भारत में एक बार फिर मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. देश के कई राज्यों में जहां मॉनसून एक्टिव हो गया है. इसके चलते उत्तराखंड और हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-NCR में बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, लद्दाख, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट में इस बार अच्छी बारिश होगी. मॉनसून के एक्टिव होने से खेती से जुड़ी गतिविधियां भी बढ़ गई हैं. मौसम के अलावा आप यहां किसानों को मिलने वाली सरकारी स्कीम के फायदे और अन्य किसानों से जुड़ी खबरें पढ़ सकते हैं.
महाराष्ट्र के जालना के भोकरदन तालुका के केदारखेडा गांव में सड़क की मांग को लेकर किसानों ने जलसमाधि आंदोलन किया है. भोकरदन तालुका के केदारखेडा गांव में किसानों ने आज गांव के तालाब में उतरकर जलसमाधि आंदोलन किया. दरअसल, गांव के किसानों का आरोप है कि खेतों तक जाने वाला रास्ता एक व्यक्ति ने व्यक्तिगत विवाद के चलते बंद कर दिया है. इससे किसानों को खेतों तक पहुंचने के लिए काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. इस रास्ते को खोलने की मांग को लेकर गांव के लोग पहले ही कई बार तहसील कार्यालय में निवेदन दे चुके हैं. लेकिन, प्रशासन की ओर से अब तक कोई कारवाई नहीं की गई है. जिसके चलते मजबूर होकर आज गांव के किसानों ने तालाब में उतरकर जलसमाधि आंदोलन किया. इस समय तहसील प्रशासन के अधिकारियों को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपकर आंदोलन स्थगित कर दिया गया.
मध्यप्रदेश के पहाड़ों में लगातार बारिश से बांदा की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे सहायक नदियां अचानक उफना गईं. उसी क्रम में गांवों का सम्पर्क मार्ग टूट गया है. कई गांवों को जोड़ने वाले रपटे में पानी भरने से लोग जान जोखिम में डालकर निकल रहे थे जिसमें एक ट्रैक्टर लेकर जा रहा किसान फंस गया. कड़ी मशक्कत के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने किसान को लाठी डंडों के सहारे बचाया. नदियों में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है. डीएम का कहना है कि जिस रास्ते पर पानी भरा है उस रास्ते से बिल्कुल भी न निकलें. प्रशासन ने नाव की व्यवस्था की है, उसी का उपयोग करें.
मुंबई (महाराष्ट्र): कांग्रेस नेता नाना पटोले ने कहा, "महाराष्ट्र किसानों की आत्महत्या वाला राज्य बन चुका है. राहुल गांधी ने ट्वीट करके जनभावनाओं को रखा है. सरकार का जो आंकड़ा आया है वो कम है, उससे भी ज्यादा किसानों की आत्महत्या महाराष्ट्र में हुई हैं... लातूर में किसान ने खुद को हल से जोत लिया. कल सरकार के मंत्री उस किसान का कर्ज़ा माफ करने पहुंच गए. क्या किसानों को खुदको जोत लेना चाहिए तब सरकार उनकी मदद करेंगे?"
बनासकांठा में हाल ही में हुई भारी बारिश से जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है. जिले के कई इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया है, जिससे सड़कें पानी में डूब गई हैं और यातायात बाधित हो गया है. कई घरों में पानी घुसने से लोगों को काफी नुकसान हुआ है, और उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. कुछ जगहों पर तो सड़कों पर खड़ी बाइकें तक बहने लगीं, जिन्हें बचाने के लिए लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ी. सिविल अस्पताल सरकारी कचहरी के आगे पानी भर जाने से लोगो को परेशानी हुई.
हालांकि, इस भारी बारिश से एक अच्छी खबर यह है कि जिले की कई नदियां सजीवन हो गई हैं और उनका जलस्तर बढ़ गया है. यह उन किसानों के लिए राहत की बात है, इस बारिश से काफी उम्मीदें हैं, लेकिन कुछ किसानों का कहना है कि उनके खेत पानी में डूब गए हैं और उन्हें भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने सरकार से मुआवजे की अपील भी की है.
कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की कश्मीर में कृषि व ग्रामीण विकास की समीक्षा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है विकसित भारत निर्माण, इसके लिए विकसित जम्मू-कश्मीर जरूरी- शिवराज सिंह
जम्मू-कश्मीर के किसानों और ग्रामीणों के हितों में शिवराज सिंह ने लिए कई अहम् फैसले
श्रीनगर में केंद्र की एमआईडीएच योजना में 150 करोड़ रुपये लागत का सेंट्रल इंस्टीट्यूट-क्लीन प्लांट सेंटर बनाया जाएगा
कश्मीर के वंचित किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ देने की दिशा में काम होगा
जम्मू क्षेत्र में रीजनल हार्टिकल्चर सेंटर के लिए जम्मू कृषि वि.वि. को इंफ्रास्ट्रक्चर का सहयोग देगा, कश्मीरी केसर के लिए टिश्यू कल्चर लैब, नर्सरी की स्थापना करेगी केंद्र सरकार- केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह
शिवपुरी जिले के पिछोर के विजयपुर गांव में गुरुवार सुबह ग्रामीणों ने खेत में बनी झोपड़ियों के पास 6 फीट लंबे मगरमच्छ को देखा. ये मगरमच्छ गांव के पास स्थित बड़े तालाब से निकलकर रिहायशी इलाके तक पहुंच गया था. ग्रामीणों बे बताया कि मगरमच्छ पहले भी कभी-कभार तालाब के किनारे दिखाई देता था, लेकिन इस बार खेतों में बनी कच्ची झोपड़ियों तक पहुंच गया. सुबह के समय जब लोग अपने खेतों की ओर जा रहे थे, तब उनकी नजर इस मगरमच्छ पर पड़ी. लोगों ने कहा कि मगरमच्छ सियार के शिकार के बाद खेत में शांत बैठा हुआ था. ग्रामीणों ने फॉरेस्ट विभाग को तुरंत सूचना दी. सूचना मिलते ही वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची. मगरमच्छ सियार के शिकार के बाद सुस्त हो गया था, जिस वजह से उसकी गतिविधियां धीमी थीं. इससे रेस्क्यू टीम को उसे पकड़ने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई. टीम ने मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़कर सिंध नदी में छोड़ा.
जम्मू-कश्मीर में केसर यहां की पहचान है. केंद्र सरकार यहां टिशू कल्चर लैब और नर्सरी की भी स्थापना करेगी, इससे केसर का उत्पादन और बढ़ेगा.
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने यह भी तय किया है कि मिट्टी के स्वास्थ्य और उर्वरता सुनिश्चित करने के लिए क्वालिटी कंट्रोल लैब कठुआ, बारामूला और अनंतनाग में स्थापित की जाएगी.
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) के अंतर्गत डेडिकेटेड इरीगेशन प्रोजेक्ट्स भी कमांड एरिया में विकसित किए जाएंगे ताकि खेतों तक केनाल से पानी पहुँचाने के गैप को दूर किया जा सके.
राष्ट्रीय केसर मिशन में भी जम्मू-कश्मीर की विशिष्टताओं को ध्यान में रखते हुए सुधार किए जाएंगे. उत्पादकता बढ़ाने और नुकसान कम करने के लिए वैज्ञानिकों की एक विशेष टीम बनाई जाएगी, जो इस पर कार्य करेगी.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बागवानी फसलों के कवरेज के लिए हम RWBCIS को शुरू करेंगे, ताकि हॉर्टिकल्चर फसलों की सटीक मैपिंग हो सके और किसान लाभान्वित हों.
जम्मू-कश्मीर में केसर यहां की पहचान है. केंद्र सरकार यहां टिशू कल्चर लैब और नर्सरी की भी स्थापना करेगी, इससे केसर का उत्पादन और बढ़ेगा.
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में जुलाई माह के दौरान तीन दिवसीय मशरूम उत्पादन तकनीक, मधुमक्खी पालन, कटाई और सिंचाई और संरक्षित खेती (पॉली हाउस-नेट हाउस) पर प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे.
यह जानकारी देते हुए सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण और शिक्षा संस्थान के सह- निदेशक (प्रशिक्षण) डॉ. अशोक कुमार गोदारा ने बताया कि 7 से 9 जुलाई तक मशरूम उत्पादन तकनीक, 17 से 19 जुलाई मधुमक्खी पालन, 28 से 30 जुलाई तक कटाई और सिंचाई और संरक्षित खेती पर प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में देश/प्रदेश से किसी भी वर्ग आयु के इच्छुक महिला या पुरुष यह प्रशिक्षण ले सकते हैं. यह प्रशिक्षण नि:शुल्क है और प्रशिक्षण में पूरी अवधि तक भाग लेने वाले उम्मीदवारों को ही विश्वविद्यालय द्वारा प्रमाण पत्र दिए जाएंगे.
