भारत में हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों के बाद बिहार में भी गन्ने की खेती बड़े पैमाने पर होती है. लोग खेतों में गन्ने से रस निकाल तो लेते हैं, लेकिन उसकी खोई यूं ही बर्बाद हो जाती है. कई लोग इसे खेतों में ही जला देते हैं, जिससे काफी प्रदूषण फैलता है. लेकिन बिहार के नवगछिया के रहने वाले रितेश ने गन्ने की खोई से बड़े पैमाने पर कप, प्लेट, कटोरी बनाना शुरू कर दिया है. रितेश गन्ने के वेस्ट को प्रोसेस करते हैं.