हरियाणा के नूंह में प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिस के बीच झड़प, 107 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

हरियाणा के नूंह में प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिस के बीच झड़प, 107 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

औद्योगिक मॉडल टाउनशिप (IMT) रोजका मेव के लिए हरियाणा की खेड़ली कांकर, मेहरोला, बड़ेलाकी, कंवरसिका, रोजका मेव, धीरडोका, रुपाहेड़ी, खोड़ (बहादरी) और रेवासन गांवों के किसानों की 1,600 एकड़ जमीन 2010 में अधिग्रहित की गई थी. इसके मुआवजे को लेकर किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया था.

किसानों और पुलिस के बीच झड़पकिसानों और पुलिस के बीच झड़प
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Mar 12, 2025,
  • Updated Mar 12, 2025, 12:12 PM IST

हरियाणा के नूंह जिले में किसान अपनी जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर अड़े हुए हैं. इसे लेकर धरने पर बैठे नौ गांवों के किसानों और पुलिस के बीच मंगलवार को झड़प भी हो गई. इसके बाद पुलिस ने कई किसानों को गिरफ्तार कर लिया और रोडवेज की चार बसों में भरकर थाने ले गई. देर शाम रोजका मेव थाने में 54 पुरुषों और 53 महिलाओं समेत 107 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई.

औद्योगिक मॉडल टाउनशिप (IMT) रोजका मेव के लिए हरियाणा की खेड़ली कांकर, मेहरोला, बड़ेलाकी, कंवरसिका, रोजका मेव, धीरडोका, रुपाहेड़ी, खोड़ (बहादरी) और रेवासन गांवों के किसानों की 1,600 एकड़ जमीन 2010 में अधिग्रहित की गई थी. किसानों का आरोप है कि उन्हें उनकी जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिला है. मुआवजे की मांग को लेकर किसान धीरडोका गांव में 29 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं.

किसानों ने रोका कंपनी का काम

वहीं, मंगलवार को प्रदर्शनकारी किसानों ने धीरडोका गांव में आईएमटी रोजका मेव का काम रुकवा दिया था. इसके बाद एचएसआईआईडीसी (HSIIDC) के कर्मचारी पुलिस के साथ जेसीबी मशीन लेकर मौके पर पहुंचे और नालों और सड़कों पर काम शुरू कर दिया. सैकड़ों की संख्या में किसान, महिलाएं और बच्चे वहां पहुंच गए कर किसानों ने काम रुकवा दिया और कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक वे कोई भी काम नहीं होने देंगे.

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अंत तक लड़ाई के लिए तैयार किसान

'ट्रिब्यून' की एक रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस अधिकारियों ने किसानों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन किसान जमीन के मुआवजे की मांग पर अड़े रहे. इस दौरान एक बुजुर्ग महिला बेहोश हो गई, जिसे अस्पताल ले जाया गया. इसके तुरंत बाद सैकड़ों किसानों ने मशीनों को चारों तरफ से घेर लिया. किसानों ने दावा किया कि वे अंत तक लड़ाई के लिए तैयार हैं, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कई किसानों को गिरफ्तार कर थाने ले गई और प्रदर्शन स्थल पर पुलिस की एक टीम तैनात कर दी गई.

107 अज्ञात किसानों के खिलाफ FIR

देर शाम एचएसआईआईडीसी के सहायक प्रबंधक अरुण कुमार गर्ग की शिकायत पर 107 अज्ञात किसानों के खिलाफ गलत बयानबाजी करने, अवैध भीड़ इकट्ठा करने, सरकारी काम में बाधा डालने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई. इस मामले पर नूंह पुलिस के प्रवक्ता ने 'दि ट्रिब्यून' से कहा कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है और कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. आगे की जांच जारी है और अन्य आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

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