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान राज्य सरकार और केन्द्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी. प्रशिक्षण के दौरान युवाओं का कौशल विकास किया जाएगा. उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के इच्छुक युवक और युवतियां संस्थान में पहले दिन सुबह 7:30 बजे पहुंच कर अपना पंजीकरण करवा कर प्रशिक्षण में भाग ले सकते हैं. संस्थान के सह-निदेशक ने बताया कि प्रशिक्षण का समय प्रात: 7:30 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक रहेगा. यह संस्थान विश्वविद्यालय के गेट नंबर 3 लूदास रोड पर स्थित है. प्रशिक्षण पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा पंजीकरण के लिए एक फोटो और आधार कार्ड की फोटो कॉपी जरूर साथ लेकर आएं.
दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, "आज वन महोत्सव कार्यक्रम, सरकार द्वारा किया गया वह प्रयास है, जो दिल्ली में पर्यावरण के महत्व को जन-जन से जोड़ने वाला है. आज सरकार ने निर्णय किया है कि हम इस मॉनसून में 70 लाख पौधे पूरी दिल्ली में लगाने वाले हैं..."
उमंग, उत्साह और उल्लास के साथ चल रही है बाबा बर्फानी के अमरनाथ धाम की तीर्थयात्रा...भक्तों में भारी जोश...बम-बम भोले के जयकारों से गूंजी फिज़ाएं...सुबह सवेरे हुई पवित्र गुफा में दिव्य आरती.
दुनिया का पहला ड्यूअल रडार अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट 'निसार' 20 जुलाई को आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से होगा लॉन्च...जंगलों के अंदर तक निगरानी करने, ग्लेशियरों की हलचल और जमीन में होने वाले बदलावों पर नजर रखने में है सक्षम.
दिल्ली यूनिवर्सिटी की PhD स्कॉलर सुदेशना बिस्वास बनी विश्व पुरातत्व कांग्रेस की सचिव...इस प्रतिष्ठित पद को संभालने वाली सबसे कम उम्र की पहली भारतीय महिला हैं सुदेशना.
80 साल की उम्र में डॉ. श्रद्धा चौहान ने रचा इतिहास...10,000 फीट की ऊंचाई से स्काइडाइव कर बनाया नया रिकॉर्ड...लोगों ने सोशल मीडिया पर दिल खोलकर दी बधाई
भारत म्यांमार सीमा पर रोहिंग्या की घुसपैठ और तस्करी रोकने के लिए बाड़ लगाने के काम ने पकड़ी रफ्तार… अबतक 401 किलोमीटर का काम पूरा...परियोजना के तहत लगाई जाएगी 1,643 किलोमीटर लंबी बाड़.
भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर उलझन खत्म...अगले दो दिनों के भीतर हो सकता है बड़ा समझौता… वाशिंगटन में बातचीत शुरू
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़क मार्ग से पटना के आसपास गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया. मुख्यमंत्री अटल पथ होते हुये जेपी गंगा पथ पहुंचे और गाय घाट तक गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने जेपी गंगा पथ के किनारे किए जा रहे पौधारोपण और सौंदर्गीकरण कार्य का भी निरीक्षण किया और बेहतर ढंग से कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया.
मध्यप्रदेश के छतरपुर में एक किसान की लाठी-डंडो से पीठ-पीठ कर हत्या सिर्फ इस कारण से कर दी गई की उसके जानवर आरोपियों के खेत में घुस जाया करते थे. इसी बात से नाराज 3 महिलाओं और 6 पुरुषों ने पहले किसान को लाठी - डंडो से पीटा फिर निर्वस्त्र कर पेड़ से बांध दिया, जिसके कारण 46 वर्षीय किसान शंकर पटेल की मौत हो गई, वहीं, घटना की जानकारी लगते ही बमीठा थाना पुलिस खैरी राटिया हार पहुंची और खेत से किसान शंकर पटेल का शव बरामद करते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इसके साथ ही घटना में लिप्त तीन महिलाओं और तीन पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही तीन फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है.
