Himachal Crisis: हिमाचल में कांग्रेस के बागी 6 विधायक अयोग्य घोषित, क्या ढेर हो जाएगी सुक्खू सरकार? जानिए

Himachal Crisis: हिमाचल में कांग्रेस के बागी 6 विधायक अयोग्य घोषित, क्या ढेर हो जाएगी सुक्खू सरकार? जानिए

हिमाचल प्रदेश के स्पीकर ने राज्यसभा चुनाव में बगावत करने वाले कांग्रेस के 6 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है. स्पीकर ने कहा कि दलबदल कानून के तहत विधायकों के खिलाफ शिकायत सीएम सुक्खू की सरकार में मंत्री हर्ष वर्धन ने सचिवालय को दी थी. मामले पर कल सुनवाई हुई थी और आज फैसला दिया गया है.

हिमाचल में कांग्रेस के बागी 6 विधायक अयोग्य घोषित.हिमाचल में कांग्रेस के बागी 6 विधायक अयोग्य घोषित.
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Feb 29, 2024,
  • Updated Feb 29, 2024, 12:14 PM IST

हिमाचल प्रदेश के विधानसभा के स्पीकर कुलदीप पठानिया ने राज्यसभा चुनाव में बगावत करने वाले सभी 6 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है. उन्होंने कहा कि दल-बदल कानून के तहत 6 माननीय विधायकों के खिलाफ शिकायत विधायक और मंत्री हर्षवर्धन जी के माध्यम से हमारे सचिवालय को मिली थी. बता दें कि स्पीकर ने बीते दिन अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और आज विधायकों की अयोग्यता की घोषणा की है. ऐसे में अब विधानसभा में सदस्यों की संख्या में बदलाव हो गया.  

6 MLA विधानसभा के सदस्य नहीं रहेंगे - स्पीकर

हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने वाले छह विधायकों ने अपने खिलाफ दलबदल विरोधी कानून के प्रावधानों को आकर्षित किया. जांच में यह खुलासा हो गया है. मैं घोषणा करता हूं कि 6 लोग तत्काल प्रभाव से हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य नहीं रहेंगे.

सदस्यता छीने जानी की ये है वजह 

हिमाचल प्रदेश की एक राज्यसभा सीट पर 27 फरवरी को वोटिंग की गई थी, जिसमें बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन की जीत हुई थी. जबकि सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी की क्रॉस वोटिंग की वजह से हार गए. हिमाचल प्रदेश के जिन विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की, उनमें सुधीर शर्मा, राजेंद्र राणा, इंद्र दत्त लखनपाल, चैतन्य शर्मा, रवि ठाकुर और देवेंद्र भुट्टो के नाम शामिल हैं. अब इन विधायकों की सदस्यता छीन ली गई है.

स्पीकर ने विधायकों को भेजा था नोटिस 

हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को वोट देने वाले 6 कांग्रेस विधायकों को नोटिस जारी किए जाने पर उनके वकील सत्यपाल जैन ने बीते दिन कहा था कि स्पीकर की ओर से नोटिस मिला है कि क्यों न उन्हें दलबदल कानून के तहत अयोग्य घोषित कर दिया जाए. मैं उनकी ओर से पेश हुआ और हमने कहा कि हमें केवल नोटिस मिला है, याचिका की प्रति नहीं, इसलिए याचिका की एक प्रति हमें दी जाए और उसके बाद हम अपना पक्ष रखेंगे. नियम 7 के अनुसार कम से कम 7 दिन का समय दिया जाना चाहिए. सुनवाई आज शाम 4 बजे फिर होगी.

हिमाचल सीएम सुक्खू के घर बैठक हुई थी विधायक 

हिमाचल प्रदेश में सियासी हलचल तेज है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीटिंग के लिए सभी मंत्री-विधायकों को बुलाया है. इस ब्रेकफास्ट मीटिंग के लिए अब तक 31 विधायक सीएम सुक्खू के आवास पर पहुंच चुके हैं. कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य, मोहन लाल, नंद लाल, धनीराम सांडेलिया अभी तक नहीं पहुंचे हैं. जबकि, बागी 6 विधायक पंचकुला में हैं.  

सीएम सुक्खू की सरकार पर खतरा मंडराया

68 सदस्यों वाली हिमाचल विधानसभा में बहुमत का जादुई आंकड़ा 35 सदस्यों का था. लेकिन, अब कांग्रेस के 6 विधायकों की अयोग्यता के बाद कांग्रेस के पास 40 विधायक की संख्या घटकर 34 रह गई है और विधानसभा में सदस्यों की संख्या भी 62 पर आ गई है. इसके साथ ही बहुमत का जादुई आंकड़ा भी घटकर 32 हो गया है. अब बीजेपी के पास 25 विधायक हैं और 3 निर्दलीय भी उसके खेमे में हैं. वहीं, कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह समेत 4 विधायक आज सीएम सुक्खू की बैठक में नहीं गए. यदि ये विधायक बीजेपी के खेमे में जाते हैं तो बीजेपी खेमे की संख्या जरूरी बहुमत 32 सदस्यों के आंकड़े को छू लेगी. इन आशंकाओं के साथ सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार पर खतरा मंडरा रहा है. 

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