एमएसपी गारंटी समेत विभिन्न मांगो को लेकर चंडीगढ़ मोहाली बॉर्डर पर किसानों का धरना जारी है. वहीं उत्तरकाशी सुरंग हादसे में बचाव अभियान चल रहा है. मौसम विभाग की ने कहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान, मध्य प्रदेश, तटीय तमिलनाडु और तटीय आंध्र प्रदेश के साथ-साथ अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश संभव है. पश्चिमी हिमालय के ऊपरी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी संभव है. उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में हल्की बारिश संभव है.जबकि स्काईमेट वेदर के अनुसार मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.दक्षिण-पश्चिम अरब सागर से मध्य अरब सागर तक गुजरात क्षेत्र तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है. दक्षिणी अंडमान सागर के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. इसके प्रभाव से अगले 24 घंटों में लो प्रेशन एरिया बन सकता है,जोअगले 24 घंटे में दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और इससे सटे अंडमान सागर के ऊपर एक डिप्रेशन का रुप ले सकता है. तो आइए जानते हैं कि 28 नवंबर दिन सोमवार को देश के सभी हिस्सों में कैसा रहेगा मौसम. यहां हम प्याज की कीमतों से लेकर पीएम किसान स्कीम के बारे में भी जानेंगे. मौसम/Latest Weather News, प्याज की कीमत/Onion Price, चावल की कीमत/Rice Price, मंडी समाचार/ Mandi News, पीएम-किसान की किस्त/PM-Kisan, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना/PMFBY और खेती-किसानी से जुड़े हर अपडेट जानने के लिए पढ़ते रहें आज का हमारा लाइव अपडेट Live Updates.
सबसे पहले खूंटी का विजय होरो निकला निकलते ही पत्नी मां पिता और पत्नी से बात किया.
उत्तराखंड में 12 नवंबर से सिल्कयाराउत्तराखंड में 12 नवंबर से सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे 41 मजदूरों में से 33 मजदूर को सफलतापूर्वक बाहर निकाला गया. बाकी के मजदूरों को निकालने का काम जारी है। बाकी के मजदूरों को निकालने का काम जारी है.
टनल से निकाले गए अभी तक 17 मजदूर, बाहर आने पर ताली बजकर किया गया उनका स्वागत.
अभी तक कुल 12 श्रमिकों सुरक्षित निकाले जा चुके हैं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बाहर निकाले गए श्रमिको से मुलाकात कर रहे हैं. केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल ( से.नि) वीके सिंह भी मौजूद हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रमिको और रेस्क्यू अभियान में जुटे हुए कर्मियों के मनोबल और साहस की जमकर सराहना की. बाहर निकाले जा रहे श्रमिको के परिजन भी टनल में मौजूद हैं टनल में मौजूद हैं. टनल से बाहर निकाले गए श्रमिकों की प्रारंभिक स्वास्थ्य प्रशिक्षण टनल में बने अस्थाई मेडीकल कैंप में की जाएगी.
(सोर्स उत्तराखंड सरकार)
एनडीएमए के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सैयद अता हसनैन ने कहा, अब 58 मीटर तक ड्रिलिंग हो गई है. रातभर काम किया गया है. हमारी टीम बहुत ही मुश्किल काम कर रही है. 58 मीटर तक जाना ये अभूतपूर्व उपलब्धि है. अभी 2 मीटर और जाना है तब हम कह सकते हैं कि हम आर पार हो गए हैं. सभी सुरक्षा एहतियात बरते गए हैं."
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से अपनी मांगों को लेकर पहले पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड़िया से मुलाकात की और उसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा. राज्यपाल ने किसानों को आश्वासन दिया है कि वह उनकी मांगों को राष्ट्रपति और केंद्र सरकार तक पहुंचाएंगे. पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड़िया ने भी किसानों से कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान 19 दिसंबर को उनके साथ बैठक के लिए तैयार हैं, जिसके बाद किसानों ने धरना समाप्त कर दिया और अपने गांवों को लौट गये.
