केंद्र सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने और बचत के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम इस साल अप्रैल से शुरू की है. इस योजना के जरिए सरकार महिलाओं को डाकघर या बैंक में खाता खोलने पर निवेश की गई न्यूनतम रकम पर 7.5 फीसदी का गारंटी रिटर्न दे रही है. महिलाएं नियमित निवेश कर 2 लाख रुपये से भी ज्यादा सालाना बचत कर सकती हैं. योजना के तहत खाता खोलने के लिए महिलाओं को बैंक या डाकघर जाने की जरूरत नहीं है. वह ऑनलाइन भी इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कर सकती हैं.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फरवरी में पेश बजट में महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट की घोषणा की थी. भारतीय डाक विभाग और कुछ बैंक योजना के तहत महिलाओं और बेटियों के खाते खोल रहे हैं. वहीं, डाक विभाग ने 20 अक्टूबर 2023 से इंटरनेट बैंकिंग सुविधा के माध्यम से महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र (MSSC) खोलने की शुरुआत की है. इस योजना में निवेश की खास बात ये है कि जमा की गई रकम गारंटी के साथ ब्याज के साथ मिलती है. ब्याज की रकम हर तिमाही में खाते में जमा की जाती है. महिलाओं के अलावा नाबालिग बेटियां भी योजना का लाभ लेने के खाता खुलवा सकती हैं.
महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम का लाभ लेने के लिए खााताधारक महिला मासिक न्यूनतम 1,000 रुपये की रकम निवेश कर सकती है, जबकि अधिकतम निवेश राशि 2,00,000 रुपये है. 2 साल के टेन्योर वाली इस निवेश स्कीम में यदि आप सालाना 1,00,000 रुपये जमा करते हैं तो 7.5 फीसदी ब्याज दर के बाद आपको मेच्योरिटी के समय मिलने वाली रकम बढ़कर 1,16,022 रुपये हो जाती है.
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