केरल में बर्ड फ्लू को लेकर कर्नाटक में भी अलर्ट, सीमावर्ती इलाकों में बढ़ाई गई निगरानी

केरल में बर्ड फ्लू को लेकर कर्नाटक में भी अलर्ट, सीमावर्ती इलाकों में बढ़ाई गई निगरानी

पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ. अरुण कुमार शेट्टी ने कहा कि जिला प्रशासन ने चेक-पोस्ट खोले हैं, जहां केरल में चिकन उतारने के बाद जिले में प्रवेश करने वाले ट्रकों पर निगरानी प्राथमिकता के आधार पर की जाती है. शेट्टी ने आगे बताया कि उन्होंने फार्म मालिकों को फ्लू के प्रसार को रोकने के लिए सावधानी बरतने के लिए एक सलाह जारी की है.

कर्नाटक में भी बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट. (सांकेतिक फोटो)
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Apr 28, 2024,
  • Updated Apr 28, 2024, 6:41 PM IST

केरल में बर्ड फ्लू फैलने से कर्नाटक में भी दहशत फैल गई है. हालांकि, राज्य सरकार पहले ही अलर्ट हो गई है. दक्षिण कन्नड़ जिला प्रशासन केरल से लगने वाले सीमावर्ती इलाकों को अलर्ट जार कर दिया है. पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ. अरुण कुमार शेट्टी ने कहा कि बर्ड फ्लू के प्रसार की जांच के लिए सुलिया के जलसूर, बंटवाल के सरदका और उल्लाल के तलपडी में चेक पोस्ट पर निगरानी तेज कर दी गई है. केरल से आने वाले वाहनों की तलाशी ली जा रही है.

अरुण कुमार शेट्टी ने कहा कि पक्षियों का बुखार उन मनुष्यों को प्रभावित करता है जो खेतों और मांस प्रसंस्करण इकाइयों में काम करते हैं. दक्षिण कन्नड़ केरल के कासरगोड जिले में चिकन की आपूर्ति करता है. शेट्टी ने कहा कि हम प्रतिदिन छह भार चिकन का परिवहन करते थे जो अब घटकर दो भार रह गया है, क्योंकि गर्मी के कारण उत्पादन कम है. उन्होंने कहा कि केरल के अलाप्पुझा जिले में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए, जो मंगलुरु से 400 किमी दूर है. फिलहाल जिले में कोई केस नहीं है. हालांकि, हम एहतियाती कदम उठा रहे हैं.

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ट्रकों पर निगरानी बढ़ाई गई

शेट्टी ने कहा कि जिला प्रशासन ने चेक-पोस्ट खोले हैं, जहां केरल में चिकन उतारने के बाद जिले में प्रवेश करने वाले ट्रकों पर निगरानी प्राथमिकता के आधार पर की जाती है. शेट्टी ने आगे बताया कि उन्होंने फार्म मालिकों को फ्लू के प्रसार को रोकने के लिए सावधानी बरतने के लिए एक सलाह जारी की है.

प्रवेश करने की नहीं है अनुमति

उन्होंने कहा कि केवल पोल्ट्री फार्म में काम करने वाले मजदूरों को ही प्रवेश करने और काम करने की अनुमति दी जा सकती है. वे अपने हाथ, पैर और कपड़ों को साफ कर सकते हैं और सुनिश्चित कर सकते हैं कि फार्म में मुर्गियां अन्य पक्षियों और जानवरों के संपर्क में न आएं. जनता अनावश्यक रूप से पोल्ट्री फार्मों पर न जाए. हमने फार्म मालिकों को यह भी निर्देश दिया है कि अगर मुर्गियों की कोई अप्राकृतिक मौत होती है तो वे नजदीकी पशु चिकित्सकों को सूचित करें.

17,000 से अधिक बत्तख मारे गए

बता दें कि कुछ देर पहले ही खबर सामने आई थी कि केरल के अलप्पुझा जिले में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है. पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने जिले में तीन स्थानों पर बर्ड फ्लू के मामले की पुष्टि की है. इसके साथ ही लोगों के बीच में दहशत फैल गई है. एडथुआ पंचायत के वार्ड 10, थकाझी के वार्ड 4 और अम्बालापुझा उत्तर के वार्ड 7 में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं. अधिकारियों ने बताया कि बत्तखों और मुर्गियों में इन्फ्लुएंजा ए वायरस के H5N1 उपप्रकार की मौजूदगी पाई गई है. दो सप्ताह पहले एडथुआ और चेरुथाना पंचायत में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी. वायरस का पता चलने के बाद से पशुपालन विभाग ने 17,000 से अधिक बत्तखों को मार डाला है.

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