भारत में एक बार फिर मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. देश के कई राज्यों में जहां मॉनसून एक्टिव हो गया है. इसके चलते उत्तराखंड और हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-NCR में बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, लद्दाख, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट में इस बार अच्छी बारिश होगी. मॉनसून के एक्टिव होने से खेती से जुड़ी गतिविधियां भी बढ़ गई हैं. मौसम के अलावा आप यहां किसानों को मिलने वाली सरकारी स्कीम के फायदे और अन्य किसानों से जुड़ी खबरें पढ़ सकते हैं.
IMD का दावा है कि कल यानी 29 जून को पूरे देश में मॉनसून आ जाएगा. अगर ऐसा होता है तो यह 2020 के बाद पूरे देश में मॉनसून का सबसे जल्दी कवरेज होगा. साल 2020 में मानसून ने 26 जून को पूरे देश को कवर किया था. साल 2013 में, 16 जून को, साल 2018 में 29 जून और 2015 में मॉनसून 26 जून को पूरे देश में पहुंच गया था.साल 2017 और 2019 में मॉनसून ने 19 जुलाई तक पूरे देश को कवर किया.
कई अलर्ट्स और पूर्वानुमानों के अलग साबित होने के बाद आखिरकार दिल्ली में शनिवार को बारिश हो गई. राजधानी के कई क्षेत्रों में जमकर बरसात हुई जिससे उमस से लोगों को राहत मिली. आपको बता दें कि आईएमडी की तरफ से पिछले दिनों कई बार दिल्ली के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया जा चुका था. इसके बावजूद दिल्ली के लोग बारिश के लिए तरस रहे थे. राष्ट्रीय राजधानी में मॉनसून में देरी के कारण, शुक्रवार को उमस का अनुभव हुआ. दिल्ली में मॉनसून के आने की तारीख 27 जून है. पिछले साल भी मॉनसून एक दिन देरी से 28 जून को शहर में पहुंचा था. आईएमडी के पूर्वानुमान में शनिवार को मध्यम बारिश और गरज के साथ बारिश के साथ आसमान में बादल छाए रहने की संभावना जताई गई थी और यलो अलर्ट भी जारी किया गया है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति से निपटने के लिए किसानों को 239 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है. राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 2024-25 के रबी सीजन के दौरान ओलावृष्टि से प्रभावित 70,000 से अधिक किसानों की मदद के लिए कृषि इनपुट सब्सिडी के रूप में 239 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं, अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. यह राहत राशि राज्य के आपदा राहत कोष से आठ जिलों के 143 गांवों के किसानों को वितरित की जाएगी, जहां फसलों को भारी नुकसान हुआ है. अधिकारियों के अनुसार, इन जिलों की 18 तहसीलों में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंचा है. मुख्यमंत्री ने तुरंत कार्रवाई करते हुए नुकसान का आकलन करने के लिए तत्काल सर्वेक्षण (गिरदावरी) के आदेश दिए थे. उन्होंने बताया कि आकलन के बाद, इन 143 गांवों को अभावग्रस्त घोषित कर दिया गया क्योंकि नुकसान 33 प्रतिशत से अधिक हो गया था.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद पवार गुट की नेता रोहिणी खडसे ने देवेंद्र फडणवीस एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के कट आउट को गाजर की माला पहनाई. महाराष्ट्र सरकार ने कई आश्वासन दिए थे जो उन्होंने पूरा नहीं किया इसलिए गाजर का हाल उन्होंने पहनाया गया है क्योंकि उन्होंने जनता को आश्वाशन का गाजर दिया है. किसानों को मिलने वाले बीज हो या उनकी बिजली की माफी हो सरकार ने वादा पूरा नहीं किया. किसानों की फसलों को एमएसपी देने की बात कही थी जो नहीं थी. सरकार ने कहा था हम महाराष्ट्र को भ्रष्टाचार मुक्त करेंगे लेकिन जिन जिन लोगों पर इन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे वहीं उनके साथ बैठे हैं. वो सारे लोग सत्ता में है कोई मंत्री हैं। मतलब उनकी पार्टी में अगर गए तो सब भ्रष्टाचार मुक्त हो गए. आंगनवाड़ी सेविकाओं को 15000 दिए जाने का वादा किया था जो नहीं दिए. सत्ता पक्ष के नेता संदीपान भूमरे के ड्राइवर के नाम पर डेढ़ सौ करोड रुपए की जमीन है. सरकार के मंत्री चंद्रकांत दादा पाटिल ने घोषणा की थी कि महाराष्ट्र में लड़कियों को मुफ्त शिक्षा मिलेगी लेकिन आज लड़कियां अगर जा रही हैं तो उनसे फीस ली जा रही है उसे घोषणा का क्या हुआ सरकार ने इसका घोषणा का बड़ा उत्सव मनाया था.
