादल छाए रहने के साथ गरज-चमक के हालात बनेंगे. वहीं, राज्य के पूर्वी और पश्चिमी इलाकों में न्यूनतम तापमान में थोड़ी-सी वृद्धि होगी.
हरियाणा में भी इस बार पूरे अक्टूबर के दौरान तापमान सामान्य या इससे अधिक रहा. बीच में हल्की गिरावट के बाद पारा फिर चढ़ गया. इस बदलाव से किसानों की चिंता बढ़ गई है. किसानों का कहना है कि अगर तापमान सामान्य से ज्यादा रहा तो गेहूं की बिजाई प्रभावित हो सकती है. वहीं, हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते ऊंची चोटियों पर एक-दो जगहों पर बर्फबारी हो सकती है. वहीं, इस पूरे हफ्ते प्रदेश में मौसम साफ रहेगा. अक्टूबर में यहां बारिश होने से रबी फसलों की बिजाई नहीं हो सकी है, जिसकी वजह से किसान परेशान हैं.