बाहरी दिल्ली के पूठ खुर्द में नकली कीटनाशक फैक्ट्री का भंडाफोड़, कई बड़ी कंपनियों के पेस्टिसाइड बरामद

बाहरी दिल्ली के पूठ खुर्द में नकली कीटनाशक फैक्ट्री का भंडाफोड़, कई बड़ी कंपनियों के पेस्टिसाइड बरामद

छापेमारी में बड़ी कीटनाशक कंपनियों जैसे सिजेंटा, एफएमसी, बेयर, धानुका और यूपीएल जैसी कंपनियों के नकली कीटनाशक पाए गए. छापेमारी के दौरान घटनास्थल से दो मजदूरों को पकड़ा गया. पूछताछ में दोनों मजदूरों ने बताया कि वे रोहतक के निवासी योगेश के लिए काम करते हैं.

बाहरी दिल्ली में नकली कीटनाशक फैक्ट्री का भंडाफोड़बाहरी दिल्ली में नकली कीटनाशक फैक्ट्री का भंडाफोड़
राजेश खत्री
  • New Delhi,
  • Jul 12, 2023,
  • Updated Jul 12, 2023, 3:38 PM IST

बाहरी दिल्ली के पूठ खुर्द में नकली कीटनाशक बनाने की फैक्ट्री पर मंगलवार को छापेमारी हुई. यह छापेमारी दिल्ली पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने की. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पूठ खुर्द में एक जगह नकली कीटनाशक बनाने का काम चल रहा है. इस गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की स्पेशल टीम ने उस स्थान पर छापेमारी कर नकली कीटनाशक जब्त किए. अभी खरीफ फसलों का सीजन तेजी से चल रहा है, बुआई का काम भी तेज है. ऐसे में नकली कीटनाशक का प्रयोग किसानों को भारी नुकसान में डाल सकता है. पुलिस ने इस मामले को उजागर कर नकली कीटनाशक बनाने वाले बड़े सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है. एक शिकायत के बाद पुलिस ने बाहरी दिल्ली में यह कार्रवाई की है.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पुलिस को मंगलवार को परमजीत सिंह नाम के एक शख्स ने नकली कीटनाशक फैक्ट्री के बारे में शिकायत की. परमजीत सिंह ट्रू बड्डी कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में बतौर असिस्टेंट मैनेजर कार्यरत हैं. परमजीत सिंह मंगलवार को नकली कीटनाशक की शिकायत लेकर स्पेशल स्टाफ/OND  पहुंचे. शिकायतकर्ता ने अपनी कंप्लेंट में पुलिस के स्पेशल स्टाफ को बताया कि उनके ट्रेडमार्क का गलत इस्तेमाल करते हुए बाहरी दिल्ली के बवाना में नकली कीटनाशक बनाए जा रहे हैं.

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क्या है पूरा मामला?

परमजीत सिंह की इस शिकायत के बाद पुलिस के स्पेशल स्टाफ/OND ने बाहरी दिल्ली के पूठ खुर्द में छापेमारी की. पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने आधिकारिक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद बवाना के गांव पूठ खुर्द में खसरा नंबर 154, ग्राउंड फ्लोर पर छापेमारी की गई. इस कार्रवाई के दौरान कई नकली कीटनाशक और पैकिंग के सामान मिले.

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शिकायत में कहा गया है, बड़ी कीटनाशक कंपनियों जैसे सिजेंटा, एफएमसी, बेयर, धानुका और यूपीएल जैसी कंपनियों के नकली कीटनाशक छापेमारी में पाए गए. छापेमारी के दौरान घटनास्थल से दो मजदूरों- बवाना जेजे कॉलोनी के जाकिर और कादिर को पकड़ा गया. पूछताछ में दोनों मजदूरों ने बताया कि वे रोहतक के निवासी योगेश के लिए काम करते हैं. पुलिस के मुताबिक इस पूरे मामले की छानबीन की जा रही है और ट्रेड मार्क एक्ट के उल्लंघन मामले में धारा 420 आईपीसी और 103/104 के तहत बवाना पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है.

क्या कहा पुलिस ने?

आउटर नॉर्थ दिल्ली के डीसीपी रवि कुमार ने इस बारे में बताया कि उन्हें नकली कीटनाशक बनाने की शिकायत मिली जिसके बाद छापेमारी की कार्रवाई की गई. रवि कुमार ने कहा कि उन्हें सूचना मिली की बवाना के एक इलाके में नकली कीटनाशक बनाया जा रहा है और उसे गोदाम में जमा किया जा रहा है. इसके बाद रेड की गई जिसमें बड़ी मात्रा में कीटनाशक बरामद किए गए. इसमें तीन टन माल बरामद किया गया और दो मजदूरों को गिरफ्तार किया गया. नकली कीटनाशक बनाने वाली फैक्ट्री के मालिक को भी गिरफ्तार किया गया है.

डीसीपी रवि कुमार ने कहा, इस मामले में आगे की कार्रवाई जारी है. इस फैक्ट्री में बने नकली कीटनाशक की सप्लाई दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में बड़ी मात्रा में की जा रही थी. बाहर के क्षेत्रों में माल कहां तक जाता था, अभी इसकी जांच की जा रही है. इस बात की भी जांच हो रही है कि नकली कीटनाशक बनाने के काम में एक ही फैक्ट्री लगी थी या और भी कारखाने में इसमें लगे हैं.

इस मामले में बवाना के जाकिर (27) और कादिर (27) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है जो कि फैक्ट्री में मजदूरी का काम करते थे. इसके अलावा पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक रोहतक, हरियाणा के रहने वाले हरिओम के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की है. 

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