उत्तरकाशी सुरंग बचाव - एक्यूरेट कंक्रीट सॉल्यूशंस के एमडी अक्षत कात्याल का कहना है कि पाइप को बिना किसी रुकावट के बहुत सावधानी से अंदर धकेला गया है. एक सफलता हासिल हुई है और पाइप गुजर गया है. मजदूरों को बचाने का काम शुरू हो गया है. कम से कम 3 लोग हैं. एनडीआरएफ की टीमें अंदर प्रवेश कर चुकी हैं. रैंप बनते ही मजदूरों को बाहर निकाला जाएगा...''
चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे पर चिनूक हेलीकॉप्टर तैनात कर दिया गया है. टीम का कहना है कि अगर किसी भी मजदूर की तबीयत खराब लगेगी तो तुरंत एयरलिफ्ट कर अस्पताल भेजा जाएगा.
उत्तराखंड के सिलक्यारा के टनल में फंसे रांची के खिराबेड़ा के तीन युवक के जल्द बाहर निकलने की खबर सुनकर गांव में खुशी का माहौल हो गया है, लोगों के बीच मिठाइयां बांटी जा रही है. अनिल बेदिया के घर में स्कूली बच्चों खुशी से नारे लगाते देखे जा रहे है.
रेस्क्यू ऑपरेशन के चलते टनल के अंदर ही अस्थाई मेडिकल सुविधा का विस्तार किया गया है. फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के बाद इस स्थान पर स्वास्थ्य प्रशिक्षण किया जाएगा. कोई भी दिक्कत होने पर स्वास्थ विभाग द्वारा लगाए गए 8 बेड एवं डॉक्टरों और विशेषज्ञों की टीम तैनात की गई है.
उत्तरकाशी सुरंग बचाव अभियान में शामिल एक्यूरेट कंक्रीट सॉल्यूशंस के एमडी अक्षत कात्याल ने कहा कि पाइप को बिना किसी बाधा के बहुत सावधानी से अंदर धकेला गया है, एक सफलता हासिल की गई है और पाइप गुजर गया है. मजदूरों को बचाने का काम शुरू हो गया है. एनडीआरएफ की टीमें अंदर घुस चुकी हैं. रैंप बनते ही मजदूरों को बाहर निकाला जाएगा."
जैसे ही उत्तरकाशी सुरंग बचाव अभियान अंतिम चरण में पहुंच गया है, एम्स ऋषिकेश के सहायक प्रोफेसर डॉ नरिंदर कुमार कहते हैं, "बचाए गए श्रमिकों को केवल तभी यहां लाया जाएगा यदि उत्तरकाशी जिला अस्पताल में चिकित्सा उपचार की आवश्यकताएं पूरी नहीं हो सकेंगी. एम्स ऋषिकेश में, ट्रॉमा सेंटर में 20 बिस्तर हैं और कुछ आईसीयू बेड. यदि श्रमिकों को यहां लाया जाता है, तो उन्हें अच्छी चिकित्सा देखभाल दी जा सकती है. राज्य सरकार द्वारा आदेश दिए जाने पर उत्तरकाशी भेजे जाने के लिए डॉक्टरों की एक टीम गठित की गई है.
उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के जल्द निकलने की खबर है. सिर्फ 3 मीटर की खुदाई अब बाकी है.इस इलाके में बारिश भी रुकी और धूप निकली है. उत्तराकाशी में सुरंग ऑपरेशन पर हलचल तेज है. मौके पर एंबुलेंस का काफिला भी तैनात है. सीएम पुष्कर सिंह धामी यह पहुंचे थे और सुरंग के बाहर स्थापित किए गए मंदिर के बाहर सिर झुकाया था.
सिलक्यारा सुरंग हादसे में आज 17वें दिन अच्छी खबर मिलने की उम्मीद की जा रही है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ-साथ सुरंग स्थल पर कार्य कर रहे अधिकारियों का कहना है कि आज शाम तक अच्छी खबर आ सकती है. रैट माइनर्स अब सुरंग के अंदर फंसे हुए श्रमिकों से कुछ ही दूरी पर हैं. ऐसे में सुरंग के बाहर एंबुलेंस की लाइन लगगई है ताकि तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके.
