किसानों को अपनी फसलों की सिंचाई के लिए पानी की जरूरत होती है जिसके लिए किसान पंप का इस्तेमाल करते हैं. इसे चलाने के लिए डीजल की जरूरत होती है, जिससे किसानों का खर्च काफी बढ़ जाता है. किसानों के इस खर्च को कम करने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. आपको बता दें कि इसके लिए सरकार किसानों को सोलर पंप की सुविधा दे रही है. हालांकि इस योजना को लेकर किसानों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं. किसानों का सवाल है कि क्या इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को पूरी रकम खुद चुकानी होगी. आइए जानते हैं इसका जवाब क्या है.
अगर आप पीएम कुसुम योजना का लाभ उठा रहे हैं तो आपको सिर्फ 10 से 30% खर्च ही उठाना होगा. मान लें पंप का दाम 10,000 रुपये है तो आपको 3,000 रुपये तक ही देने होंगे. बाकी का खर्च सरकार देगी. ऐसे में किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है. किसान कम पैसों में इस योजना का लाभ उठाकर आसानी से अपनी फसलों की सिंचाई कर सकते हैं. अब आइए जानते हैं आखिर क्या है पीएम कुसुम योजना.
पीएम कुसुम योजना के तहत सरकार उन इलाकों में सोलर पंप लगाने की तैयारी कर रही है, जहां बिजली नहीं है और जहां किसान डीजल पंप से खेतों की सिंचाई करते हैं या दूसरे तरीकों से खेतों की सिंचाई करते हैं. जिन इलाकों में सोलर पंप लगेंगे, वहां किसानों का बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा. साथ ही ट्यूबवेल में सोलर पंप लगाने के बाद उन्हें भविष्य में बिजली कनेक्शन नहीं दिया जाएगा.
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इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कराना अनिवार्य है. साथ ही वेबसाइट पर सोलर पंप बुकिंग के लिए ऑनलाइन आवेदन भी किए जा सकेंगे.
किसान योजना के तहत आवेदन करने वाला व्यक्ति किसान होना चाहिए. यह योजना सभी प्रकार के किसानों के लिए खुली है, चाहे वे छोटे, मध्यम या बड़े किसान हों.