Food park: यूपी के जेवर में स्थापित होगा फूड पार्क, आम के निर्यात में होगा इजाफा, हॉर्टिकल्चर इन्वेस्टर्स मीट में मिली सहमति

Food park: यूपी के जेवर में स्थापित होगा फूड पार्क, आम के निर्यात में होगा इजाफा, हॉर्टिकल्चर इन्वेस्टर्स मीट में मिली सहमति

लखनऊ स्थित केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान आम के उत्पादन के साथ-साथ नई किस्म के विकास और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए भी काम कर रहा है.आम की निर्यात को बढ़ावा देने के लिए हॉर्टिकल्चर इन्वेस्टर मीट 2023 का आयोजन मंगलवार को केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में किया गया.कृषि उत्पादन आयुक्त ने जेवर में फूड पार्क स्थापित करने के प्रस्ताव पर अपनी सहमति भी प्रदान की.

लखनऊ स्थित केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में आयोजित हॉर्टिकल्चर इन्वेस्टर मीट 2023लखनऊ स्थित केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में आयोजित हॉर्टिकल्चर इन्वेस्टर मीट 2023
धर्मेंद्र सिंह
  • Lucknow ,
  • Oct 10, 2023,
  • Updated Oct 10, 2023, 7:18 PM IST

उत्तर प्रदेश देश में सबसे बड़ा आम का उत्पादक राज्य है. इसके बावजूद भी प्रदेश से आम के निर्यात में अपेक्षित सफलता नहीं मिल रही है. लखनऊ स्थित केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान आम के उत्पादन को बढ़ाने के लिए नई किस्म के विकास पर काम कर रहा है. आम के  निर्यात को बढ़ावा देने के लिए भी संस्थान काम कर रहा है. आम के  निर्यात को बढ़ावा देने के लिए हॉर्टिकल्चर इन्वेस्टर मीट- 2023 का आयोजन मंगलवार को केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में किया गया. मीट में आम और बागवानी से जुड़े उधमी  और उद्योगों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. हॉर्टिकल्चर इन्वेस्टर मीट में उत्तर प्रदेश के  आम के फल पट्टी से आम को निर्यात को बढ़ाने के संबंध में कृषि उत्पादन आयुक्त ने विस्तृत वार्ता की.  जेवर में फूड पार्क स्थापित करने के प्रस्ताव पर भी उन्होंने अपनी सहमति भी प्रदान की. कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने फूड पार्क के लिए निवेश हेतु नियम और शर्तों पर अपनी सहमति दी. वहीं इसके साथ जमीन उपलब्ध कराने के साथ-साथ सरकार की तरफ से हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया. उन्होंने कहा की सरकार हर जिले में दो हाइटेक पौधशालाएं स्थापित करने जा रही है जिससे कि किसानों की फल एवं सब्जियों की पौध की आवश्यकता को पूरी करने में मदद मिलेगी.

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फूड पार्क से फल निर्यात को मिलेगी गति

लखनऊ स्थित केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान की अगुवाई में मंगलवार को रहमान खेड़ा स्थित परिसर में हॉर्टिकल्चर इन्वेस्टर मीट-2023 का आयोजन किया गया जिसमें उद्योगों के प्रतिनिधि स्टार्टअप के प्रबंधक एवं इनक्यूबेटी के सहभागियों ने हिस्सा लिया. उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि अपर सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने इस मीट को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के हित में सरकार की तरफ से उद्योगों एवं कृषि क्षेत्र में काम करने वाले स्टार्टअप को भरपूर सहायता का आश्वासन भी दिया. इनोवा एग्री फूड पार्क बेंगलुरु के प्रबंध निदेशक डॉ. के. एस रवि ने कर्नाटक में स्थापित फूड पार्क के बारे में भी बताया. उन्होंने फूड पार्क के माध्यम से दक्षिण भारत के पांचो प्रदेशों के किसानों के उद्यान संबंधी उत्पादों के निर्यात में मिल रही मदद का भी जिक्र किया. उत्तर प्रदेश में स्थापित होने वाले फूड पार्क के प्रस्ताव पर उन्होंने अपनी सहमति प्रदान की. उन्होंने कहा गामा रेडिएशन की सुविधा युक्त समेकित पैक हाउस की स्थापना हेतु कंपनी निवेश करने जा रही है. इनोवा एग्री फूड पार्क बेंगलुरु के प्रबंध निदेशक डॉ. के. एस रवि और केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान लखनऊ के निदेशक डॉ. टी दामोदर ने एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए. इस अवसर पर संस्थान के द्वारा विकसित  बायोएनहांसर की व्यावसायिक उत्पादन हेतु नेचर ग्रीन बायोम के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.

वन मिलियन डॉलर इकोनॉमी के लिए जरूरी है उद्यान का विकास

केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान लखनऊ के निदेशक डॉ. टी दामोदरन ने बताया कि मलिहाबाद आम फल पट्टी के बागवानों के उत्थान और उत्तर प्रदेश को एक मिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने में उद्यान का महत्वपूर्ण योगदान होगा. उन्होंने बताया की संस्थान के द्वारा विकसित आम एवं अमरूद की नवीनतम किस्म ,फसल उत्पादन, फसल सुरक्षा एवं तुड़ाई के उपरांत प्रबंधन , प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी को लेकर विस्तृत चर्चा भी की. उन्होंने बताया कि संस्थान के सहयोग से कई उद्यमी स्टार्टअप और उद्यम भी स्थापित कर रहे हैं. संस्थान की प्रौद्योगिकी का फायदा उठाने के लिए निवेशकों से विशेष आह्वान भी किया. इस कार्यक्रम में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. पी एम सिंह ने सब्जियों की नवीनतम किस्म और संस्थान द्वारा विकसित अन्य उत्पादन प्रौद्योगिकी के बारे में जानकारी दी.

 

 

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