सिल्कयारा सुंरग हादसे में राहत और बचाव कार्य जारी है. 17 दिन बाद भी सुरंग के अंदर उम्मीद बरकरार है.अंदर फंसे श्रमिकों तक पहुंचने के लिए सुरंग के दो मोर्चों पर खुदाई जारी है. पहला हिस्सा है सिलक्यारा साइड में सुरंग का मुहाना-- जहां पहले से ड्रिलिंग चल रही थी. लेकिन 24 नवंबर को ऑगर मशीन का हिस्सा टूटा और काम रूक गया. तब तक 46.9 मीटर पाइप लगाई जा चुकी थी. अब उसी पाइप के अंदर-अंदर 6-6 की संख्या में देवदूत के रूप में रैट माइनर्स पहुंचे हैं. सोमवार को उत्तरकाशी पहुंचते ही इन्होंने काम शुरू कर दिया. हथौड़े, छेनी, ड्रिल मशीन, ऑक्सीजन मास्क और तमाम उपकरणों के साथ रैट माइनर्स अंदर पहुंचे और सबसे पहले 1.9 मीटर के उस हिस्से को काट कर निकाला, जो मलबे में फंस कर खराब हो गया था. उसके बाद उन रैट माइनर्स ने अपने हाथों से और खुदाई कर दी. सुरंग का दूसरा मोर्चा है वर्टिकल ड्रिलिंग का. सुरंग के ऊपर पहाड़ी से भी खुदाई का काम चल रहा है. वर्टिकल ड्रिलिंग भी 42 मीटर पूरी हो चुकी है. लेकिन सुरंग के अंदर जारी हॉरिजन्टल ड्रिलिंग से उम्मीदें बढ़ गई हैं. विशेषज्ञ दावा कर रहे हैं कि अब मजदूरों तक सिर्फ 5 से 6 मीटर की दूरी बाकी है. सुरंग के अंदर 41 मजदूर फंसे हुए हैं. उनसे अधिकारी लगातार बातें कर रहे हैं. दिलासा दे रहे हैं कि उन्हें जल्द बाहर निकाला जाएगा. फंसे मजदूरों तक 150 मिमी. व्यास के पाइप से लगातार खाना और फल भेजा जा रहा है.
राजस्थान के करौली जिले में पश्चिमी विक्षौभ के चलते तापमान में आई गिरावटके कारण पिछले 24 घंटे से आसमान में छाए रहे. इसके बाद देर शाम बारिश हुई जिससे तापमान में अचानक ही कमी देखी गई. अचानक बढ़ी ठंड ने लोगों की मुसिबत बढ़ा दी है और लोगों को घरों में दुबकने के लिए मजबूर कर दिया है. करौली जिले में पिछले 24 घंटे से आसमान में बादल छाए हुए थे. वही ठंडी हवाएं चलने से ठंड का एहसास लोगों को नवंबर के अंत में महसूस हुआ ही था कि अचानक देर शाम हुई बरसात ने क्षेत्र में ठंडक बढ़ा दी है. बरसात होने से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं. किसानों की रबी की फसल गेहूं, सरसों ,चना को बरसात से बहुत अधिक लाभ होने वाला है. देर शाम 6 बजे से जिले में बूंदाबांदी से शुरू हुई बरसात देर रात तक लगातार जारी रहने से चारों तरफ सड़कों पर पानी पानी हो गया.
उत्तरकाशी सुरंग बचाव में शामिल नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के एमडी महमूद अहमद ने कहा कि एसजेवीएनएल द्वारा वर्टिकल ड्रिलिंग की जा रही है. कुल 86 मीटर में से 44 मीटर तक ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है. टीएचडीसी ने आज 7वां विस्फोट किया. इसलिए , हमें 1.5 मीटर और फायदा हुआ. काम जारी है, हमने अपने विभिन्न विकल्पों में से किसी को भी नहीं रोका है. जहां तक मलबे के माध्यम से क्षैतिज ड्रिलिंग का सवाल है, सुरंग के अंदर जो किया जा रहा है वह 55.3 मीटर तक पूरा हो गया है.मैन्युअल उत्खनन के माध्यम से हम यह कर रहे हैं . उसके बाद, हम डी-मकिंग करते हैं. पाइप पुशिंग इसके बाद होती है.शायद हमें 5-6 मीटर और की आवश्यकता होगी. अब हम छोटे लंबे पाइपों में पुश कर रहे हैं. हम देर शाम तक अच्छी खबर की उम्मीद कर रहे हैं.
