महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे आए एक महीने बीत चुके हैं. लेकिन सोयाबीन किसानों से किया गया वादा पूरा होता नहीं दिख रहा है. चुनाव से पहले सरकार के तमाम दावों और प्रयासों के बाद भी सोयाबीन का दाम बढ़ने का नाम नहीं ले रहा है. महाराष्ट्र की लगभग सभी मंडियों में 22 तारीख को सोयाबीन का दाम एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य से 1000 रुपये तक कम रहा, जिसे लेकर महाराष्ट्र के किसान परेशान हैं.
बता दें कि चुनाव के समय पीएम मोदी ने सोयाबीन की MSP को 6000 रुपये करने को कहा था, लेकिन सरकार बनने के बाद भी किसानों को पहले से तय MSP का दाम नहीं मिल रहा. ऐसे में किसान काफी परेशान हैं. ऐसे में आइए जानते हैं महाराष्ट्र की अनाज मंडियों में सोयाबीन का दाम कितना है?
अनाज मंडी | आवक | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत | ओसत कीमत |
सिलोड (22 दिसंबर) | 22 (क्विंटल) | 3700 | 4000 | 3800 |
उदगीर | 4800 | 4000 | 4100 | 4050 |
अनजं गांव सुरजी | 11600 | 3500 | 4200 | 3900 |
वरोरा | 45 | 3600 | 3900 | 3800 |
वरोरा - खंबाडा | 115 | 3400 | 3800 | 3600 |
बुलढाना | 300 | 3600 | 4050 | 3825 |
भिवापुर | 835 | 3500 | 4010 | 3755 |
कैटोल | 370 | 3000 | 4141 | 3850 |
अष्टी-करंजा | 556 | 3600 | 4145 | 3990 |
देवानी | 97 | 3900 | 4200 | 4050 |
सोयाबीन एक प्रमुख तिलहन फसल है, जिसका भारत में खाद्य तेल उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण योगदान है. इसके बावजूद सोयाबीन का दाम न बढ़ना किसानों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है. इस साल देशभर में सोयाबीन का बंपर उत्पादन हुआ है. लेकिन, सोयाबीन किसानों को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि उन्हें उपज का सही दाम नहीं मिल रहा है.
केंद्र सरकार ने सोयाबीन के लिए 4892 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी तय किया है, लेकिन मंडी में इसके दाम एमएसपी से नीचे मिल रहे हैं. वहीं, चुनाव से पहले महायुति ने एमएसपी 6000 रुपये प्रति क्विंटल करने का ऐलान किया था. उत्पादन की बात करें तो इस साल मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा सोयाबीन की पैदावार हुई है. इसके बाद दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र और तीसरे नंबर पर राजस्थान है.