कृषि भूमि पर पेड़ों की कटाई को आसान बनाने और कृषि वानिकी को बढ़ावा देने के लिए केंद्र ने मसौदा नियम जारी किए हैं. केंद्र ने कृषि वानिकी को बढ़ावा देने के लिए कृषि भूमि पर पेड़ों की कटाई के लिए मॉडल नियम जारी किए हैं. इसका उद्देश्य किसानों की आय को दोगुना करना, वनों के बाहर पेड़ों की संख्या बढ़ाना और जलवायु परिवर्तन को कम करना है. 19 जून को सभी राज्य सरकारों को भेजे गए पत्र में पर्यावरण मंत्रालय ने कहा कि 'कृषि भूमि पर पेड़ों की कटाई के लिए मॉडल नियम' का उद्देश्य कृषि वानिकी में व्यवसाय करने की आसानी को बढ़ाना और किसानों को बिना किसी प्रक्रियात्मक बाधा का सामना किए अपनी खेती प्रणाली में पेड़ों को शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करना है. सरकार किसानों की आय को दोगुना करने, वनों के बाहर पेड़ों की संख्या बढ़ाने, जलवायु परिवर्तन को कम करने, लकड़ी के आयात को कम करने और भूमि के सतत उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए कृषि वानिकी को बढ़ावा दे रही है. यह पेरिस समझौते के तहत भारत के जलवायु लक्ष्यों का भी समर्थन करता है. मंत्रालय के अनुसार, कृषि भूमि पर पेड़ों की कटाई के लिए स्पष्ट, सुसंगत नियमों की कमी एक प्रमुख बाधा है, जो कृषि वानिकी उत्पादों की खेती और विपणन को प्रभावित करती है.
पहाड़ों में कल देर रात से लगातार बारिश हो रही है. बारिश का केदारनाथ धाम व बद्रीनाथ धाम की यात्रा पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. ऋषिकेश - बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग देर रात से बंद सिरोबगड में यातायात हेतु खुल गया है. जबकि सोनप्रयाग - गौरीकुण्ड मोटरमार्ग भी कई स्थानों पर बंद है. केदारनाथ धाम आने -जाने वाले यात्री भी जगह जगह फंसे हुए हैं. पहाड़ों में बारिश आफत बनकर बरस रही है. इस बारिश से बद्रीनाथ व केदारनाथ हाईवे को जगह जगह भारी नुकसान पहुंच रहा है. हाईवे बंद होने से चारधाम यात्री अत्यधिक परेशान हो रहे हैं. केदारनाथ धाम को जोड़ने वाला सोनप्रयाग - गौरीकुण्ड मोटरमार्ग जगह जगह बंद है, जिस कारण आज केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू नहीं हो पाई है. यात्रीयों को जगह जगह रोका गया है. बद्रीनाथ हाईवे भी सिरोबगड़ में रात से बंद है. ऐसे में यहाँ भी हजारों की संख्या में यात्री फंसे हुए हैं. फिलहाल बारिश का दौर लगातार जारी है. इस बारिश में आम जनता के साथ ही यात्री भी परेशान हैं. बारिश के बीच हाईवे को खोलने में परेशानी भी हो रही है.
बिहार की राजधानी पटना के ज्ञान भवन में दो दिवसीय आम महोत्सव का आयोजन किया गया,जिसका उद्घाटन राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया . 2018 में आम महोत्सव की शुरुआत की गई थी. वहीं,2025 के आम महोत्सव के करीब 200 आम की देहाती और विदेशी किस्म की प्रदर्शनी लगाई गई है.इसके साथ कुल 5000 आम इस प्रदर्शनी की शोभा बढ़ा रहे हैं.
महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र सरकार की WINDS परियोजना (मौसम सूचना नेटवर्क डेटा सिस्टम परियोजना) के तहत राज्य के हर गांव में स्वचालित मौसम स्टेशन (AWS) स्थापित करने का फैसला किया है. वर्तमान में महाराष्ट्र में हर राजस्व मंडल स्तर पर स्वचालित मौसम स्टेशन स्थापित किए गए हैं. लेकिन अब राज्य सरकार ने एक GR (सरकारी संकल्प) जारी करके सटीक मौसम पूर्वानुमान और महाराष्ट्र के किसानों और नागरिकों की मदद के लिए महाराष्ट्र के हर गांव में AWS स्थापित करने की घोषणा की है.
पुलिस ने कहा कि माले महादेश्वर हिल्स के हुग्याम वन रेंज में एक बाघिन और उसके चार शावकों की मौत के सिलसिले में शनिवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया गया. गुरुवार को बाघिन और उसके बच्चे मृत पाई गए थे.जांच में पता चला कि उन्हें जहर दिया गया था. यह सफलता माडा उर्फ मादुराजू की गाय का शव मिलने के बाद मिली. पुलिस के अनुसार, मादुराजू को तब क्रोधित था जब उसकी 'केंची' नाम की गाय को जंगली जानवरों ने शिकार बना लिया था. नुकसान का बदला लेने के लिए उसने गाय के शव पर जहर छिड़क दिया. माना जाता है कि इस कृत्य के दौरान उसका दोस्त नागराजू भी उसके साथ था. सूत्रों ने कहा कि बाघिन, जिसने शुरू में गाय का शिकार किया था, अपने शावकों के साथ फिर से उसे खाने के लिए लौटी और जहर खाने से उसकी मौत हो गई. जांच के दौरान, मादुराजू के पिता शिवन्ना ने पुलिस से संपर्क कर दावा किया कि वही उनकी मौत के लिए जिम्मेदार है. हालांकि, जांच के बाद उनके बेटे की संलिप्तता सामने आने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया.
मध्य प्रदेश के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार ने सहकारी क्षेत्र में निर्यात गतिविधियों को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड (एनसीईएल) का गठन किया है, ताकि किसानों को उनके उत्पाद से अधिकतम लाभ मिल सके. यहां एक राज्य स्तरीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए सारंग ने कहा कि मसालों के संस्थागत निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एनसीईएल के साथ मध्य प्रदेश राज्य सहकारी संघ और मंडी बोर्ड के बीच हुए समझौता ज्ञापन (एमओयू) से किसानों को काफी मदद मिलेगी. उन्होंने कहा, 'इससे किसानों के उत्पादों को न केवल उचित मूल्य मिलेगा, बल्कि सहकारिता आंदोलन भी मजबूत होगा. मध्य प्रदेश की कुल 1578 समितियों ने एनसीईएल की सदस्यता ली है.' सहकारिता क्षेत्र को कृषि का महत्वपूर्ण हिस्सा बताते हुए किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री ऐदल सिंह कंसाना ने कहा कि मध्य प्रदेश इस मामले में अग्रणी है और सात बार कृषि किसान पुरस्कार जीत चुका है.
बारामुल्ला सहित कश्मीर के विभिन्न जिलों में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के बाद बारिश ने गर्मी से राहत दिलाई. श्रीनगर में जून की अब तक की सबसे गर्म रात 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई, जबकि पहलगाम में भी रात का तापमान अभूतपूर्व रहा. मौसम विभाग ने आज तक क्षेत्र में रुक-रुक कर बारिश और गरज के साथ बारिश के साथ बादल छाए रहने का अनुमान लगाया है. शनिवार और सोमवार के बीच छिटपुट बारिश की संभावना है. बारामुल्ला में किसानों को सलाह दी जाती है कि वे तैयार रहें और अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक सावधानी बरतें. विशेष रूप से, उन्हें मौसम के अपडेट पर बारीकी से नज़र रखनी चाहिए और जलभराव और अधिक बारिश से संभावित फसल क्षति से बचने के लिए उचित जल निकासी सुनिश्चित करनी चाहिए. इसके अतिरिक्त, यदि बारिश की उम्मीद है तो किसानों को सिंचाई और छिड़काव गतिविधियों को स्थगित कर देना चाहिए. अगले 12 घंटों के दौरान जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्सों में बारिश/आंधी की उम्मीद है. कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ तेज बारिश की उम्मीद है. कुल मिलाकर दो जुलाई तक कश्मीर संभाग में कुछ खास होने की उम्मीद नहीं है.