बागेश्वर जनपद के गरुड़ क्षेत्र के लौहारचौरा क्षेत्र को खट्टे फलों की पैदावार के लिए प्रसिद्द मन जाता है. यहां नीबू ,माल्टा, व संतरे की अच्छी पैदावार होती है ,इस बार भी यहां इन फलों की अच्छी पैदावार हुई है,मगर अच्छे रेट नही मिलने से काश्तकार परेशान और मायूस हैं. उनका कहना है कि फलों की पैदावार अच्छी हुई है मगर रेट उन्हें अच्छे नही मिल रहे हैं . काश्तकारों ने बताया कि यहां फलों के पौधे तैयार करने से लेकर हर साल निराई गुड़ाई में खर्चा ज्यादा आ जाता है , उपर से बंदरों का आतंक भी रहता है. पर तमाम चुनौतियों के बाद हम फलों को बचा कर रखते है कि हमें अच्छा मुनाफा होगा, मगर यहां पर हमें अच्छे रेट नही मिल पाते हैं और खरीददार गांव तक नहीं पहुंच पाते हैं. उन्होंने सरकार से ब्लाक लेवल पर एक कोल्ड स्टोर लगाने की मांग की है. जिससे किसान को अपनी फलों को सीजन में बचाने में मदद मिल सके. काश्तकारों का कहना है कि अगर हर ब्लाक लेवल पर एक कोल्ड स्टोर होगा तो वे अपने फल सब्जियों को ऑफ़ सीजन तक बचा सकते हैं ,जिन्हें तब अच्छा फायदा हो सकता है .
पीएम मोदी 30 नवंबर सुबह साढ़े दस बजे 50 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र देंगे. इस दौरान केंद्रीय मंत्री देश भर में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 38 स्थानों पर मौजूद रहेंगे. यह नियुक्तियां रेल मंत्रालय, डाक विभाग, गृह मंत्रालय, राजस्व विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय समेत विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में होगी. कार्यक्रम में सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर शिमला, आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा रांची, सड़क परिवहन एवं यातायात मंत्री नितिन गडकरी नागपुर आदि हिस्सा लेंगे. पिछले साल 22 अक्तूबर को धनतेरस पर रोजगार मेले की शुरुआत हुई थी.पीएम मोदी ने इस साल दिसंबर तक दस लाख रोजगार देने की घोषणा की थी.अब तक लाखों युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं. केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में नियुक्तियां की जा रही हैं.अगले महीने अंतिम रोजगार मेला आयोजित किया जाएगा.अगले लोक सभा चुनाव से पहले बेरोजगारी के मुद्दे पर विपक्ष के हमले की धार कुंद करने की रणनीति है.
अमरावती में मौसम बारिश के बाद विदर्भ के हिल स्टेशन चिखलदरा में कोहरे ने चादर ओढ़ ली है. इस सुहाने मौसम का लुफ्त उठाने के लिए काफी संख्या में यहां पर पर्यटक पहुंच रहे हैं. महाराष्ट्र के अमरावती के और विदर्भ के हिल स्टेशन रहे चिखलदरा में मौसम बारिश के बाद अमरावती के कुछ शहरों के रास्तों पर कोहरे ने तो चिखलदरा में कोहरे की चादर ओढ़ रखी है. इस सुहाने मौसम में पर्यटक चिखलदरा की और आते नजर आ रहे हैं. ऐसे में अचानक मौसम में जो करवट बदली चिखलदरा का तापमान 10 डिग्री से भी नीचे आ पहुंचा है और लोग ठंडी से बचने के लिए अलाव का सहारा लेते नजर आ रहे हैं.
