उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंचे, जहां उन्होंने यमकेश्वर स्थित गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय किसान मेले का उद्घाटन किया. किसान मेले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया और आधुनिक कृषि तकनीकों को करीब से देखा. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की कृषि को आत्मनिर्भर और उन्नत बनाने के लिए इस प्रकार के आयोजनों का महत्वपूर्ण योगदान है. योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड के जीवतंत्र कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का विशेष उल्लेख किया और बताया कि यह विश्वविद्यालय देश का पहला ऐसा संस्थान है, जो कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. उन्होंने कहा कि 1960 में उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत के नाम पर इस विश्वविद्यालय की स्थापना हुई थी, जब देश में खाद्यान्न संकट था. इस विश्वविद्यालय ने हरित क्रांति को बढ़ावा देकर देश की खाद्य सुरक्षा को मजबूत किया.
सीएम योगी ने स्थानीय किसानों से अपील की कि वे अपनी मूल कृषि परंपराओं को छोड़कर केवल भौतिक विकास पर निर्भर न रहें. उत्तराखंड में खेती योग्य भूमि बंजर होती जा रही है, जिसे बागवानी और सब्जी उत्पादन के माध्यम से पुनः उपजाऊ बनाया जा सकता है. उन्होंने सुझाव दिया कि अगर किसान अपनी जमीन का सही उपयोग करें और कृषि विश्वविद्यालयों तथा अन्य संस्थानों की मदद से आधुनिक तकनीकों को अपनाएं, तो वे आत्मनिर्भर बन सकते हैं और उत्तराखंड को खुशहाल बना सकते हैं.
उन्होंने स्थानीय युवाओं से आह्वान किया कि वे रोजगार के लिए पलायन न करें, बल्कि अपनी जमीन पर ही उन्नत कृषि और अन्य उत्पादक कार्यों में लगें. योगी ने कहा कि उत्तराखंड को जल संरक्षण, वेलनेस सेंटर और आधुनिक शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक प्रगति करनी चाहिए.
योगी आदित्यनाथ ने सिंचाई और कनेक्टिविटी को लेकर भी कई योजनाओं का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि जल संरक्षण के लिए बेहतर सुविधाएं शुरू की जा रही हैं और शिक्षा के क्षेत्र में नए संस्थान खोले जा रहे हैं. जुलाई से महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय में विज्ञान संकाय शुरू किया जाएगा और स्टेडियम निर्माण कार्य भी तेज गति से चल रहा है.
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में बकरी पालन और कुक्कुट पालन को बढ़ावा देने पर जोर दिया और कहा कि यह किसानों के लिए एक बेहतर आय का स्रोत बन सकता है. उन्होंने बताया कि इस किसान मेले में कुछ किसानों को बकरी और उन्नत बीज भी उपलब्ध कराए गए हैं. उन्होंने कहा कि बकरी का दूध फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों को कम करने में सहायक होता है और इससे किसान आर्थिक रूप से भी मजबूत हो सकते हैं.
योगी ने "लोकल फॉर वोकल" अभियान पर जोर देते हुए कहा कि स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देकर ही हम आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता केवल एक विचार नहीं, बल्कि विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक मजबूत कदम है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देवभूमि उत्तराखंड के लोगों से अपील की कि वे अपनी परंपराओं को संरक्षित रखते हुए आधुनिक तकनीकों को अपनाएं और कृषि क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित करें.