दुल्हन की तलाश में फर्जीवाड़े का शिकार हो रहे किसान, कर्नाटक में सामने आई चौंकाने वाली घटना

दुल्हन की तलाश में फर्जीवाड़े का शिकार हो रहे किसान, कर्नाटक में सामने आई चौंकाने वाली घटना

पुलिस ने बताया कि बागलकोट जिले के बिदारी गांव के किसान सोमशेखर गुलागलजंबगी फर्जीवाड़े का शिकार हुए हैं. इस किसान ने पुलिस में सात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. उनका आरोप है कि कुछ लोगों ने उन्हें शिवमोगा जिले की महिला से शादी कराने के नाम पर चीटिंग की है.

fake marriage certificatesfake marriage certificates
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jan 16, 2025,
  • Updated Jan 16, 2025, 8:15 PM IST

कर्नाटक में हुबली के किसान दोहरी मार से जूझ रहे हैं. वे खेती के काम में लगे हैं, इसलिए उनकी शादी में अड़चने आ रही हैं. दूसरी बड़ी समस्या अब उनके साथ फ्रॉड को लेकर है. दरअसल, यहां के किसान शादी के लिए मैचमेकिंग की तलाश में रहते हैं. इस तलाश में अब वे बड़े फ्रॉड का शिकार हो रहे हैं. ऐसी ही एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहां एक बाल-बच्चेदार महिला ने दुल्हन बनने की इच्छा जताई और उसने एक किसान के साथ फर्जीवाड़ा कर दिया. यह घटना बागलोट जिले की है. ऐसी घटना पहले भी सामने आ चुकी है.

'TOI' ने मधोल पुलिस के हवाले से बताया कि बिदारी गांव के किसान सोमशेखर गुलागलजंबगी फर्जीवाड़े का शिकार हुए हैं. इस किसान ने पुलिस में सात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. उनका आरोप है कि कुछ लोगों ने उन्हें शिवमोगा जिले की महिला से शादी कराने के नाम पर चीटिंग की है. 

पुलिस ने कहा, "गुलागलजंबगी अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है और वह चार-पांच साल से शादी के लिए लड़की नहीं ढूंढ़ पा रहा था. उसने अपने चाचा से मदद मांगी, जो बागलकोट जिले के कुन्नाल गांव में रहते हैं. उसने एक लड़की की तलाश की. उसके चाचा ने सत्यप्पा शिरूर से मदद मांगी, जिसने शिवमोगा की एक दुल्हन की तस्वीर दिखाई. शादी नवंबर 2023 में हुई. शिरूर और अन्य ब्रोकर ने दुल्हन खोजने के लिए 4.2 लाख रुपये की मांग की थी. हालांकि, एक महीने के बाद, एक छोटी सी वजह पर झगड़े के बाद महिला अपने घर चली गई."

किसान फर्जीवाड़े का शिकार

'टाइम्स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के मुताबिक, किसान गुलागलजंबागी ने अपनी शिकायत में कहा कि जब वह अपनी पत्नी को मनाने के लिए शिवमोगा गया तो उसे पता चला कि उसकी पत्नी पहले से ही दो अन्य लोगों से शादी कर चुकी है और उसके बच्चे और नाती-नातिन भी हैं. उन्होंने कहा, "जब मैंने इस बारे में ब्रोकर को बताया तो उन्होंने मेरे लिए दूसरी दुल्हन का इंतजाम करने के लिए 50,000 रुपये और मांगे."

कर्नाटक राज्य रायता संघ और हसीरू सेना के राज्य संयोजक सिद्दू तेजी ने कहा कि उन्हें उत्तरी कर्नाटक में ऐसी घटनाओं के बारे में सुनने को मिल रहा है. "हाल ही में हमें मध्य कर्नाटक में भी ऐसी घटना देखने को मिली. ऐसे ब्रोकर दुल्हन की तलाश कर रहे किसानों की जाति, उपजाति और अन्य डिटेल्स जुटाते हैं. वे दूल्हे की जरूरतों से मेल खाने वाली नकली पहचान वाली दुल्हन लेकर आते हैं. जब शादी टूट जाती है, तो दूल्हे का परिवार समाज में सम्मान खोने के डर से चुप रहता है. अगर वे पुलिस थानों में जाते हैं, तो कुछ पुलिस वाले बिना मामला दर्ज किए ही मामले को सुलझा देते हैं," उन्होंने कहा.

उन्होंने कहा कि इस तरह के ब्रोकर राजस्थान से दुल्हनों को लेकर आते हैं और शादी के बाद फरार हो जाते हैं. सिद्धू तेजी ने कहा, ऐसी घटनाओं के बारे में जब किसान संगठनों ने विरोध किया तो कुछ साल के लिए इस पर रोक लग गई थी. हालांकि अब भी इसके कुछ नेटवर्क काम कर रहे हैं जो भोले-भाले युवा किसानों को शिकार बना रहे हैं. तेजी ने मांग की है कि सरकार को एक टीम बनाकर इस तरह की घटनाओं की विस्तृत जांच करानी चाहिए.

 

MORE NEWS

Read more!