दिल्ली की हवा में घुला जहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार सुबह दिल्ली में धुंध की मोटी परत छाई रही और कई हिस्सों में हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज की गई. लेकिन शाम होते-होते कई इलाकों में हुई बारिश ने नाक में दम किए पॉल्युशन को सुधारने का मानो काम किया. इस बारिश ने दिल्ली एनसीआर के लोगों को सर्दी का अहसास करा दिया. हालांकि अभी दिसंबर का महीना आया नहीं है. बावजूद इसके गर्म कपड़े पहने लोग शाम और रात के वक्त जरूर दिख रहे हैं. इससे पहले राजधानी में हवा के प्रदूषण का सितम लगातार जारी रहा. रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार के बाद सोमवार को फिर से एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया. राजधानी में एक्यूआई 400 के करीब दर्ज किया गया जो बेहद खराब श्रेणी का संकेत देता है. इसे शनिवार के मुकाबले वायु गुणवत्ता सूचकांक सात अंक ज्यादा बताया गया.प्रदूषण की इस जहरीली चादर की वजह से दिल्लीवासियों को लो-विजिबिलिटी का भी सामना करना पड़ा. लेकिन जिस तरह से पिछले कई दिनों से दिल्ली और आसपास के इलाके अपनी आबोहवा में जहरीली हवा का सितम झेलने को मजबूर थे. फिलहाल सोमवार शाम आते-आते इन सभी जगहों पर बारिश की सौगात मिली.जाहिर है बारिश की ये रिमझिम कुछ दिन और वायु प्रदूषण से राहत देने वाली रहेंगी. (ब्यूरो रिपोर्ट, गुड न्यूज़ टुडे)
17 दिन बाद भी सुरंग से 41 जिंदगियों को बचाने की मुहिम जारी है. बहुत धीरे ही सही, लेकिन बचावकर्मी आगे बढ़ रहे हैं. जैसे जैसे समय बीत रहा है, चिंताएं बढ़ती जा रही हैं, लेकिन रेस्क्यू टीम को यकीन है कि सभी सुरक्षित बचा लिए जाएंगे. इसके लिए सुरंग के अंदर और सुरंग के ऊपर.. दोनों तरफ से ड्रिलिंंग का काम तेजी से चल रहा है.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय का कहना है, "कुछ दिन पहले दिल्ली का AQI 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया था. कल शहर में हल्की बारिश हुई जिसके कारण प्रदूषण में सुधार हुआ है...उतार-चढ़ाव जारी रहेगा... मैं दिल्ली और एनसीआर के लोगों से सतर्क रहने का अनुरोध करता हूं..."
चमोली में मौसम विभाग की भविष्यवाणी एक बार फिर से सच साबित हुई है, बताते चले मौसम विभाग ने बारिश और बर्फबारी को लेकर पहले ही येलो अलर्ट जारी किया है. ऐसे में चमोली जनपद में कल देर शाम से ही चोटियों पर बर्फबारी का दौर शुरू हो गया था और आज जनपद के तमाम ऊंचाई वाली जगहों पर जबरदस्त बर्फबारी देखने को मिल रही है. चमोली में नीती माणा घाटी बद्रीनाथ धाम हेमकुंड साहिब मलारी में जबरदस्त बर्फबारी के चलते हर तरफ बर्फ की सफेद चादर दिखाई दे रही है, तो वही ऊंचाई वाली जगहों पर जबरदस्त बर्फबारी के चलते निचली जगहों पर जबरदस्त कड़कड़ाती सर्दी का सितम देखने को मिल रहा है. नीति घाटी के लोगों ने इस समय घाटी को खाली कर दिया है क्योंकि यहां बर्फबारी के चलते लोग शीतकाल में निचली जगह पर चले जाते हैं. ऐसे में घाटी पूरी तरह से हुई वीरान पड़ी हुई है लेकिन यहां अब बर्फबारी ने हर तरफ बर्फ की सफेद चादर बिछा दी है. तो वही बद्रीनाथ धाम में भी बर्फ की सफेद चादर हर तरफ दिखाई दे रही है. ऐसे में यहां पर हो रहे कार्यों पर इसका प्रभाव दिखाई दे रहा है. वही हेमकुंड साहिब और घांघरिया में भी जबरदस्त बर्फबारी की सूचना मिल रही है. अभी भी लगातार पहाड़ों में मौसम करवट बदल रहा है और बुधवार तक इस तरह के मौसम रहने का अनुमान मौसम विभाग पहले ही जता चुका है. अभी पहाड़ों में जबरदस्त शीतलहरी का प्रकोप भी देखने को मिल सकता है. अमूमन ऐसा मौसम दिसंबर में ही देखने को मिलता है लेकिन इस बार नवंबर के अंत में ही पहाड़ों में जबरदस्त बर्फबारी और जबरदस्त शीत लहरी का प्रकोप देखने को मिल रहा है.