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के बहनों और भाइयों जम्मू-कश्मीर भारत का मुकुटमणि है. दुनिया में स्वर्ग अगर कहीं है तो जम्मू-कश्मीर में ही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है. विकसित भारत और विकसित भारत के निर्माण के लिए विकसित जम्मू-कश्मीर. जम्मू-कश्मीर की खेती विकसित हो, किसान समृद्ध हों, गांव-गांव में सड़कों का जाल बिछ जाए, गरीबों के घर बन जाए, हर बहन लखपति बने, ये हमारा संकल्प है. आज मैं जम्मू-कश्मीर आ रहा हूं और राज्य सरकार के साथ मिलकर हम विकसित कृषि और समृद्ध किसान का रोड मैप भी बनाएंगे और ग्रामीण विकास की योजनाओं पर भी चर्चा करके जम्मू-कश्मीर सरकार के साथ कैसे तेजी से आगे बढ़े, इसका हम प्रयत्न करेंगे. जम्मू-कश्मीर वासियों आप सुखी हों, निरोग हों, आपका मंगल हो, आपका कल्याण हो, इसी भाव से मोदी के विकास और जन कल्याण के मंत्र को पूरा करने के लिए आज मैं आपके बीच रहूंगा.
चमोली कर्णप्रयाग के समीप उमटा में आज सुबह एक बड़ा भूस्खलन हुआ, जहां बद्रीनाथ हाइवे पर पहाड़ी से मलवा गिरने के कारण मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया. पहाड़ों में हो रही बारिश एक बार फिर से चार धाम यात्रियों के लिए मुसीबत साबित हो रही है, सिर्फ चारधाम यात्री ही नहीं बल्कि स्थानीय लोग ऋषिकेश दिल्ली की तरफ जाने वाले या फिर ऋषिकेश की तरफ से बद्रीनाथ धाम हेमकुंड साहिब जाने वाले तीर्थ यात्री मार्ग पर फंस चुके हैं, सुबह करीब 5 बजे पहाड़ी से एक बड़ा मलवा पहाड़ी से गिरा. इस मलवे के कारण हाइवे पूरी तरह बंद हो गया है और मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई है. बताया जा रहा है सुबह के समय अचानक तेज आवाज के साथ मलवा सड़क पर आ गिरा. आसपास के होटलों में ठहरे कुछ पर्यटकों और स्थानीय लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई.
प्रशासन और एनएचएआई की टीमें मौके पर पहुँच चुकी हैं और मलवा हटाने का काम शुरू हो गया है. लेकिन भारी मलवे और बारिश की संभावना के कारण मार्ग को खोलने में समय लग सकता है.
हरियाणा के करनाल में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से यमुना से सटे गांव के किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें दिख रही हैं, फिलहाल यमुना की स्थिति ठीक है, जिला प्रशासन का कहना है कि बाढ़ बचाव के लिए सभी तरह के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. स्टड पहले भी बहुत लगाए गए हैं और अब भी स्टड बनाने का कार्य चल रहा है. ताकि यमुना में अगर पानी का बहाव एक दम तेज आता है तो ज्यादा नुकसान न हो. लोगो के घरों में पानी न आए. एसडीएम ने कहा अभी तक स्थिति बिल्कुल ठीक है.
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में कावड़ यात्रा को लेकर स्वामी यशवीर जी महाराज के द्वारा चलाये जा रहे पहचान अभियान को लेकर अब भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत का भी एक बड़ा बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि जब वह हिंदू नाम रखकर होटल चला रहे हैं तो यह तो एक हिंदू के प्रति आस्था है उनकी जो एक रोजगार में है तो इसमें वह क्या गलत काम करेंगे यह लोगों की सोच है, उल्टा सीधा बोलने की, की खाने में थूकते हैं ऐसी मानसिकता नहीं होनी चाहिए ठीक सोच रखनी चाहिए. अगर किसी पर इस तरह का आरोप लग रहा है तो वह भी अपने को सुधारे और कही अगर किसी बात में सच्चाई है तो इस तरह की बात नहीं होनी चाहिए.
