शनिवार को उपचुनावों के नतीजे आए और लोकसभा चुनावों के बाद आए ये नतीजे बीजेपी के लिए बड़ा झटका साबित हुए हैं. इस हफ्ते की शुरुआत में सात राज्यों की 13 सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान हुआ था. शनिवार को हुई वोटों की गिनती भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन के लिए बुरी खबर लेकर आई. इंडिया ब्लॉक ने जहां 10 सीटें जीती हैं तो बीजेपी को 2 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है.पश्चिम बंगाल में चार, हिमाचल प्रदेश में तीन, उत्तराखंड में दो और पंजाब, मध्य प्रदेश, बिहार और तमिलनाडु में एक-एक सीट पर उपचुनाव हुए थे. बीजेपी के लिए सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नतीजा उत्तराखंड की बद्रीनाथ सीट का रहा है जहां उसे हार का सामना करना पड़ा.
बुधवार 10 जुलाई को उपचुनाव के लिए वोट डाले गए थे. कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), आम आदमी पार्टी (आप) और डीएमके (द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) इंडिया ब्लॉक की पार्टियों में शामिल हैं जिन्होंने उपचुनावों में उम्मीदवार खड़े किए थे. बिहार में रूपौली सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह ने जीत दर्ज की. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी जेडी(यू) के कलाधर प्रसाद मंडल को 8,246 वोटों से हराया. हिमाचल प्रदेश में देहरा सीट पर कांग्रेस की कमलेश ठाकुर ने जीत दर्ज की. वह मौजूदा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू की पत्नी हैं. जबकि हमीरपुर में बीजेपी के आशीष शर्मा और नालागढ़ में कांग्रेस के हरदीप सिंह बावा ने जीत दर्ज की. कमलेश ठाकुर ने बीजेपी के होशियार सिंह को 9,399 वोटों के अंतर से हराया जबकि बावा ने बीजेपी के के एल ठाकुर को 25,618 वोटों से हराया.
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बीजेपी को हमीरपुर सीट पर जीत मिली जहां पर उम्मीदवार आशीष शर्मा ने कांग्रेस के पुष्पिंदर वर्मा को मात दी. मध्य प्रदेश में बीजेपी अजेय साबित हुई. यहां की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर बीजेपी के कमलेश प्रताप शाह विजयी हुए. शाह ने कांग्रेस के धीरन साह इनवती को 3,027 वोटों से हराया. इसी तरह से पंजाब में, जालंधर पश्चिम सीट आम आदमी पार्टी के मोहिंदर भगत ने जीती. भगत ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और बीजेपी उम्मीदवार शीतल अंगुराल को 37,325 मतों के अंतर से हराया. मार्च में अंगुराल ने आम आदमी पार्टी के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था और वह बीजेपी में शामिल हो गए थे. तब से ही यह सीट खाली थी.
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अयोध्या के बाद बीजेपी को एक बार फिर उत्तराखंड की बद्रीनाथ सीट पर दिल दुखाने वाली हार का सामना करना पड़ा. यहां पर कांग्रेस के लखपत सिंह बुटोला ने पूर्व मंत्री और विधायक बीजेपी के राजेंद्र सिंह भंडारी को 5,224 वोटों से हराया. बद्रीनाथ में 49.8 फीसदी मतदान रिकॉर्ड हुआ था. यह साल 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में दर्ज किए गए मतदान से 15.87 फीसदी कम है. उस समय बद्रीनाथ में 65.67 फीसदी मतदान रिकॉर्ड हुआ था. भंडारी के इस्तीफे की वजह से बद्रीनाथ विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की जरूरत थी. बद्रीनाथ, उत्तराखंड के चमोली जिले और गढ़वाल क्षेत्र में एक सामान्य सीट है.