उत्तरकाशी सुरंग बचाव अभियान में पहाड़ी की चोटी से 1.2 मीटर व्यास वाले पाइप के लिए 43 मीटर ऊर्ध्वाधर ड्रिलिंग का काम पूरा हो गया है. बाकी काम पूरा होने में 40-50 घंटे और लग सकते हैं. पहाड़ी की चोटी से 8 मिमी व्यास वाले पाइप के लिए 78 मीटर की ऊर्ध्वाधर ड्रिलिंग भी पूरी हो गई है. पाइपलाइन में मामूली समस्या होने के कारण आगे की ड्रिलिंग अस्थायी रूप से रोक दी गई है. सुरंग के अंदर मैनुअल ड्रिलिंग सुचारू रूप से चल रही है.
उत्तरकाशी (उत्तराखंड) सुरंग बचाव अभियान को लेकर पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लगभग 52 मीटर काम हो चुका है (पाइप डाला गया है). उम्मीद है कि 57 मीटर के आसपास सफलता मिलेगी. मेरे सामने 1 मीटर पाइप अंदर चला गया था, अगर 2 मीटर और डाला जाए तो इसमें लगभग 54 मीटर होगा. उसके बाद, एक और पाइप का उपयोग किया जाएगा. पहले स्टील गार्डर पाए जाते थे यह अब कम हो गया है. अभी, हमें कंक्रीट अधिक मिल रही है.
एमएसपी गांरटी समेत अपनी अलग-अलग मांगों लेकर चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. विरोध कर रहे किसानों का कहना है कि आज वो अपनी मांगों को लेकर राज्यपाल से मुलाकात करेंगे. पंजाब के किसान संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अपनी मांगों लेकर तीन दिवसीय विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. एमएसपी की गारंटी समेत किसानों पर दर्ज मामले को वापस लेने की मांग को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की योजना के तहत सभी किसान चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर जमा हुए हैं. इस Link पर पढ़ें पूरी खबर
कांग्रेस ने सोमवार को मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर स्ट्रांग रूम से डाक मतपत्र बाहर ले जाने और कदाचार में शामिल होने के आरोप में बालाघाट कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. वहीं मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने आरोपों से इनकार किया और कहा कि स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने प्रक्रिया पर संतोष व्यक्त किया है. बता दें कि एमपी में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव हुए थे, जबकि वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी. (पीटीआई)
एनडीएमए के सदस्य (सेनि.) ले. जनरल सैयद अता हसनैन ने बताया कि सिलक्यारा में चल रहे बचाव अभियान में मौसम भी पूरा साथ दे रही है. क्योंकि सोमवार को अधिकांश समय बादल छाए रहे थे और इसके साथ ही मौसम विभाग ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में वर्षा की संभावना जताई थी. इससे राहत कार्य में जुटे लोगों की चिंता बढ़ गई थी.
सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए 16 दिन भी अभियान जारी है. सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों तक पाइप डालने के लिए कई तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है. कई बार मशीन में खराबी आ जा रही है इसके कारण अब मैनुअल बोरिंग की गई है साथ की एक वर्टिकल ड्रिलिंग भी की जा रही है. सरकार के मंत्री औऱ अधिकारी लगातार इस रेस्क्यू ऑपरेशना की जानकारी ले रहे हैं.