शुक्रवार को आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अनुकूल मॉनसून के चलते चीनी सत्र 2025-26 में चीनी उत्पादन 15 प्रतिशत बढ़कर लगभग 35 मिलियन टन होने की संभावना है. क्रिसिल रेटिंग्स ने रिपोर्ट में कहा कि भारत का ग्रॉस शुगर प्रॉडक्शन चीनी सत्र 2026 में 15 प्रतिशत बढ़कर लगभग 35 मिलियन टन होने की संभावना है, जिसमें औसत से अधिक मानसून, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे प्रमुख चीनी उत्पादक राज्यों में गन्ने की खेती और पैदावार में वृद्धि शामिल है.
आईएमडी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान लगाया है क्योंकि उत्तरी बंगाल की खाड़ी और राज्य के आसपास के तटीय क्षेत्रों में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. बुलेटिन में कहा गया है कि 1 जुलाई तक दक्षिण बंगाल के जिलों उत्तर 24 परगना, पुरुलिया, पूर्व और पश्चिम बर्धमान, झारग्राम, बांकुरा और हुगली में भारी बारिश की संभावना है. आईएमडी ने 29 जून को दक्षिण 24 परगना में तथा 30 जून को पूर्वी मिदनापुर, पश्चिमी मिदनापुर, झारग्राम, बांकुरा और हुगली में भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान लगाया है. इसमें कहा गया है कि उप-हिमालयी जिलों दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार में 1 जुलाई तक भारी वर्षा होने की संभावना है. बुलेटिन में कहा गया है कि 29 जून से ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट और उत्तरी बंगाल की खाड़ी में सतही हवा की गति 35-45 किमी प्रति घंटे से लेकर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना है. आईएमडी ने मछुआरों को 29 जून से लेकर अगली सूचना तक पश्चिम बंगाल-ओडिशा तट के साथ-साथ समुद्र में न जाने की सलाह दी है.
समाजवाद और धर्मनिरपेक्ष शब्द को हटाए जाने के मसले पर कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, 'पहले तो मैं ये कहना चाहता हूं कि बाबा विश्वनाथ की धरती पर बैठा हूं. भारत बहुत ही प्राचीन और महान राष्ट्र है और भारत का मूल भाव सर्वधर्म सद्भाव है. ये भारत ही है जिसने आज नहीं, हजारों साल पहले कहा 'एकम सद्विप्रा बहुधा वदन्ति', सत्य एक है विद्वान उसे अलग-अलग तरीके से कहते हैं.ये भारत ही है जो कहता है 'मुंडे मुंडे मतिर्भिन्ना' अलग-अलग भाव का भी आदर करने वाला, उपासना पद्धति कोई हो, स्वामी विवेकानंद जी ने भी शिकागो में जाकर ये कहा था कि किसी रास्ते चलो अंतत: पहुंचोगे परमपिता परमात्मा के ही पास.' उन्होंने आगे कहा, ' सर्वधर्म सद्भाव ये भारतीय संस्कृति का मूल है, धर्मनिरपेक्ष हमारी संस्कृति का मूल नहीं है और इसलिए इस पर जरूर विचार होना चाहिए कि आपातकाल में जिस धर्मनिरपेक्ष शब्द को जोड़ा गया, उसको हटाया जाए. दूसरी बात है समाजवाद की आत्मवत सर्वभूतेषु अपने जैसा सबको मानो ये भारत का मूल विचार है 'अयं निजः परो वेति गणना लघुचेतसाम्, उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम्', यह सारी दुनिया ही एक परिवार है, यह भारत का मूल भाव है. जियो और जीने दो, प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो, सर्वे भवन्तु सुखिना सर्वे संतु निरामया, ये भारत का मूल भाव है और इसलिए यहां समाजवाद की जरूरत नहीं है. हम तो वर्षों पहले से कह रहे हैं, सियाराम मय सब जग जानी, सबको एक जैसा मानो, इसलिए समाजवाद शब्द की भी आवश्यकता नहीं है, देश को इस पर निश्चित तौर पर विचार करना चाहिए.'
पंजाब के फाजिल्का जिले के एक सीमावर्ती गांव का 23 वर्षीय किसान भारत-पाक सीमा पर लापता हो गया है. अधिकारियों को संदेह है कि वह अनजाने में सीमा पार कर गया होगा. लापता किसान, खैरे के उत्तर गांव का निवासी अमृतपाल सिंह, आखिरी बार 21 जून को देखा गया था, जब वह बीएसएफ की निगरानी में सीमा चौकी (बीओपी) राणा के पास बाड़ के पार अपने खेत की देखभाल करने गया था. सूत्रों के अनुसार, सिंह शाम 5 बजे के आसपास गेट बंद होने से पहले वापस नहीं लौटा. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने बाद में पाकिस्तानी सीमा की ओर जाने वाले मानव पैरों के निशान पाए, जिससे अनजाने में सीमा पार करने की संभावना बढ़ गई.
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से बारिश नहीं होने की वजह से उमस बढ़ गई है.अब आईएमडी ने अगले 48 घंटों में मौसम में बदलाव की भविष्यवाणी की है.आईएमडी के अनुसार यूपी के 14 जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना है जिनमें सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है. जबकि 55 जिलों में बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह के अनुसार 28 जून से 2 जुलाई तक एक बार फिर से मानसून सक्रिय होगा और पूरे उत्तर प्रदेश में जोरदार बारिश होगी.
आईएमडी की तरफ से पिछले दिनों कई बार दिल्ली के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. वहीं मॉनसून को लेकर कई भविष्यवाणियां भी की गई हैं. इसके बावजूद दिल्ली के लोग बारिश के लिए तरस रहे हैं और क्योंकि अभी तक मॉनसून दिल्ली नहीं पहुंचा है. राष्ट्रीय राजधानी में मॉनसून में देरी के कारण, शुक्रवार को उमस का अनुभव हुआ. दिल्ली में मॉनसून के आने की तारीख 27 जून है. पिछले साल भी मॉनसून एक दिन देरी से 28 जून को शहर में पहुंचा था. आईएमडी के अनुसार मॉनसून 2023 में 25 जून, 2022 में 30 जून और 2021 में 13 जुलाई को आया था. मौसम विभाग की मानें तो शहर में पिछले तीन से चार दिनों से बादल छाए हुए हैं. हालांकि, कुछ इलाकों में हल्की से बहुत हल्की बारिश ही हुई. आईएमडी के अनुसार इस अवधि के दौरान दिल्ली में लगातार दक्षिण-पूर्वी हवाएं चलीं हैं क्योंकि शहर के दक्षिण में एक पूर्व-पश्चिम मौसमी गर्त और सतह के स्तर से लगभग 2 किमी ऊपर एक अभिसरण रेखा थी. अब आईएमडी ने शनिवार को बारिश का अनुमान जताया है और येलो अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग (आईएमडी) ने आंध्र प्रदेश के कई क्षेत्रों में अगले पांच दिनों में गरज के साथ बारिश और तेज हवाएं चलने का पूर्वानुमान लगाया है. आईएमडी के अनुसार, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश (एनसीएपी), यनम, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश (एससीएपी) और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर 40-50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है. एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, 'पूर्वानुमानित अवधि के दौरान एनसीएपी, यनम, एससीएपी और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है.' 28 जून से 1 जुलाई तक मौसम की गतिविधियां तेज होने की उम्मीद है, जिसमें तेज सतही हवाएं विशेष रूप से एससीएपी और रायलसीमा को प्रभावित करेंगी. तटीय क्षेत्रों में भी कुछ समय के लिए तेज हवाएं चल सकती हैं.