Fish Farming News: उत्तर प्रदेश में अब महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अब सघन मत्स्य पालन के लिए एरिएशन सिस्टम के लिए नवीन योजना का शुभारम्भ किया गया है. इसमें महिलाओं को मत्स्य पालन के लिए सरकार की ओर से अनुदान भी दिया जाएगा. लेकिन, इसके लिए सरकार की ओर से कुछ नियम भी लागू किए गए हैं. जिन नियमों का पालन करके आप इस योजना का लाभ लेकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इसी कड़ी में मत्स्य पालक विकास अभिकरण विभाग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लखनऊ डॉ महेश चौहान ने बताया कि सघन मत्स्य पालन के लिए एयरेशन सिस्टम की स्थापना की नवीन योजना शुरु की है. इस योजना का लाभ पाने के लिए 19 अगस्त तक आवेदन किया जा सकता है.
डॉ महेश चौहान बताते हैं कि योजना में मत्स्य बीज हैचरी संचालित करने वाले हैचरी स्वामी, निजी क्षेत्र एवं पट्टे पर आवंटित ऐसी महिला मत्स्य पालक जिनके तालाब की पट्टा अवधि 5 वर्ष अवशेष हो पात्र होंगे. उन्होंने बताया कि 0.5 हेक्टयर के तालाब में 2 हार्सपावर के एक पैडल व्हील एरियेटर व एक हेक्टेयर या उससे बड़े तालाब के लिए दो एरियेटर प्रति महिला मत्स्य पालक को मत्स्य उत्पादकता में वृद्धि के लिए अनुदान दिए जाएंगे. ऑनलाइन आवेदन के लिए 5 अगस्त, 2024 से 19 अगस्त, 2024 तक पोर्टल खोला गया है.
मुख्य कार्यकारी अधिकारी लखनऊ डॉ महेश चौहान ने आगे बताया कि योजना में विभागीय वेबसाइट http://fisheries.up.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन 19 अगस्त तक किया जाना है. न्यूनतम योजना के लिए आवेदक को इकाई लागत 75 हजार रुपये प्रति यूनिट पर सामान्य, अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाओं को 50 प्रतिशत व अनुसूचित जाति की महिलाओं को 60 प्रतिशत अनुदान मिलेगा. विस्तृत जानकारी विभागीय विभागीय वेबसाइट http://fisheries.up.gov.in पर देखा जा सकता है. इस योजना के संबंधित अन्य जानकारी के लिए आवेदन करने वाले लोग मत्स्य विभाग कमरा नंबर- एफ-26 विकास भवन लखनऊ में किसी भी कार्यदिवस पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं.
एयरेशन सिस्टम मछली के बाड़े के तल पर फैली हुई हवा को वितरित करने के लिए एक एयर कंप्रेसर का उपयोग करते हैं. इससे पानी की ऊपर की ओर गति होती है, जो बाड़े में मछलियों के लिए ठंडा, साफ, ऑक्सीजन युक्त पानी लाती है. बता दें कि यह योजना पूरी तरह महिला मत्स्य पालकों के लिए संचालित की गई है.