भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी सब्जियों की ऐसी किस्मों को विकसित करने का काम कर रहा है, जो किसान की आय बढ़ाने में सहायक हाेने के साथ ही लोगों को स्वास्थ्य लाभ भी दे. इसी उद्देश्य के साथ सब्जी अनुसंधान संस्थान अभी तक कुल 28 नई किस्मों को जारी कर चुका है. इनमें से एक मटर की काशी तृप्ति (Kashi Tripti) किस्म भी है. यह मटर की एक ऐसी किस्म है, जिसे छिलके के साथ खाया जा सकता है. संस्थान का दावा है कि इस मटर का छिलका खाने से कैंसर, शुगर, मोटापा, उच्च रक्तचाप, माइग्रेन से संबंधित खतरा कम हो जाता है. इस मटर में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में हैं. इसके साथ ही इस किस्म की मटर की पैदावार भी काफी ज्यादा है, जो किसानों की आय बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी.