ये आज के किसान की बेबसी की तस्वीर है. जब शासन-प्रशासन ने फरियाद नहीं सुनी तो ये बुजुर्ग किसान, महाकाल से ही फरियाद करने निकल पड़े. वो भी सड़कों पर लेट-लेटकर. राजगढ़ से उज्जैन तक 156 किलोमीटर की यात्रा पर. रोते-बिलखते ये बुजुर्ग शख्स कोई और नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के राजगढ़ के किसान भेरूलाल हैं. लेकिन गांव के दबंगों और सिस्टम से हारकर इन्होंने महाकाल के दरबार में ही फरियाद करने की ठानी. वो भी सड़कों पर पीठ के बल लेट-लेटकर. दरअसल उनके घर के सामने गोबर-रोड़ी डाल दी गई थी. कई बार शिकायत करने के बाद भी प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वो निकल पड़े महाकाल दरबार की ओर. मामला मीडिया में आने के बाद प्रशासन जागा और उनके घर के बाहर से गोबर-रोड़ी हटवाई.