नरेश टिकैत ने कहां की यशवीर जी महाराज भी ठीक हैं अपने ही आदमी है हम कुछ नहीं कहते पर उन्हें भी सोच विचार करना चाहिए, किसी बात को ज्यादा तूल न दे यह कावड़ यात्रा पहले से ही चलती आ रही है तो इसमें ना छेड़छाड़ करें तो अच्छा है.
साथ ही राकेश टिकैत ने डीजे कावड़ पर बोलते हुए कहा कि इस पर प्रतिबंध लगे इससे बड़ी घटना होती है. इसमें बहुत ऊंची कावड़ और बहुत तेज आवाज होती है. आवाज और ऊंचाई की भी एक लिमिट होनी चाहिए, इसमें इतनी तेज रोशनी होती है जो हर चीज को प्रभावित करती है हम तो यही कहते हैं की आवाज लाइट और ऊंचाई इस पर रोक लगाई जानी चाहिए.
जोधपुर, राजस्थान: कल भारी बारिश के बाद शहर के कई हिस्सों में जलभराव के कारण यातायात बाधित हुआ
राजस्थान में एक बार फिर तेज बारिश का नया दौर शुरू हो गया है. मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में सक्रिय परिसंचरण तंत्र और दक्षिणी हिस्सों से गुजरती मॉनसून ट्रफ लाइन के कारण राज्य के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है. खासतौर पर 3 से 5 जुलाई के बीच पूर्वी राजस्थान सबसे ज्यादा प्रभावित रहेगा, जहां कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक भारी वर्षा (20 सेमी से अधिक) भी हो सकती है.
हरियाणा में मॉनसून ने दस्तक तो दे दी है, लेकिन कुछ जिलों को छोड़ दें तो अब तक झमाझम बारिश देखने को नहीं मिली है. ऐसे में लोग अब अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे हैं. बुधवार को तेज धूप ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी. तापमान बढ़कर 34 डिग्री तक पहुंच गया, जबकि मंगलवार को यह 31 डिग्री था. उमस इतनी ज्यादा हो गई कि घरों और दफ्तरों में पंखे कूलर भी फेल होते नजर आए. बल्लभगढ़ में बुधवार को दोपहर में हल्की बारिश हुई, लेकिन उसके बाद तेज धूप निकल आई. जिससे उमस और बढ़ गई. वहीं मौसम विभाग का कहना है कि 5 जुलाई तक पूरे हरियाणा में बारिश की संभावना बनी हुई है. 18 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो चुकी है और मौसम विभाग ने 5 जुलाई तक येलो अलर्ट जारी किया है.
3 जुलाई को राज्य के मंदसौर, नीमच, सीधी, सतना, मैहर, शाहडोल, सिंगरौली में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. सीहोर, राजगढ़, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, उज्जैन, देवास, आगर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुरकलां में भारी बारिश के साथ वज्रपात और तेज हवाएं (30-40 किमी/घंटा) चल सकती हैं. भोपाल, विदिशा, रायसेन, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, दतिया, भिंड, मुरैना, ग्वालियर जिलों में भी गरज-चमक के साथ झोंकेदार हवाओं की चेतावनी दी गई है.
उत्तराखंड: रुद्रप्रयाग में भूस्खलन के बाद फंसे लोगों को निकाल रही SDRF की टीम, 40 श्रद्धालु बचाए गए.
मॉनसून देश के सभी इलाकों में प्रवेश कर चुका है. मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया है कि बंगाल की खाड़ी में बदलते मौसमी प्रणाली की वजह से दक्षिण भारत में मॉनसून काफी कमजोर हुआ है. वहीं, बंगाल की खाड़ी से भारी मात्रा में बादल उठ रहे हैं, जिसकी वजह से ना केवल पूर्वी और उत्तर भारत बल्कि पूर्वोत्तर भारत और बंग्लादेश में भारी बारिश होने की संभावना है.
मानसून ने पूरे देश में रफ्तार पकड़ ली है, जिससे अधिकतर राज्यों में मौसम सुहावना हो गया है. भारतीय मौसम विभाग और स्काईमेट की रिपोर्टों के अनुसार, उत्तर से लेकर दक्षिण और पूर्वोत्तर से लेकर पश्चिम भारत तक आने वाले दिनों में भारी बारिश, आंधी, बिजली गिरने और बाढ़ की आशंका जताई गई है.